Gandhi-शास्त्री जयंती पर अंबेडकरनगर में कार्यक्रम, जिलाधिकारी ने चलाया चरखा, एसपी ने किए आदर्शों पर विचार



महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती का आयोजन अंबेडकरनगर में अंबेडकरनगर में 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती धूमधाम से…

Gandhi-शास्त्री जयंती पर अंबेडकरनगर में कार्यक्रम, जिलाधिकारी ने चलाया चरखा, एसपी ने किए आदर्शों पर विचार

महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती का आयोजन अंबेडकरनगर में

अंबेडकरनगर में 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर जिला मुख्यालय, विभिन्न कार्यालयों और विद्यालयों में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें अधिकारियों, छात्रों और स्थानीय नागरिकों ने सक्रिय रूप से हिस्सा लिया।

जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला ने अकबरपुर स्थित क्षेत्रीय श्री गांधी आश्रम में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर 156वें जयंती समारोह का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने चरखा चलाकर सूत भी काता, जो गांधीजी के सिद्धांतों और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। इसके बाद, जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में भी महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया।

पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में श्रद्धांजलि

पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक अभिजीत आर शंकर, अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी हरेंद्र कुमार और अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी श्याम देव सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने भी दोनों महान विभूतियों के चित्रों पर माल्यार्पण किया और उनके व्यक्तित्व पर चर्चा की। इस अवसर पर स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। यह कार्यक्रम न केवल श्रद्धांजलि देने का अवसर था, बल्कि युवाओं को गांधीजी और शास्त्रीजी के आदर्शों से प्रेरित करने का भी एक मंच था।

मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय में भी जयंती समारोह का आयोजन किया गया। यहाँ मुख्य विकास अधिकारी ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रत्येक ब्लॉक से एक स्वच्छता कर्मी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस पहल ने स्थानीय समुदाय में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया। सम्मानित कर्मियों ने अपने कार्य के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की प्रेरणा दी।

गांधीजी और शास्त्रीजी के आदर्शों का महत्व

महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के जीवन से हमें कई महत्वपूर्ण शिक्षाएँ मिलती हैं। गांधीजी ने जिस अहिंसा और सत्याग्रह के सिद्धांत को अपनाया, वह न केवल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का आधार बना, बल्कि आज भी हमें सामाजिक और व्यक्तिगत जीवन में सच्चाई, सहिष्णुता और अहिंसा का पालन करने की प्रेरणा देता है। वहीं, शास्त्रीजी का नारा “जय जवान, जय किसान” आज भी हमारे देश के विकास और सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

इन दोनों महान व्यक्तियों के योगदान को याद करते हुए हमें यह संकल्प लेना चाहिए कि हम उनके सिद्धांतों का पालन करते हुए अपने समाज और देश के विकास में योगदान दें। उनकी जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों ने न केवल श्रद्धांजलि अर्पित की, बल्कि युवाओं में उनके विचारों के प्रति जागरूकता भी बढ़ाई।

निष्कर्ष

अंबेडकरनगर में महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती का आयोजन एक सफल प्रयास था, जिसमें विभिन्न सामाजिक वर्गों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल श्रद्धांजलि देने का माध्यम हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का भी अवसर प्रदान करते हैं। हमें इस प्रकार के आयोजनों को आगे बढ़ाते रहना चाहिए ताकि न केवल हमारी नई पीढ़ी, बल्कि समस्त समाज गांधीजी और शास्त्रीजी के आदर्शों को अपनाने के लिए प्रेरित हो सके।

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