“Solution: विराट कोहली और रोहित शर्मा का वनडे वर्ल्ड कप-2027 में खेलना कैसे संभव?”



पीटीआई, सिडनी: भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि देश के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली और पूर्व कप्तान रोहित शर्मा की 2027 वनडे विश्व कप में…

“Solution: विराट कोहली और रोहित शर्मा का वनडे वर्ल्ड कप-2027 में खेलना कैसे संभव?”

पीटीआई, सिडनी: भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री का मानना है कि देश के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली और पूर्व कप्तान रोहित शर्मा की 2027 वनडे विश्व कप में भागीदारी उनकी फॉर्म, फिटनेस और जज्बा पर निर्भर करेगी। शास्त्री ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली आगामी सीरीज इन सभी पहलुओं की एक महत्वपूर्ण परीक्षा होगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह सीरीज न केवल उनके प्रदर्शन का आकलन करने का मौका होगी, बल्कि यह भी बताएगी कि क्या दोनों खिलाड़ी आगामी विश्व कप की चुनौतियों के लिए तैयार हैं या नहीं।

रवि शास्त्री, जो कि 2017 से 2021 तक भारतीय टीम के मुख्य कोच रहे, ने कहा कि रोहित और कोहली को अपनी जगह पक्की करने के लिए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज में उत्कृष्ट प्रदर्शन करना होगा। यह सीरीज 19 अक्टूबर से पर्थ में शुरू होगी और दोनों खिलाड़ियों के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है। शास्त्री ने इस बात पर जोर दिया कि इन दोनों दिग्गज बल्लेबाजों के लिए यह सीरीज उनके भविष्य के लिए निर्णायक हो सकती है।

सीरीज का महत्व और संभावित परिणाम

क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू के अनुसार, शास्त्री ने काया स्पोर्ट्स के समर ऑफ क्रिकेट लॉन्च इवेंट में कहा कि यह सीरीज उनके फिटनेस स्तर, जज्बे और निश्चित रूप से फॉर्म पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि इस सीरीज के अंत में उन्हें खुद भी यह एहसास होगा कि वे किस स्थिति में हैं। यह उनके लिए एक आत्ममूल्यांकन का समय होगा, और फिर निर्णय लेना उनके हाथ में होगा।” इस प्रकार, यह सीरीज न केवल प्रदर्शन का आकलन करेगी, बल्कि खिलाड़ियों की मानसिक स्थिति को भी उजागर करेगी।

रोहित शर्मा और विराट कोहली अब केवल वनडे प्रारूप में खेलते हैं, और यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि क्या वे भारत की दीर्घकालिक योजनाओं में शामिल हो पाते हैं। अगले वनडे विश्व कप तक, रोहित की उम्र **40** वर्ष और कोहली की उम्र **38** वर्ष होगी। हाल ही में, रोहित शर्मा की जगह शुभमन गिल को भारत की वनडे टीम का कप्तान बनाया गया है, जो कि भविष्य की योजनाओं का संकेत देता है। रोहित और कोहली ने फरवरी में चैंपियंस ट्रॉफी में भारत का प्रतिनिधित्व किया था, जिसमें भारत ने विजेता बनने का गौरव हासिल किया। रोहित को फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया, जबकि कोहली ने पूरे टूर्नामेंट में भारत की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

स्टीव स्मिथ का उदाहरण

रवि शास्त्री ने इस संदर्भ में ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ को भी उल्लेखित किया, जिन्होंने मार्च में वनडे क्रिकेट से संन्यास लिया। शास्त्री ने कहा कि उनकी उम्र में खिलाड़ियों को खेल का आनंद लेना चाहिए, लेकिन साथ ही उनमें जज्बा भी होना चाहिए। उन्होंने कहा, “जब बड़े मैचों की बात आती है, तो अनुभव का कोई विकल्प नहीं होता। हम इसे चैंपियंस ट्रॉफी में देख चुके हैं। बड़े मैचों में बड़े खिलाड़ी ही सामने आते हैं।” यह विचारशीलता उन खिलाड़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है, जो अपने करियर के अंतिम चरण में हैं।

भविष्य की योजनाएं और दृष्टिकोण

भारत के क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह सीरीज सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि भविष्य की संभावनाओं का संकेत देती है। शास्त्री के अनुसार, कोहली और रोहित के प्रदर्शन पर न केवल उनकी व्यक्तिगत करियर की यात्रा निर्भर करती है, बल्कि यह भी तय करेगी कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य कैसा होगा। अगर दोनों खिलाड़ी इस सीरीज में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं, तो यह उनकी जगह को सुरक्षित कर सकता है, अन्यथा युवा खिलाड़ियों को मौका दिया जा सकता है।

इस प्रकार, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाली यह सीरीज केवल एक क्रिकेट मैच नहीं है, बल्कि यह कई खिलाड़ियों के भविष्य का निर्धारण करने वाली होगी। सभी की नज़रें इस सीरीज पर होंगी, यह जानने के लिए कि क्या कोहली और रोहित अपनी फॉर्म में लौट सकते हैं और विश्व कप में अपनी जगह सुनिश्चित कर सकते हैं।

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