स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट के युवा सितारे यशस्वी जायसवाल ने वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन वह दोहरे शतक से चूक गए। जायसवाल ने 175 रन की पारी खेली, लेकिन दुर्भाग्यवश रन आउट होकर पवेलियन लौट गए। उनके रन आउट होने के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है, जहां कुछ लोग शुभमन गिल को इस स्थिति के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद, यशस्वी जायसवाल ने अपने रन आउट पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह खेल का एक हिस्सा है और उन्होंने इसे स्वीकार किया। जायसवाल ने यह भी बताया कि उनका ध्यान हमेशा अपने प्रदर्शन पर रहता है और वह जितना संभव हो सके, उतनी देर तक बल्लेबाजी करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता हमेशा खेल को आगे बढ़ाना और अपनी टीम के लिए योगदान देना है।
यशस्वी जायसवाल का बल्लेबाजी का लक्ष्य
मैच के बाद, जायसवाल ने कहा, “मैं हमेशा कोशिश करता हूं कि जितना हो सके उतना देर तक खेलूं। अगर मैं मैदान पर हूं, तो मुझे खेल को आगे बढ़ाना चाहिए और जितना हो सके उतना देर तक खेलना चाहिए।” इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि वह अपनी जिम्मेदारी को समझते हैं और अपने खेल को गंभीरता से लेते हैं।
खेल का हिस्सा: रन आउट
जायसवाल ने आगे कहा, “यह खेल का हिस्सा है, इसलिए यह ठीक है। हमेशा एक विचार रहता है कि मैं क्या हासिल कर सकता हूं और मेरा और मेरी टीम का लक्ष्य क्या हो सकता है। मैं बस कोशिश करता हूं कि खेल में बना रहूं और सुनिश्चित करूं कि अगर मैं अंदर हूं, तो इसे लंबा खींचूं।” यह उनके मानसिकता को दर्शाता है कि कैसे वह नकारात्मकता को सकारात्मकता में बदलने की कोशिश करते हैं।
रन बनाने में हुई कठिनाई
जायसवाल ने कहा, “मैं अंदर आने की कोशिश कर रहा था, इसलिए थोड़ी हलचल थी, लेकिन जब मैं क्रीज पर था, तो मैं सोच रहा था कि शायद मैं एक घंटे तक बल्लेबाजी कर लूं और फिर मेरे लिए रन बनाना आसान हो जाएगा। विकेट अभी भी काफी अच्छा है, हम बहुत अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं।” इस बयान से यह भी स्पष्ट होता है कि वह अपनी पारी को लंबा खींचने के लिए कितने गंभीर हैं।
अनचाहा रिकॉर्ड: रन आउट की सूची में यशस्वी का नाम
यशस्वी जायसवाल अब भारत के लिए सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर पर रन-आउट होने वाले तीसरे खिलाड़ी बन गए हैं। इस अनचाही सूची में पहले स्थान पर संजय मांजरेकर हैं, जिन्होंने 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ लाहौर में 218 के स्कोर पर रन आउट हुए थे। इसके बाद, राहुल द्रविड़ का नाम आता है, जो 2002 में इंग्लैंड के खिलाफ 217 के स्कोर पर रन आउट हुए थे। द्रविड़ इस सूची में तीसरे स्थान पर भी हैं, क्योंकि उन्होंने 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 180 रन पर आउट होने का अनुभव किया था।
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