Rajasthan News: Smart Meter से ‘परिवर्तन’ का टोटका, खजूर की डालियों से हुआ अनोखा विरोध; पूर्व CM ने नेताजी को कहा ‘घोड़ा’



राजस्थान की राजनीति में उठा-पटक: स्मार्ट मीटर से लेकर धर्म परिवर्तन तक राजस्थान की राजनीति में इन दिनों कई घटनाएं सुर्खियों में हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक उभरते…

Rajasthan News: Smart Meter से ‘परिवर्तन’ का टोटका, खजूर की डालियों से हुआ अनोखा विरोध; पूर्व CM ने नेताजी को कहा ‘घोड़ा’

राजस्थान की राजनीति में उठा-पटक: स्मार्ट मीटर से लेकर धर्म परिवर्तन तक

राजस्थान की राजनीति में इन दिनों कई घटनाएं सुर्खियों में हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक उभरते युवा नेता को लंबी रेस का घोड़ा करार दिया है, जबकि उस नेता ने खुद को ‘जंगल में जगह तलाशता जवान शेर’ बताया है। इसी बीच, अजमेर में एक युवक ने स्मार्ट मीटर के विरोध में जेईएन साहब की गाड़ी के आगे लेटकर अपना विरोध जताया। इसके अलावा, श्रीगंगानगर में खजूर की डालियों के जरिए धर्म परिवर्तन का मामला भी सामने आया है। आइए, जानते हैं इन घटनाओं के बारे में विस्तार से।

स्मार्ट मीटर का विरोध: अजमेर की घटना

राजस्थान में बिजली के स्मार्ट मीटर को लेकर लोगों में गहरी नाराजगी देखने को मिल रही है। अजमेर के रूपनगढ़ में एक युवक ने जेईएन साहब की गाड़ी के आगे लेटकर यह कहा कि वह स्मार्ट मीटर नहीं लगवाएगा। उसने कहा, “मरना मंजूर है लेकिन स्मार्ट मीटर नहीं लगवाऊंगा।” इस घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया।

स्मार्ट मीटर की समस्या केवल एक व्यक्ति तक सीमित नहीं है। अन्य स्थानों पर भी आंदोलन चल रहे हैं। झुंझुनूं में तो बाजार भी बंद कर दिए गए हैं। लोग इस बात को लेकर चिंतित हैं कि स्मार्ट मीटर उनकी बिजली की खपत में वृद्धि कर रहा है। कुछ राजनैतिक दलों के नेता भी इस मुद्दे पर लोगों को भड़का रहे हैं, जिससे विरोध और भी बढ़ता जा रहा है।

राजनीति में बकरी, घोड़ा, शेर और बैल का खेल

राजस्थान की राजनीति में हाल ही में एक नया नेता उभरा है, जो लगातार सुर्खियाँ बटोर रहा है। इस नेता ने जयपुर में एक धरने में बकरियों को भी शामिल किया था, जिससे वह चर्चा का विषय बन गया। इस नेता ने अपने सीनियर को ‘बूढ़ा शेर’ कहते हुए खुद को ‘जवान शेर’ बताया।

इस युवा नेता ने अपने क्षेत्र में एक सीनियर नेता की तुलना बिगड़े हुए बैल से की और कहा कि नया बछड़ा आते ही उसे सींग मारकर भगा देता है। इससे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि यह युवा नेता लंबी रेस का घोड़ा है, लेकिन उसे गुस्सा कम करना चाहिए। यह बयान राजनीति में एक नए मोड़ का संकेत दे रहा है।

धर्म परिवर्तन का विवाद: खजूर की डालियों का टोटका

श्रीगंगानगर में एक विवादास्पद धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है। यहाँ एक पिता-पुत्र ने खजूर की डालियों को धर्म परिवर्तन के लिए टोटका बताकर लोगों को आकर्षित किया। उनका दावा था कि खजूर की डालियाँ उनके हाथ में रखकर धर्म परिवर्तन करने पर बरकत बरसेगी।

इस मामले ने तब तूल पकड़ा जब पास्टर पर आरोप लगा कि वह बीमारी ठीक करने के बहाने धर्म परिवर्तन का व्यवसाय चला रहा था। शिकायत के बाद पुलिस ने बेटे को गिरफ्तार कर लिया, जबकि पिता फरार हो गया। यह घटना समाज में विभिन्न चर्चाओं का विषय बन गई है, और इससे धार्मिक भावनाएं भी प्रभावित हुई हैं।

हनुमानगढ़ का धरना: पुलिस और नेताओं के बीच टकराव

हनुमानगढ़ में एक बछड़े की मौत के बाद लोगों ने धरना दिया। विशेष संगठन के सदस्यों ने आरोप लगाया कि एक व्यक्ति ने बछड़े को पीट-पीट कर मार डाला। धरने में शामिल नेता ने पुलिस से सीधे कार्रवाई की मांग की, जबकि पुलिस ने उन्हें समझाया कि मामला दर्ज करने के बाद ही जांच की जाएगी।

इस दौरान धरने पर बैठे नेता और पुलिस अधिकारी के बीच तीखी नोकझोंक हुई। पुलिस ने कहा कि पहले मामले की जांच होनी चाहिए, लेकिन नेता ने अपनी बात पर अड़े रहकर पुलिस से तत्काल कार्रवाई की मांग की। यह मामला समाज में पुलिस और राजनीतिक नेताओं के बीच की जटिलता को उजागर करता है।

समाज में सच कहने की हिम्मत

राजस्थान में यह घटनाएं यह दर्शाती हैं कि समाज में सच कहने और सुनने की हिम्मत की आवश्यकता है। चाहे वह स्मार्ट मीटर का विरोध हो या धर्म परिवर्तन का मामला, लोग अपने अधिकारों के लिए खड़े हो रहे हैं। लेकिन, सच्चाई कहने वाले को भी सावधानी बरतनी होगी, खासकर जब वह पुलिस प्रशासन के समक्ष हो।

इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि राजस्थान की राजनीति और समाज में बदलाव के लिए संघर्ष जारी है। आने वाले समय में इन मुद्दों पर और भी चर्चाएँ होंगी, जो समाज में बदलाव लाने का कार्य करेंगी।

वीडियो देखने के लिए तस्वीर पर क्लिक करें। कल फिर मिलेंगे…

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