Debut: रणजी ट्रॉफी में पृथ्‍वी शॉ का जीरो, तीन बल्‍लेबाज भी नाकाम



स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट के युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ का रणजी ट्रॉफी में महाराज के लिए डेब्यू बेहद निराशाजनक रहा। केरल के खिलाफ अपने पहले मैच में शॉ…

Debut: रणजी ट्रॉफी में पृथ्‍वी शॉ का जीरो, तीन बल्‍लेबाज भी नाकाम

स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट के युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ का रणजी ट्रॉफी में महाराज के लिए डेब्यू बेहद निराशाजनक रहा। केरल के खिलाफ अपने पहले मैच में शॉ बिना कोई रन बनाए ही आउट हो गए। एमडी नीधीश ने पारी की चौथी गेंद पर उन्हें एलबीडब्ल्यू कर पवेलियन भेज दिया। शॉ, जो भारतीय टीम में वापसी की कोशिश कर रहे थे, के लिए यह एक बड़ा झटका है।

महाराष्ट्र के बाकी बल्लेबाजों का प्रदर्शन भी कुछ खास नहीं रहा। टॉप ऑर्डर के तीन बल्लेबाज बिना खाता खोले आउट हुए। इसके बाद कप्तान अंकित बावने भी इस सूची में शामिल हो गए। इस तरह से महाराष्ट्र के कुल चार बल्लेबाज शून्य पर आउट हुए, जो कि टीम की स्थिति को और भी कमजोर करता है।

महाराष्ट्र के बल्लेबाजों का निराशाजनक प्रदर्शन

महाराष्ट्र ने अपने शीर्ष तीन विकेट बिना कोई रन बनाए खो दिए। इसके बाद टीम ने 5 रन का इजाफा किया और कप्तान अंकित बावने भी जल्द ही पवेलियन लौट गए। इस तरह से टीम की बल्लेबाजी क्रम पूरी तरह से लड़खड़ा गया, जिससे उन्हें मैच में वापसी करना मुश्किल हो गया।

गायकवाड़ बने संकटमोचक

हालांकि, इस कठिन परिस्थिति में रुतुराज गायकवाड़ ने टीम को संभालने की कोशिश की। गायकवाड़ ने 151 गेंदों में 11 चौके की मदद से 91 रन बनाए। उनकी पारी का अंत ईडन एपल टॉम ने एलबीडब्ल्यू आउट करके किया। इसके अलावा जलज सक्सेना भी अर्धशतक से चूक गए, उन्होंने 106 गेंदों में चार चौके लगाकर 49 रन बनाए।

गायकवाड़ और सक्सेना के उपयोगी योगदान के कारण महाराष्ट्र ने पहले दिन के खेल के अंत तक 59 ओवर में 7 विकेट खोकर 179 रन बनाए। इस समय विक्की ओस्तवाल (10*) और रामकृष्ण घोष (11*) क्रीज पर मौजूद हैं।

केरल के गेंदबाजों का शानदार प्रदर्शन

केरल की गेंदबाजी ने इस मैच में शानदार प्रदर्शन किया। एमडी नीधीश सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने 15 ओवर में 5 मेडन सहित 42 रन देकर चार विकेट झटके। इस प्रदर्शन ने महाराष्ट्र की बल्लेबाजी को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। नेदुमंकुजी बेसिल ने दो विकेट हासिल किए, जबकि ईडन एपल टॉम ने एक विकेट अपने नाम किया।

महाराष्ट्र की स्थिति पर चर्चा

महाराष्ट्र की बल्लेबाजी क्रम की यह स्थिति चिंताजनक है। खासकर तब, जब टीम को अपनी ताकत पहचानते हुए खेलना होगा। खिलाड़ियों को अपने प्रदर्शन में सुधार करने की आवश्यकता है, ताकि वे आगामी मैचों में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। इसके अलावा, शॉ के लिए यह एक सीखने का अनुभव हो सकता है, जो उन्हें भविष्य में और मजबूत बनाएगा।

आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या महाराष्ट्र इस मैच में वापसी कर पाता है या केरल की गेंदबाजी उनके लिए एक बड़ी चुनौती साबित होगी। टीम को अपने खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर ध्यान देना होगा और उन्हें आत्मविश्वास के साथ खेलने की प्रेरणा देनी होगी।

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