सीहोर जिले में बारिश का हाल: पिछले साल से कम बारिश का रिकॉर्ड
सीहोर जिले में इस वर्ष की बारिश का आंकड़ा पिछले साल की तुलना में कम रहा है। शुक्रवार को सुबह से आसमान में बादल छाए रहे और ठंडी हवाएं चलती रहीं, जिससे मौसम में एक सुखद बदलाव आया। मौसम विभाग ने आगामी कुछ दिनों में रिमझिम और तेज बारिश की संभावना जताई है, जिससे क्षेत्र के निवासियों में एक नई उम्मीद जगी है।
बारिश का आंकड़ा: 1061 मिलीमीटर तक पहुंचा
अब तक जिले में 1061 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह आंकड़ा 1129 मिलीमीटर था। यह स्पष्ट है कि इस बार बारिश का स्तर कुछ कम है। बीते 24 घंटों में बुधनी क्षेत्र में 20 मिमी और आष्टा में 8 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई है। इस सीजन में बुधनी में सबसे ज्यादा बारिश हुई है, जहाँ 1548 मिमी बारिश का आंकड़ा देखा गया है।
मानसून का आगमन और उसके प्रभाव
सीहोर में इस वर्ष मानसून ने 21 जून को दस्तक दी थी। इसके बाद बारिश का सिलसिला लगातार चलता रहा, लेकिन कई बार मानसून में ब्रेक भी देखने को मिला। यही कारण है कि इस वर्ष पिछले साल की तुलना में बारिश का स्तर कुछ कम रहा। मौसम विभाग के अनुसार, कम दबाव का क्षेत्र बनने से आने वाले दिनों में बारिश की गतिविधियाँ और बढ़ने की संभावना है, जिससे मानसून की सक्रियता बनी रहेगी।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी
मौसम विभाग ने आगामी दिनों के लिए ऐसे कई पूर्वानुमान जारी किए हैं जो यह संकेत देते हैं कि सीहोर जिले में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि मानसून के अधिक सक्रिय होने के कारण क्षेत्र में रुक-रुक कर बारिश होती रहेगी। इससे न केवल किसानों को राहत मिलेगी, बल्कि जल स्रोतों में भी वृद्धि होगी।
किसानों के लिए बारिश का महत्व
बारिश का जलवायु पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है, लेकिन किसानों के लिए यह एक वरदान साबित हो सकता है। इस वर्ष कम बारिश के बावजूद, यदि आगामी दिनों में अच्छी बारिश होती है, तो यह फसलों के लिए लाभकारी होगा। विशेष रूप से धान और सोयाबीन जैसी फसलों के लिए यह मौसम अत्यंत महत्वपूर्ण है।
निवासियों की प्रतिक्रिया
जिले के निवासियों ने मौसम के इस बदलाव का स्वागत किया है। कुछ ग्रामीणों का मानना है कि बारिश से न केवल फसलें बेहतर होंगी, बल्कि जल स्तर भी बनाए रखने में मदद मिलेगी। हालांकि, कुछ लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि यदि बारिश का स्तर अत्यधिक बढ़ता है, तो इससे बाढ़ जैसी स्थितियाँ उत्पन्न हो सकती हैं।
निष्कर्ष
सीहोर जिले में इस वर्ष की बारिश का आंकड़ा पिछले साल की तुलना में कम है, लेकिन आगामी दिनों में बारिश की संभावना ने लोगों में एक नई उम्मीद जगाई है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान और किसानों की आवश्यकताओं के संदर्भ में, यह महत्वपूर्ण है कि बारिश का स्तर संतुलित बना रहे। इस प्रकार, सीहोर जिले में मौसम की गतिविधियाँ और किसानों की फसलें दोनों ही निकट भविष्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।