राजस्थान में विवाहिता की संदिग्ध मौत, परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया
अजमेर के मांगलियावास थाना क्षेत्र में एक विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। मृतका के परिजन शुक्रवार को जेएलएन अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने अपनी बहन की मौत के पीछे ससुराल पक्ष के लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। यह घटना न केवल परिवार के लिए बल्कि स्थानीय समुदाय के लिए भी चिंता का विषय बन गई है।
मृतका के परिजनों ने लगाए गंभीर आरोप
मृतका की बहन, जो एक एडवोकेट हैं, ने अपने बहन के पति, जेठ और जेठानी पर जहर देकर हत्या करने का आरोप लगाया है। इस सूचना के बाद बार एसोसिएशन के वरिष्ठ अधिवक्ता भी अस्पताल पहुंचे और मामले की गंभीरता को देखते हुए मांगलियावास थाना पुलिस से हत्या के मामले में कार्रवाई करने की मांग की। इस घटना ने न केवल कानूनी जगत में हलचल मचाई है, बल्कि समाज में भी गहरी चिंता पैदा की है।
शादी के बाद से दहेज के लिए परेशान किया गया
रीना रावत, मृतका की बहन, ने बताया कि उसकी बड़ी बहन नैना की शादी 2004 में नाहरपुरा गांव के जयसिंह से हुई थी। शादी के एक साल बाद से ही नैना को दहेज के लिए परेशान किया जा रहा था। कई बार बहन ने अपने पति को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ससुराल पक्ष के लोग इस पर ध्यान नहीं देते थे। हाल ही में, 20 सितंबर को भी उनके साथ मारपीट की गई थी, जिसमें नैना और उसके बच्चों को घर से बाहर निकाल दिया गया था।
पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए गए
एडवोकेट रीना ने कहा कि उन्होंने मांगलियावास थाने के सब इंस्पेक्टर हुकुम सिंह को इस मामले की शिकायत भी की थी, लेकिन पुलिस द्वारा उल्टा उनकी बहन के साथ गाली-गलौज की गई। ससुराल पक्ष के लोगों ने नैना को घर से बाहर निकालने की कोशिश की, जिससे स्पष्ट होता है कि उनकी स्थिति कितनी गंभीर थी।
मृतका का अंतिम फोन, जान बचाने की गुहार
रीना ने बताया कि सुबह करीब 10 बजे उनकी बहन का फोन आया, जिसमें उसने कहा कि “मुझे बचा लो, मैं जिंदा नहीं रहूंगी, मुझे कुछ पिला दिया गया है।” उसने अपने पति, जेठ और जेठानी का नाम लिया। इसके बाद, रीना ने एंबुलेंस और पुलिस को सूचित किया, लेकिन जब तक वे अस्पताल पहुंचे, डॉक्टर ने नैना को मृत घोषित कर दिया।
हत्या के आरोप और कार्रवाई की मांग
रीना ने आरोप लगाया कि उनके पति जयसिंह द्वारा अपने अवैध संबंधों के कारण नैना को बार-बार प्रताड़ित किया गया। उन्होंने मांग की कि इसके लिए जयसिंह, जेठ राम सिंह, जेठानी शौरती और अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं की गई तो वे अपनी बहन का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
अधिवक्ताओं की सक्रियता और पुलिस का बयान
बार एसोसिएशन की अधिवक्ता टीना रावत ने भी इस मामले में हस्तक्षेप किया और अस्पताल पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। अधिवक्ताओं ने मांगलियावास थाना पुलिस से हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज करने की मांग की और मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम करवाने की भी अपील की। मांगलियावास थाना प्रभारी दिनेश चौधरी ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है और पोस्टमार्टम की कार्रवाई के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
समाज में बढ़ती चिंता
इस घटना ने समाज में दहेज प्रथा और घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठाने की आवश्यकता को एक बार फिर से उजागर किया है। कई सामाजिक संगठन और स्थानीय लोग इस मामले में न्याय की मांग कर रहे हैं। यह घटना उन सभी के लिए एक संदेश है, जो घरेलू हिंसा का शिकार होते हैं, कि उन्हें अपनी आवाज उठानी चाहिए और न्याय की लड़ाई लड़नी चाहिए।
इस प्रकार, मांगलियावास थाना क्षेत्र में हुई इस दर्दनाक घटना ने सभी को झकझोर दिया है। अब देखना यह होगा कि पुलिस इस मामले में कितनी सक्रियता दिखाती है और न्याय की प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करती है।