Flood: बागमती नदी का जलस्तर बढ़ने से गांव में घुसा पानी, पुरनहिया बराही के वार्ड 12, 13 में फसल डूबी, SDRF तैनात



बिहार: बागमती नदी का जलस्तर बढ़ने से शिवहर में बाढ़ की स्थिति शिवहर जिले के पुरनहिया बराही जगदीश पंचायत के वार्ड 12 और 13 में सोमवार को बागमती नदी का…

Flood: बागमती नदी का जलस्तर बढ़ने से गांव में घुसा पानी, पुरनहिया बराही के वार्ड 12, 13 में फसल डूबी, SDRF तैनात

बिहार: बागमती नदी का जलस्तर बढ़ने से शिवहर में बाढ़ की स्थिति

शिवहर जिले के पुरनहिया बराही जगदीश पंचायत के वार्ड 12 और 13 में सोमवार को बागमती नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। इस जलप्रलय से स्थानीय गांवों में पानी भर गया है, जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण, कई घरों में पानी घुस गया है। इसके चलते ग्रामीण अपने घरों में रहने के लिए मजबूर हो गए हैं। उन्हें सांप और छिपकली जैसे जीवों का डर सता रहा है, जिससे उनकी रातें बेहद कठिनाई से बीत रही हैं। इसके अलावा, इस बाढ़ के कारण धान की फसलें भी पूरी तरह से जलमग्न हो गई हैं, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है।

बांध में रिसाव का मामला और आपदा प्रबंधन

इससे पहले रविवार की मध्य रात्रि को, बराही जगदीश पंचायत के वार्ड 11 में बांध के नीचे जलस्तर बढ़ने से रिसाव का मामला सामने आया था। ग्रामीणों की सूझबूझ से इस स्थिति की तुरंत सूचना आपदा विभाग को दी गई। आपदा विभाग की टीम रात के ग्यारह बजे घटनास्थल पर पहुंची और पानी के रिसाव को रोककर एक बड़ी अनहोनी को टाल दिया।

ग्रामीणों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, बांध के दक्षिणी छोर से उत्तरी छोर तक लाने के लिए एसडीआरएफ (राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल) की टीम मौके पर तैनात की गई थी। एसडीआरएफ की टीम ने दक्षिण दिशा से उत्तर दिशा की ओर नाव चलाकर ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर निकालने का कार्य शुरू किया।

ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए उठाए गए कदम

इस संकट के समय में, स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीम ने मिलकर कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। एसडीआरएफ की टीम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निरंतर निगरानी रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया है। इसके अलावा, ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए नावों की संख्या भी बढ़ाई गई है।

  • आपदा विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है।
  • स्थानीय प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री भी भेजने का निर्णय लिया है।
  • सुरक्षा के मद्देनजर, ग्रामीणों को जलमग्न क्षेत्र से बाहर निकाला जा रहा है।

बाढ़ की इस स्थिति ने ग्रामीणों की जिंदगी को प्रभावित किया है और उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। आगे भी प्रशासन की नजर बाढ़ की स्थिति पर रहेगी और जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त संसाधनों को तैनात किया जाएगा।

यह घटनाक्रम बाढ़ के प्रति स्थानीय लोगों की जागरूकता और आपदा प्रबंधन की तत्परता को दर्शाता है। ग्रामीणों ने अपने जीवन को सुरक्षित रखने के लिए जो उपाय किए हैं, वे सराहनीय हैं। प्रशासन की यह जिम्मेदारी है कि वह इस कठिन समय में ग्रामीणों की मदद करे और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए।

बिहार में बाढ़ की स्थिति को लेकर प्रशासन और स्थानीय निवासियों की सक्रियता आने वाले दिनों में भी महत्वपूर्ण होगी। सभी को मिलकर इस आपदा का सामना करना होगा और एक-दूसरे की मदद करनी होगी।

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