“Paint: पुताई की कली गर्म होकर महिला के चेहरे उछली, 10 प्रतिशत झुलसी, दीपावली पर घर का रंग करने के लिए लाए थे सफेद कली, अलवर हॉस्पिटल में भर्ती”



राजस्थान में दीपावली के दौरान हुई दर्दनाक घटना अलवर जिले के मालाखेड़ा इलाके के जाटोली गांव में दीपावली के अवसर पर एक महिला के साथ एक गंभीर दुर्घटना घटित हुई…

“Paint: पुताई की कली गर्म होकर महिला के चेहरे उछली, 10 प्रतिशत झुलसी, दीपावली पर घर का रंग करने के लिए लाए थे सफेद कली, अलवर हॉस्पिटल में भर्ती”

राजस्थान में दीपावली के दौरान हुई दर्दनाक घटना

अलवर जिले के मालाखेड़ा इलाके के जाटोली गांव में दीपावली के अवसर पर एक महिला के साथ एक गंभीर दुर्घटना घटित हुई है। यहां पर महिला ने घर की पुताई के लिए सफेद कली का उपयोग करते समय अपना चेहरा झुलसाया। यह घटना सोमवार शाम की है, जब रूकमा नामक महिला (38) ने सफेद कली को एक बाल्टी में रखा था। जब वह फिर से बाल्टी की ओर गई, तो उसमें से कली गर्म होकर अचानक उबलने लगी और इसके छींटे उसके चेहरे पर पड़ गए, जिससे उसका चेहरा गंभीर रूप से जल गया।

घटना का विवरण

घायल महिला रूकमा ने बताया कि उन्होंने दीपावली के मौके पर अपने घर को सजाने के लिए सफेद कली लाई थी। वह इसे एक बाल्टी में घोलने के लिए रखी थी। जब वह दुबारा बाल्टी की ओर गई, तो देखा कि कली गर्म होकर उबलने लगी थी। अचानक हुए इस हादसे के कारण कली के छींटे उसके चेहरे पर आ गए और वह झुलस गई।

घटना के बाद रूकमा के परिवार के सदस्यों ने तुरंत उसकी मदद की और चेहरे पर पानी डालने का प्रयास किया। लेकिन इसके बावजूद, महिला का चेहरा लगभग 10 प्रतिशत तक झुलस गया। डॉक्टरों के अनुसार, रूकमा का इलाज जारी है और उनकी स्थिति स्थिर है।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

इस घटना के बाद गांव में चर्चा का विषय बन गई है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि दीपावली जैसे त्योहार के दौरान सजावट करने के लिए सावधानी बरतनी चाहिए। कई लोग इस बात पर जोर दे रहे हैं कि इस प्रकार की सामग्री का उपयोग करते समय सुरक्षा का ध्यान रखना बेहद आवश्यक है।

  • महिला के चेहरे पर जलने से संबंधित कई मामले सामने आ चुके हैं।
  • घटनाएं अक्सर तब होती हैं जब लोग सजावट में ज्यादा उत्सुकता दिखाते हैं।
  • स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सुरक्षा उपायों के प्रति जागरूक करने की आवश्यकता पर जोर दिया है।

डॉक्टरी सलाह और उपचार

डॉक्टरों का कहना है कि रूकमा का उपचार जारी है और उन्हें विशेष देखभाल की आवश्यकता है। जलने की स्थिति को देखते हुए, उन्हें समय पर चिकित्सा सहायता मिली है। चिकित्सकों ने यह भी बताया कि ऐसे मामलों में समय पर उपचार और सही देखभाल से महिला के चेहरे पर स्थायी निशान नहीं पड़ेंगे।

इसके अलावा, डॉक्टरों ने सलाह दी है कि घर में रंग रोगन या सजावट के दौरान हमेशा सावधानी बरतनी चाहिए। विशेषकर गर्म पदार्थों का उपयोग करते समय अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए ताकि ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।

निष्कर्ष

इस घटना ने एक बार फिर से यह स्पष्ट कर दिया है कि त्योहारों के दौरान सजावट करना एक खुशी का अवसर होता है, लेकिन सुरक्षा की अनदेखी करना गंभीर परिणाम ला सकता है। रूकमा की घटना ने सभी को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि हमें हमेशा सावधानी बरतनी चाहिए। त्योहारों का मज़ा लेते हुए, अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा का ध्यान रखना बेहद महत्वपूर्ण है।

आशा है कि रूकमा जल्द ही स्वस्थ हो जाएं और इस घटना से सभी लोग सीख लेकर आगे बढ़ें।

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