Damaged सड़क: खैरवार-बोड़तरा खुर्द तक 2 किमी लंबी सड़क की स्थिति चिंताजनक



ग्राम पंचायत खैरवार से बोड़तरा खुर्द तक सड़क की दुर्दशा पर ग्रामीणों का आक्रोश ग्राम पंचायत खैरवार से बोड़तरा खुर्द तक की दो किलोमीटर लंबी मुख्यमंत्री योजना की सड़क की…

Damaged सड़क: खैरवार-बोड़तरा खुर्द तक 2 किमी लंबी सड़क की स्थिति चिंताजनक

ग्राम पंचायत खैरवार से बोड़तरा खुर्द तक सड़क की दुर्दशा पर ग्रामीणों का आक्रोश

ग्राम पंचायत खैरवार से बोड़तरा खुर्द तक की दो किलोमीटर लंबी मुख्यमंत्री योजना की सड़क की हालत बहुत ही खराब हो चुकी है। यह सड़क लंबे समय से बदहाल अवस्था में है और अब यह ग्रामीणों के लिए समस्याओं का कारण बन गई है। सड़क की स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि यहां रोजाना छोटे-बड़े हादसे होना आम बात हो गई है। ग्रामीणों का कहना है कि अगर सड़क की मरम्मत नहीं की गई, तो उनकी परेशानी और बढ़ सकती है।

ग्रामीणों ने इस सड़क की स्थिति को लेकर क्षेत्रीय विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इस गंभीर मुद्दे पर किसी भी जनप्रतिनिधि का ध्यान नहीं जा रहा है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि गन्ना कटाई के समय तक सड़क का निर्माण नहीं हुआ, तो वे उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। इस सड़क की बदहाल स्थिति के कारण न केवल जिला मुख्यालय तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है, बल्कि साप्ताहिक बाजार तक जाने में भी परेशानी हो रही है।

सड़क के निर्माण से बढ़ेगी सुविधा और विकास

सड़क के निर्माण से आवागमन में सुविधा होगी और यह विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। सड़क बनने से जनपद पंचायत, शक्कर कारखाना, सरकारी अस्पताल पंडरिया, एसडीएम कार्यालय और विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय तक पहुंचने में 10 से 15 किलोमीटर की दूरी की बचत होगी। इसके अलावा, इस सड़क के निर्माण से लगभग 20 से 25 गांव सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे।

हालांकि, इसके बावजूद जनप्रतिनिधि और अधिकारी इस मुद्दे की गंभीरता को समझने में असफल रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर समय पर कोई उचित कदम नहीं उठाया गया, तो यह स्थिति और भी बिगड़ सकती है। सड़क की खराब स्थिति के कारण स्थानीय लोगों का जीवन प्रभावित हो रहा है और उनकी रोजमर्रा की गतिविधियों में बाधा आ रही है।

ग्रामीणों की आवाज़: सड़कों की स्थिति सुधारने की मांग

ग्रामीणों ने एकजुट होकर अपनी आवाज़ उठाई है और सड़क की स्थिति सुधारने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि उन्हें अपनी समस्याओं का समाधान चाहिए और इसके लिए वे प्रशासन के खिलाफ भी आवाज उठाने को तैयार हैं। ग्रामीणों के इस आक्रोश को देखते हुए प्रशासन को जल्द ही इस मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए।

  • सड़क के निर्माण से आवागमन में सुविधा होगी।
  • लगभग 20 से 25 गांव सीधा लाभान्वित होंगे।
  • ग्रामीणों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
  • स्थानीय प्रशासन को जल्द ही इस मुद्दे पर ध्यान देना होगा।

ग्रामीणों की इस समस्या को देखकर यह स्पष्ट होता है कि सड़क निर्माण के बिना विकास की प्रक्रिया अधूरी है। अगर प्रशासन इस दिशा में कदम नहीं उठाता है, तो न केवल ग्रामीणों की समस्याएं बढ़ेंगी, बल्कि यह स्थानीय विकास पर भी नकारात्मक प्रभाव डालेगा। सभी संबंधित अधिकारियों से अपेक्षा है कि वे इस मुद्दे को गंभीरता से लेकर जल्द से जल्द समाधान प्रदान करें।

इस प्रकार, सड़क की स्थिति न केवल ग्रामीणों के लिए एक समस्या है, बल्कि यह विकास की प्रक्रिया में भी बाधा डाल रही है। हम उम्मीद करते हैं कि प्रशासन इस दिशा में शीघ्र कार्रवाई करेगा और ग्रामीणों की आवाज़ सुनी जाएगी।

छत्तीसगढ़ समाचार हिंदी में

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