समस्तीपुर में दूधपूरा हवाईअड्डे के जीर्णोद्धार की मांग को लेकर प्रतिरोध मार्च
बिहार के समस्तीपुर में दूधपूरा हवाईअड्डे के जीर्णोद्धार और उसे पुनः चालू करने की मांग को लेकर जिला विकास मंच ने सोमवार को एक भव्य प्रतिरोध मार्च निकाला। इस दौरान मंच के कार्यकर्ताओं ने समाहरणालय के सामने प्रदर्शन करते हुए स्थानीय जनप्रतिनिधियों, सांसदों और मंत्रियों को इस मुद्दे के लिए जिम्मेदार ठहराया। यह मार्च स्थानीय लोगों के बीच इस महत्वपूर्ण मुद्दे को उजागर करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था।
प्रतिरोध मार्च में बड़ी संख्या में जुटे कार्यकर्ता
जिला विकास मंच के कार्यकर्ताओं की एक बड़ी संख्या समाहरणालय के समीप एकत्रित हुई। उन्होंने हाथों में नारे लिखे कार्डबोर्ड और बैनर लेकर नारेबाजी की। यह प्रतिरोध मार्च शहर की विभिन्न सड़कों से गुजरते हुए डीआरएम चौक पर एक सभा में तब्दील हो गया। इस सभा में कई प्रमुख नेताओं ने अपने विचार रखे और दूधपूरा हवाईअड्डे के जीर्णोद्धार की आवश्यकता पर जोर दिया।
जिला विकास मंच ने निकाला आक्रोश मार्च।
सांसद, विधायक और मंत्री इस पर मौन हैं
सभा की अध्यक्षता रामसागर पासवान ने की। इस दौरान भाकपा माले के उपेंद्र राय, जीबछ पासवान, दीनबंधु प्रसाद, मनोज सिंह, माकपा के रघुनाथ राय, सुरेंद्र राम, सत्यनारायण सिंह, चीनी मिल मजदूर यूनियन के शशिभूषण शर्मा, कांग्रेस के विश्वनाथ सिंह हजारी, समाजसेवी पवन कुमार महतो, पिंकू पासवान, अधिवक्ता शाहिद हुसैन और सेवानिवृत्त सैनिक रामबली महतो जैसे कई नेताओं ने सभा को संबोधित किया।
दूधपूरा हवाईअड्डे का ऐतिहासिक महत्व
जिला विकास मंच के शत्रुघ्न राय पंजी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जब कई जिलों में हवाईअड्डे नहीं थे, तब समस्तीपुर के दूधपूरा में हवाईअड्डा स्थापित था। आज जब अन्य जिलों में नए हवाईअड्डों का निर्माण शुरू हो गया है, तब दूधपूरा हवाईअड्डे को उपेक्षित छोड़ दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार इसे समाप्त करने की साजिश कर रही है, जबकि जिले के सभी सांसद, विधायक और मंत्री इस पर मौन हैं।
मंच ने जनप्रतिनिधियों को चेतावनी दी है कि वे केंद्र सरकार को पत्र लिखें, संबंधित मंत्रालय से मिलें और हवाईअड्डे के जीर्णोद्धार की मांग करें, अन्यथा जिला विकास मंच ऐसे जनप्रतिनिधियों का विरोध करेगा। इस संदर्भ में नेताओं ने यह भी बताया कि दूधपूरा हवाईअड्डे का ऐतिहासिक महत्व है, जहां कभी भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी जैसे प्रमुख नेता उतरे थे।
राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों का समर्थन
भाकपा माले के सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने सभा में कहा कि आज साज़िश के तहत दूधपूरा-समस्तीपुर हवाईअड्डे को समाप्त करने की कोशिश की जा रही है। जिला विकास मंच सरकार के इस मंसूबे को सफल नहीं होने देगा। राजद नेता राकेश ठाकुर एवं माकपा नेता रघुनाथ राय ने सभी जनप्रतिनिधियों, जिला वासियों, राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों से आग्रह किया कि दूधपूरा हवाईअड्डे के निर्माण के सवाल को उचित फोरम पर उठाया जाए।
इस प्रकार, समस्तीपुर में आयोजित यह प्रतिरोध मार्च न केवल हवाईअड्डे के जीर्णोद्धार की मांग को लेकर था, बल्कि यह क्षेत्र के विकास और नागरिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम भी था। जिला विकास मंच के कार्यकर्ताओं ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे अपने अधिकारों के लिए लड़ाई जारी रखेंगे और जनप्रतिनिधियों से भी अपेक्षा करते हैं कि वे इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान देंगे।