गुमला में बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ का जागरूकता कार्यक्रम
गुमला के भरनो प्रखंड कार्यालय परिसर में मंगलवार को एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें सूचना एवं जनसंपर्क विभाग और मनसुख कला सांस्कृतिक मंच की सहभागिता से बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। इस कार्यक्रम में गीत-संगीत और नुक्कड़ नाटक के माध्यम से एक महत्वपूर्ण संदेश दिया गया। कार्यक्रम के आयोजक मनसुख ने कहा कि समाज में बेटियों के प्रति जागरूकता बढ़ाना बेहद आवश्यक है।
इस तरह के आयोजनों से न केवल समाज में बेटियों के प्रति सम्मान की भावना बढ़ती है, बल्कि यह भी सुनिश्चित होता है कि लोग शिक्षा के महत्व को समझें। मनसुख ने बताया कि वे निरंतर इस दिशा में प्रयासरत हैं ताकि हर बेटी को शिक्षा के समान अवसर मिल सकें।
लोहरदगा से चिंगरी तक साइकिल रेस और युवा संगम कार्यक्रम
दूसरी ओर, बिशुनपुर विकास भारती के द्वारा लोहरदगा से चिंगरी तक **54 किलोमीटर** लंबी साइकिल रेस सह युवा संगम व प्रदर्शनी कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का समापन समारोह चिंगरी स्थित जतरा टाना भगत स्मारक स्थल पर हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता विकास भारती के सचिव पद्मश्री अशोक भगत ने की। उन्होंने कहा कि यह युवा संगम कार्यक्रम ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के उद्देश्य को पूर्ण करने के लिए युवाओं की एक प्रमुख पहल है।
अशोक भगत ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना और आपसी संबंधों को मजबूत करना है। इससे न केवल राष्ट्रीय एकता की भावना को बढ़ावा मिलता है, बल्कि भारत की समृद्ध विरासत, संस्कृति, रीति-रिवाजों और परंपराओं को भी प्रदर्शित किया जाता है।
पूर्व सांसद सुदर्शन भगत का युवाओं के लिए प्रेरणादायक संदेश
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व सांसद सुदर्शन भगत ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि युवा ही देश के भविष्य हैं। उनके योगदान से ही देश का विकास होगा। उन्होंने बताया कि जितने स्वस्थ युवा होंगे, विकास की गति उतनी ही तेज होगी। इसलिए विकास भारती हमेशा युवाओं के लिए इस प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन करती है।
इस कार्यक्रम में कई प्रमुख व्यक्तियों ने भाग लिया, जिसमें केभीआईसी रांची के डायरेक्टर मांगे राम, उपनिदेशक एस के मिश्रा, भाजपा एसटी मोर्चा के केंद्रीय सदस्य भिखारी भगत और कई अन्य गणमान्य व्यक्ति शामिल थे। इसके साथ ही, **300 बालक** और **50 बालिकाओं** ने इस साइकिल रेस प्रतियोगिता में भाग लिया।
साइकिल रेस में पुरस्कार वितरण
साइकिल रेस प्रतियोगिता में विभिन्न पुरस्कारों की घोषणा की गई। बालिका वर्ग में प्रथम पुरस्कार नीमा कुमारी को दिया गया, जबकि द्वितीय पुरस्कार नीलम कुमारी और तृतीय पुरस्कार अंजू कुमारी को प्राप्त हुआ। बालक वर्ग के पुरस्कार विजेताओं में रामविलास पासवान, तेतरु गोप और फगुवा उरांव का नाम शामिल था। सभी विजेताओं को साइकिल और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम में अन्य बालक-बालिकाओं को सांत्वना पुरस्कार भी वितरित किए गए। इसके अलावा, प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें जल छाजन, पालिहाउस, पाली टनल क्लिनिक, गुरुत्वाकर्षण आधारित ड्रिप खेती, मचान खेती आदि का प्रदर्शन किया गया। युवा इस कार्यक्रम में अपनी रुचि के अनुसार विभिन्न प्रदर्शनों का अवलोकन कर रहे थे।
निष्कर्ष
गुमला में आयोजित यह कार्यक्रम न केवल युवाओं को प्रेरित करने का एक प्रयास था, बल्कि यह समाज में बेटियों के प्रति जागरूकता फैलाने का भी एक महत्वपूर्ण मंच था। ऐसे आयोजनों से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की दिशा में एक ठोस कदम उठाया जा रहा है। इस प्रकार के कार्यक्रमों को बढ़ावा देकर हम एक बेहतर और जागरूक समाज की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।