Praveer Ranjan: CISF के नए महानिदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण



प्रवीर रंजन ने सीआईएसएफ के महानिदेशक का पदभार संभाला नई दिल्ली: वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी प्रवीर रंजन ने मंगलवार को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के महानिदेशक के रूप में औपचारिक…

Praveer Ranjan: CISF के नए महानिदेशक के रूप में कार्यभार ग्रहण

प्रवीर रंजन ने सीआईएसएफ के महानिदेशक का पदभार संभाला

नई दिल्ली: वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी प्रवीर रंजन ने मंगलवार को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के महानिदेशक के रूप में औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण किया। प्रवीर की नियुक्ति को भारत की प्रमुख सुरक्षा एजेंसियों में से एक में एक महत्वपूर्ण नेतृत्व परिवर्तन के रूप में देखा जा रहा है।

इस नियुक्ति के साथ ही प्रवीर रंजन ने सीआईएसएफ की जिम्मेदारियों को संभालने के लिए एक नई दिशा में कदम बढ़ाया है। वे इससे पहले विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं और उनके पास व्यापक अनुभव है। उनकी नेतृत्व क्षमता और सुरक्षा के क्षेत्र में उनकी विशेषज्ञता इस महत्वपूर्ण भूमिका में उन्हें और अधिक सक्षम बनाएगी।

प्रवीर रंजन का करियर और अनुभव

प्रवीर रंजन का करियर भारतीय पुलिस सेवा में काफी प्रेरणादायक रहा है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1989 में की थी और तब से वे विभिन्न राज्यों में महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत रहे हैं। उनके अनुभव में कानून और व्यवस्था, आंतरिक सुरक्षा, और सुरक्षा प्रबंधन जैसे कई महत्वपूर्ण क्षेत्र शामिल हैं।

सीआईएसएफ की जिम्मेदारियों में औद्योगिक सुरक्षा, प्रमुख प्रतिष्ठानों की सुरक्षा, और विभिन्न आपात स्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया शामिल है। प्रवीर की नियुक्ति से यह उम्मीद की जा रही है कि वे इन चुनौतियों का सामना करने के लिए नई और प्रभावी रणनीतियाँ विकसित करेंगे।

सीआईएसएफ की भूमिका और महत्व

केंद्र सरकार द्वारा स्थापित सीआईएसएफ की भूमिका भारतीय औद्योगिक सुरक्षा में महत्वपूर्ण है। यह बल बड़ी संख्या में औद्योगिक प्रतिष्ठानों, हवाई अड्डों, और अन्य महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करता है। सीआईएसएफ में लगभग 1.5 लाख कर्मी हैं, जो देश की सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।

  • सीआईएसएफ की स्थापना 1969 में हुई थी।
  • यह बल औद्योगिक सुरक्षा के साथ-साथ आतंकवाद रोधी कार्यों में भी सक्रिय है।
  • सीआईएसएफ हवाई अड्डों, मेट्रो स्टेशनों, और महत्वपूर्ण सरकारी संस्थानों की सुरक्षा का भी ध्यान रखता है।

प्रवीर रंजन का दृष्टिकोण

प्रवीर रंजन ने अपने पदभार ग्रहण करते ही यह स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता सीआईएसएफ की कार्यक्षमता को और अधिक बढ़ाना है। उन्होंने कहा, “हम सभी को मिलकर काम करना होगा ताकि हम अपने कर्तव्यों को बेहतर ढंग से निभा सकें।” उनके इस दृष्टिकोण से यह संकेत मिलता है कि वे टीम वर्क और सामूहिक प्रयासों को महत्व देंगे।

इसके अलावा, वे तकनीकी उन्नति और आधुनिक सुरक्षा उपायों को अपनाने पर जोर देंगे। उनका मानना है कि डिजिटल युग में सुरक्षा चुनौतियाँ भी नई हैं और इनका सामना करने के लिए हमें तकनीकी दृष्टिकोण को अपनाना होगा।

सीआईएसएफ के भविष्य की दिशा

सीआईएसएफ के भविष्य की दिशा प्रवीर रंजन के नेतृत्व में एक नई दिशा में जा सकती है। उनके द्वारा उठाए गए कदमों से बल की कार्यप्रणाली में सुधार होने की संभावना है। उनके अनुभव और रणनीतिक दृष्टिकोण से सीआईएसएफ को और अधिक मजबूत बनाया जा सकता है।

सुरक्षा के क्षेत्र में बढ़ती चुनौतियों के बीच, प्रवीर रंजन की नियुक्ति एक सकारात्मक बदलाव का संकेत है। सीआईएसएफ की भूमिका को देखते हुए, यह आवश्यक है कि वे समय-समय पर खुद को अपडेट करें और नई तकनीकों को अपनाएं।

समापन विचार

प्रवीर रंजन का सीआईएसएफ के महानिदेशक के रूप में कार्यभार संभालना न केवल उनके लिए, बल्कि भारतीय सुरक्षा व्यवस्था के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है। उनकी नियुक्ति से सुरक्षा बल में नई ऊर्जा का संचार होगा और यह बल अपने कर्तव्यों को और बेहतर तरीके से निभाने में सक्षम होगा।

अंत में, यह कहा जा सकता है कि प्रवीर रंजन के नेतृत्व में सीआईएसएफ की दिशा और दृष्टिकोण में बदलाव आएगा और यह बल अपने कार्यों को और अधिक प्रभावी ढंग से पूरा करेगा।

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