छत्तीसगढ़ में एआई वीडियो से राजनीतिक तनाव बढ़ा
छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक नई हलचल देखने को मिल रही है, जहां राजनीतिक दल अब एक-दूसरे पर आरोप लगाने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) द्वारा निर्मित वीडियो का सहारा ले रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने हाल ही में कांग्रेस के खिलाफ तीन एआई-निर्मित वीडियो जारी किए हैं, जिससे राज्य की राजनीतिक स्थिति में एक नया मोड़ आया है।
भाजपा के इन वीडियो की वजह से राजनीतिक माहौल में तीव्रता आ गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि उनके पास असली मुद्दों पर चर्चा करने के लिए कुछ नहीं है और इसलिए वे फर्जी वीडियो बनाने में लगे हुए हैं। बैज के अनुसार, भाजपा की यह रणनीति दर्शाती है कि वे असली राजनीति से दूर हैं।
भाजपा का एआई वीडियो: आरोपों की बौछार
भाजपा के विधायक अजय चंद्राकर ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि जांजगीर में एनएसयूआई का जिलाध्यक्ष डकैती की योजना बनाते हुए पकड़ा गया। इससे यह स्पष्ट होता है कि कांग्रेस में ऐसे चरित्र के लोग हैं। चंद्राकर ने यह भी कहा कि ऐसे लोगों को कांग्रेस का नेतृत्व करना चाहिए, जो खुद कानून का पालन नहीं करते।
भाजपा द्वारा जारी किए गए तीन एआई वीडियो में विभिन्न आरोपों का उल्लेख किया गया है। पहले वीडियो में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पद के दावेदारों पर गंभीर आरोपों को उजागर किया गया है। दूसरे वीडियो में आदिवासी नेताओं के अपमान का उल्लेख किया गया है, और तीसरे वीडियो में भूपेश बघेल को दिखाया गया है, जिसमें वे कांग्रेस की जीत के सपने देख रहे हैं।
वीडियो की सामग्री पर गहराई से नज़र
पहले वीडियो में बताया गया है कि कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पद के लिए कुछ दावेदारों के खिलाफ गंभीर आरोप हैं, जिनमें शराब घोटाले और हत्या के मामले शामिल हैं। इस संदर्भ में सुकमा से कवासी लखमा और बीजापुर से विजय शाह का नाम लिया गया है। इसके अलावा, रायपुर के आसिफ मेमन का भी उल्लेख किया गया है।
दूसरे वीडियो में आदिवासी नेताओं के अपमान का जिक्र किया गया है, जो भाजपा के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा हो सकता है। तीसरे वीडियो में भूपेश बघेल को चुनावी जीत के सपने देखते हुए दिखाया गया है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि भाजपा ने इस वीडियो को एक राजनीतिक रणनीति के तहत बनाया है।
कांग्रेस का पलटवार
कांग्रेस ने भाजपा के एआई वीडियो पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा के पास अब केवल फर्जी वीडियो और पोस्टर बनाने का काम रह गया है। असली मुद्दों से उनका कोई लेना-देना नहीं है। बैज के अनुसार, भाजपा केवल एक नकारात्मक राजनीति कर रही है, जो जनता को गुमराह करने के लिए है।
भाजपा प्रवक्ता देवलाल ठाकुर ने भी इस पर टिप्पणी की और कहा कि कांग्रेस की असलियत वीडियो में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। यह दर्शाता है कि कांग्रेस का चरित्र क्या है और वे किस प्रकार की राजनीति कर रहे हैं।
भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप
छत्तीसगढ़ में भाजपा और कांग्रेस के बीच यह आरोप-प्रत्यारोप केवल वीडियो तक ही सीमित नहीं है, बल्कि दोनों दलों के नेता सोशल मीडिया पर भी एक-दूसरे के खिलाफ आक्रामक तरीके से पेश आ रहे हैं। यह लड़ाई अब सीधे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी देखने को मिल रही है, जहां दोनों दल एक-दूसरे के खिलाफ आपत्तिजनक कार्टून और मीम शेयर कर रहे हैं।
इस परिप्रेक्ष्य में, राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में एआई राजनीतिक प्रचार का एक बड़ा हथियार बन सकता है। हालांकि, इसके साथ नैतिक जिम्मेदारी भी महत्वपूर्ण है। वरिष्ठ पत्रकार सुनील कुमार ने कहा कि डिजिटल युग में राजनीतिक युद्धभूमि बदली है और यह तभी तक खतरनाक नहीं है, जब तक नैतिकता बनी हुई है।
निष्कर्ष
छत्तीसगढ़ की राजनीति में एआई वीडियो के माध्यम से हो रही यह नई लड़ाई निश्चित रूप से एक नई दिशा में बढ़ रही है। हालांकि, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या ये वीडियो वास्तव में जनता की नजरों में प्रभाव डालते हैं या केवल राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का हिस्सा बनकर रह जाते हैं।
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