राजस्थान में तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई: 201 किलो अवैध डोडा-पोस्त बरामद
राजस्थान के सायला थाना क्षेत्र में पुलिस ने एक बड़ी तस्करी का पर्दाफाश करते हुए 201 किलो अवैध डोडा-पोस्त बरामद किया है। यह मामला तब सामने आया जब एक स्कॉर्पियो कार मंगलवार को वालेरा गांव में एक पेड़ से टकरा गई। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और अवैध सामग्री के साथ कार को जब्त कर लिया।
पुलिस की तत्परता से पकड़ी गई तस्करी
सायला थानाधिकारी सुरेन्द्र सिंह ने बताया कि उन्हें मुखबिर से सूचना मिली कि वालेरा गांव में एक स्कॉर्पियो कार क्षतिग्रस्त अवस्था में सड़क से उतरकर नीम के पेड़ से टकराई है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर कार की तलाशी ली, जिसमें 10 कट्टों में भरा 201 किलो डोडा-पोस्त बरामद हुआ। पुलिस ने तुरंत एनडीपीएस एक्ट के तहत जब्ती की कार्रवाई की और मामले की गंभीरता को देखते हुए आगे की कार्रवाई शुरू की।
दूसरे वाहन की गिरफ्तारी और आरोपी की पहचान
पुलिस को इस दौरान यह भी जानकारी मिली कि स्कॉर्पियो की रैकी एक अन्य स्विफ्ट कार द्वारा की जा रही थी। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए स्विफ्ट कार का पीछा किया और उसे रोक लिया। कार का चालक बालोतरा जिले के बायतु चिमनजी निवासी रायचंदराम (28) पुत्र डालूराम जाट को गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, कार में सवार एक अन्य युवक नरेश पुत्र जेठाराम जाट मौके से फरार हो गया, जिसकी तलाश जारी है।
वाहनों की जब्ती और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने दोनों वाहनों, स्कॉर्पियो और स्विफ्ट कार को जब्त कर लिया है। साथ ही, कार से दो अलग-अलग नंबर प्लेटें भी बरामद की गई हैं। इस मामले में पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत मामला दर्ज किया और जांच बिशनगढ़ थानाधिकारी निम्बसिंह को सौंप दी गई है। पुलिस ने आरोपी से पूछताछ शुरू कर दी है ताकि इस तस्करी के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।
समाज में बढ़ती तस्करी की समस्या
यह घटना एक बार फिर से यह दर्शाती है कि राजस्थान में अवैध तस्करी की समस्या कितनी गंभीर है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई कर इस मामले को सुलझाने में सफलता पाई है, लेकिन समाज में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए और भी कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है।
राजस्थान पुलिस ने इस घटना के बाद लोगों से अपील की है कि अगर वे किसी भी प्रकार की तस्करी या संदिग्ध गतिविधियों के बारे में जानकारी रखते हैं, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। इससे तस्करी के नेटवर्क को तोड़ने में मदद मिलेगी और समाज को सुरक्षित बनाया जा सकेगा।
पुलिस की इस कार्रवाई ने यह संदेश दिया है कि वे अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इससे न केवल तस्करी पर लगाम लगेगा, बल्कि समाज में अपराध की दर को भी कम करने में मदद मिलेगी।