“Closure: उत्तर प्रदेश में शराब की दुकानें 2 अक्टूबर को रहेंगी बंद, जिलाधिकारी ने जारी किया आदेश”



गांधी जयंती पर शराब की दुकानों की बंदी का आदेश सोनभद्र के जिलाधिकारी ने 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर जिले की सभी शराब की दुकानों को बंद…

“Closure: उत्तर प्रदेश में शराब की दुकानें 2 अक्टूबर को रहेंगी बंद, जिलाधिकारी ने जारी किया आदेश”

गांधी जयंती पर शराब की दुकानों की बंदी का आदेश

सोनभद्र के जिलाधिकारी ने 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर जिले की सभी शराब की दुकानों को बंद रखने का आदेश जारी किया है। यह आदेश ना केवल देसी और विदेशी मदिरा, बल्कि बीयर, भांग और बार अनुज्ञापनों पर भी लागू होगा। इस निर्णय का उद्देश्य गांधी जयंती के अवसर पर शराब के सेवन से बचने और समाज में बेहतर माहौल बनाने के लिए है।

जिलाधिकारी बी.एन. सिंह ने बताया कि यह बंदी शराबबंदी लाइसेंस की शर्तों में शामिल है। उन्होंने सभी दुकानदारों को नोटिस जारी कर इस आदेश की जानकारी दी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि गांधी जयंती के दिन सभी आबकारी अनुज्ञापन बंद रहेंगे, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस पवित्र दिन का सम्मान किया जाए।

अवैध शराब बिक्री पर कड़ी निगरानी

जिलाधिकारी ने सभी आबकारी निरीक्षकों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में रहकर यह सुनिश्चित करें कि किसी भी दशा में अवैध मदिरा की बिक्री न हो। उन्हें विशेष रूप से अवैध अड्डों, संदिग्ध गांवों और ढाबों पर निगरानी रखने के लिए कहा गया है। यदि किसी भी दुकान को खुला पाया जाता है या अवैध बिक्री होती है, तो संबंधित के खिलाफ तुरंत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

इस संदर्भ में जिलाधिकारी ने कहा, “इस दिन किसी भी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हमें समाज में नशामुक्ति के लिए हर संभव प्रयास करने होंगे।” उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे इस आदेश का सख्ती से पालन कराएं और सुनिश्चित करें कि गांधी जयंती का आयोजन शांतिपूर्ण और उत्सवपूर्ण हो।

सामाजिक जागरूकता का महत्व

गांधी जयंती पर शराब की दुकानों को बंद रखने का उद्देश्य केवल कानूनी नहीं, बल्कि सामाजिक जागरूकता भी है। महात्मा गांधी ने अपने जीवन में शराब के सेवन के खिलाफ आवाज उठाई थी। इस प्रकार के आदेश का पालन करके हम उनके सिद्धांतों का सम्मान कर सकते हैं और समाज में नशे के खिलाफ एक सकारात्मक संदेश भेज सकते हैं।

गांधी जयंती पर शराब की दुकानों को बंद करने का यह आदेश सभी नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है, जिससे वे इस दिन को अपने परिवार के साथ शांति और एकता के साथ मनाने का अवसर पा सकेंगे। इस दिन को मनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें गांधीजी के विचारों और उनके योगदान को याद किया जाएगा।

स्थानीय व्यापारियों की प्रतिक्रियाएँ

स्थानीय व्यापारियों ने इस आदेश पर मिश्रित प्रतिक्रियाएँ दी हैं। कुछ व्यापारी इसे सकारात्मक कदम मानते हैं, जबकि कुछ का कहना है कि इससे उनके व्यापार पर असर पड़ेगा। व्यापारी संघ ने इस मामले में जिलाधिकारी से मुलाकात की और अपनी चिंताओं को साझा किया।

  • व्यापारी सुरेश यादव ने कहा, “यह आदेश समाज में अच्छा संदेश देता है, लेकिन हमारे व्यापार पर इसका असर होगा।”
  • सीमा गुप्ता ने कहा, “हमें इस दिन का सम्मान करना चाहिए, लेकिन हमें अपने व्यापार को भी ध्यान में रखना चाहिए।”

युवाओं के बीच नशामुक्ति को बढ़ावा देने के लिए यह आदेश एक सकारात्मक कदम हो सकता है। इस दिन को मनाने का यह तरीका न केवल गांधी जी के विचारों का सम्मान करता है, बल्कि समाज में एक नई जागरूकता भी लाता है।

निष्कर्ष

गांधी जयंती पर शराब की दुकानों की बंदी का आदेश एक महत्वपूर्ण पहल है जो समाज में नशामुक्ति की दिशा में एक कदम आगे बढ़ाने का प्रयास है। यह आदेश न केवल कानूनी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह समाज में जागरूकता बढ़ाने का भी एक अवसर है। हमें इस दिन का सम्मान करना चाहिए और इसे अपने परिवार के साथ शांति से मनाना चाहिए।

इस प्रकार, गांधी जयंती पर शराब की दुकानों को बंद करने का निर्णय सभी के लिए एक संदेश है कि हमें अपने समाज को नशामुक्त और स्वस्थ बनाने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।

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