बेतिया के पोस्ट पेमेंट बैंक में लगी आग, लाखों का नुकसान
बिहार के बेतिया में स्थित प्रधान डाकघर के पोस्ट पेमेंट बैंक में सोमवार को एक भयावह आग लग गई। यह आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी, जिससे बैंक में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। इस घटना के परिणामस्वरूप, बैंक में मौजूद छह कंप्यूटर, फर्नीचर, टेबल-कुर्सियां, एसी, लैपटॉप, कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और लगभग 50 हजार रुपये नकद जलकर राख हो गए। इस घटना ने न केवल बैंक के कर्मचारियों को बल्कि वहां आने वाले ग्राहकों को भी परेशान कर दिया।
आग पर काबू पाने के लिए की गई कड़ी मशक्कत
भारतीय डाक कर्मचारी संघ के सचिव राजीव रंजन कुमार ने बताया कि वे सरकारी सिम कार्ड लेने के लिए डाकघर पहुंचे थे, तभी उन्होंने पोस्ट पेमेंट बैंक से धुआं निकलते देखा। तुरंत उन्होंने डाक अधीक्षक और अन्य कर्मचारियों को सूचित किया। कर्मचारियों ने तुरंत बिजली की आपूर्ति बंद की, ताकि आग और न फैले। इसके बाद सभी ने मिलकर आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। इस प्रयास में करीब एक घंटे की कड़ी मेहनत लगी, जिसमें कर्मचारियों और अग्निशमन दल की टीम ने मिलकर आग पर काबू पाया।
आग इतनी भीषण थी कि बैंक के अंदर रखे सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और महत्वपूर्ण दस्तावेज पूरी तरह नष्ट हो गए। इस घटना ने डाकघर के कर्मचारियों के बीच चिंता का माहौल बना दिया।
फायर ब्रिगेड की त्वरित कार्रवाई
प्रधान डाकघर के कर्मचारी मुकुल राम के अनुसार, जब वे घटनास्थल पर पहुंचे, तो बैंक के अंदर से लपटें उठ रही थीं। उन्होंने तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दी। कुछ ही देर में दमकल विभाग की दो गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पूरी तरह काबू पाया गया।
इस घटना ने सभी कर्मचारियों के मन में सुरक्षा को लेकर सवाल खड़ा कर दिया है। बैंक की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कई सवाल उठे हैं। आग लगने के कारणों की विस्तृत जांच भी की जा रही है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
विभागीय नुकसान का आकलन शुरू
डाक विभाग ने घटना में हुए नुकसान का आकलन शुरू कर दिया है और इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है। विभागीय अधिकारियों ने कहा है कि नुकसान की भरपाई के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। इस घटना ने यह भी स्पष्ट किया है कि भविष्य में आग लगने की घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की आवश्यकता है।
बैंक के कर्मचारियों और ग्राहकों के लिए यह घटना न केवल एक गंभीर सुरक्षा चिंता है, बल्कि यह उन महत्वपूर्ण दस्तावेजों और उपकरणों के नुकसान का भी कारण बनी है, जो बैंक के संचालन के लिए आवश्यक थे। इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को एक ठोस योजना बनानी चाहिए।
इस घटना ने यह भी दिखाया कि अगर समय पर कार्रवाई न की जाए, तो नुकसान और बढ़ सकता है। सभी को इस घटना से सीख लेते हुए भविष्य में ऐसी आपात स्थितियों के लिए तैयार रहना चाहिए।