Drowning: समस्तीपुर में 10 वर्षीय लड़के की बागमती नदी में डूबने से मौत, सोरमार पंचायत में हुआ हादसा



समस्तीपुर में 10 वर्षीय बच्चे की मौत: शौच के दौरान गहरे पानी में गिरने से हुई दुर्घटना मृतक की फाइल फोटो. बिहार के समस्तीपुर जिले के चकमेहसी थाना क्षेत्र की…

Drowning: समस्तीपुर में 10 वर्षीय लड़के की बागमती नदी में डूबने से मौत, सोरमार पंचायत में हुआ हादसा

समस्तीपुर में 10 वर्षीय बच्चे की मौत: शौच के दौरान गहरे पानी में गिरने से हुई दुर्घटना

मृतक की फाइल फोटो.

बिहार के समस्तीपुर जिले के चकमेहसी थाना क्षेत्र की सोरमार पंचायत में सोमवार को एक बेहद दुखद घटना घटित हुई। यहां 10 वर्षीय बालक शिवम राज, जो कि शिव नारायण सदा का पुत्र था, बागमती वाटर वेज बांध के गंगा पारन में शौच के लिए गया था। इस दौरान वह अनियंत्रित होकर गहरे पानी में चला गया।

इस घटना के समय बागमती नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ था, जिसके कारण वाटर वेज बांध के भीतर पानी फैल गया था। बालक इसी पानी के गड्ढे में गिर गया। आस-पास के ग्रामीणों ने जब उसे गिरते देखा, तो उन्होंने शोर मचाया और उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन उनकी कोशिशें नाकाफी साबित हुईं। अंततः, बालक की मौत हो गई, जिससे पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई।

पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा

घटना की सूचना मिलने पर चकमेहसी पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। पुलिस के एसआई रामनाथ राय और एएसआई संजीव कुमार सिंह ने आवश्यक कार्रवाई पूरी की और शव को कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल समस्तीपुर भेज दिया। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और स्थानीय लोगों से जानकारी इकट्ठा की जा रही है।

स्थानीय लोगों और नेताओं ने परिवार को ढाढ़स बंधाया

घटना के बाद, पैक्स अध्यक्ष ब्रजेश रोशन, पंचायत समिति प्रतिनिधि कुंदन झा, मुखिया प्रतिनिधि पंकज सहनी और सरपंच प्रतिनिधि सरोज कुमार सहित अन्य स्थानीय नेता घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने मृतक के परिवार वालों को ढाढ़स बंधाया और हर संभव मदद का आश्वासन दिया।

इस घटना ने स्थानीय लोगों को जागरूक किया

इस दुखद घटना ने स्थानीय लोगों को एक बार फिर से सतर्क कर दिया है। ग्रामीणों ने कहा कि ऐसे मामलों से बचने के लिए गांव में सुरक्षा उपायों की आवश्यकता है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि पानी के आसपास सुरक्षा बैरियर और चेतावनी संकेतक लगाए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

स्थानीय लोगों का कहना है कि बच्चों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करना बेहद महत्वपूर्ण है, ताकि ऐसे हादसों से बचा जा सके। वे चाहते हैं कि इस घटना का गहराई से जांच की जाए और जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।

समाज के लिए एक सीख

यह घटना न केवल एक परिवार के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक सीख है। हमें यह समझना होगा कि बच्चों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। समाज के हर सदस्य को चाहिए कि वे बच्चों की देखभाल करें और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर ही खेलने और जाने की अनुमति दें।

इस घटना ने यह भी दर्शाया कि कैसे प्राकृतिक जल स्रोतों के आस-पास सुरक्षा उपायों की कमी के कारण कई बार अनजाने में जीवन खोना पड़ता है। स्थानीय प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों।

समस्तीपुर में हुई इस घटना ने सभी को एकजुट होकर बच्चों की सुरक्षा के प्रति सजग रहने की आवश्यकता का अहसास कराया है। सभी को चाहिए कि वे इस दिशा में ठोस कदम उठाएं ताकि हर बच्चे का जीवन सुरक्षित और खुशहाल हो सके।

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