Assessment: छत्तीसगढ़ में बच्चों के गणितीय कौशल और भाषाई ज्ञान का मूल्यांकन किया गया



मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान 2025: प्राथमिक स्कूल खैरवार में सामाजिक अंकेक्षण शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान 2025 के तहत शासकीय प्राथमिक स्कूल खैरवार में एक महत्वपूर्ण सामाजिक अंकेक्षण का…

Assessment: छत्तीसगढ़ में बच्चों के गणितीय कौशल और भाषाई ज्ञान का मूल्यांकन किया गया

मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान 2025: प्राथमिक स्कूल खैरवार में सामाजिक अंकेक्षण

शुक्रवार को मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान 2025 के तहत शासकीय प्राथमिक स्कूल खैरवार में एक महत्वपूर्ण सामाजिक अंकेक्षण का आयोजन किया गया। इस अंकेक्षण की अगुवाई टीम लीडर हेमलता शर्मा ने की, जिन्होंने पालकों के साथ एक बैठक का आयोजन कर स्कूल में शिक्षा की गुणवत्ता, बच्चों के अधिगम स्तर और शैक्षणिक वातावरण पर चर्चा की। यह बैठक न केवल शिक्षा के स्तर को समझने में सहायक थी, बल्कि यह भी सुनिश्चित करने के लिए कि सभी stakeholders की राय को सुना जा सके।

हेमलता शर्मा ने कक्षाओं का भ्रमण कर विद्यार्थियों के न्यूनतम अधिगम स्तर, गणितीय कौशल और भाषाई ज्ञान का अवलोकन किया। उन्होंने शिक्षकों से शिक्षण प्रक्रिया की जानकारी भी ली और विद्यार्थियों से संवाद कर उनकी समझ का मूल्यांकन किया। यह प्रक्रिया न केवल बच्चों की शैक्षणिक प्रगति को समझने में मददगार थी, बल्कि यह शिक्षकों के लिए भी एक महत्वपूर्ण फीडबैक का स्रोत बनी।

सामाजिक अंकेक्षण टीम का निरीक्षण

सामाजिक अंकेक्षण टीम ने स्कूल में उपलब्ध भौतिक संसाधनों की गुणवत्ता, उनके रख-रखाव, स्वच्छता, मध्याह्न भोजन की पौष्टिकता और मेनू अनुसार भोजन प्रदाय की स्थिति का भी निरीक्षण किया। यह सभी बिंदु निर्धारित प्रपत्र में दर्ज कर गूगल फॉर्म के माध्यम से त्वरित मॉनिटरिंग रिपोर्ट तैयार की गई। इस रिपोर्ट के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि स्कूल में शिक्षा के सभी पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है।

इस अंकेक्षण के दौरान पौधरोपण अभियान का भी अवलोकन किया गया। स्कूल परिसर में किचन गार्डन और मां के नाम रोपे गए पौधों के क्यूआर कोड की स्थिति पर भी चर्चा की गई। यह पहल न केवल पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सहायक है, बल्कि बच्चों को पौधों की देखभाल करना और जिम्मेदारी का अनुभव करना भी सिखाती है।

कार्यक्रम में उपस्थित महत्वपूर्ण व्यक्ति

इस कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण व्यक्ति उपस्थित रहे, जिनमें एसएमसी अध्यक्ष अघनुराम निर्मलकर, फिरतुराम, कविता निशाद, संतोषी विश्वकर्मा, मोनू निर्मलकर, सत्या जायसवाल, तुलसी निर्मलकर, बालकी जांगड़े, बसंत भास्कर, किशोर धृतलहरे, छत्रपाल जायसवाल और धनीराम निर्मलकर शामिल थे। इन सभी ने शिक्षा की गुणवत्ता और बच्चों के विकास के लिए अपने विचार साझा किए।

शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार की दिशा में कदम

मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान 2025 का उद्देश्य न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करना है, बल्कि यह बच्चों के लिए एक सुरक्षित और प्रेरणादायक शैक्षणिक वातावरण भी सुनिश्चित करना है। इस प्रकार के सामाजिक अंकेक्षण से यह स्पष्ट होता है कि सरकार बच्चों की शिक्षा और उनकी भलाई के प्रति कितनी गंभीर है।

इस अभियान के अंतर्गत विभिन्न स्कूलों में सामाजिक अंकेक्षण का कार्य किया जाएगा, जिससे हर स्कूल की स्थिति का मूल्यांकन किया जा सके। इससे न केवल शैक्षणिक स्तर में सुधार होगा, बल्कि यह भी सुनिश्चित होगा कि सभी बच्चों को समान अवसर मिलें।

इस प्रकार, मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान 2025 एक महत्वपूर्ण पहल है, जो बच्चों की शिक्षा को प्राथमिकता देती है और उन्हें एक उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर करती है।

छत्तीसगढ़ समाचार हिंदी में

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