Meeting: कोटपूतली-बहरोड़ में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक, कलेक्टर प्रियंका गोस्वामी ने स्वास्थ्य सेवाओं, योजनाओं और अभियानों की की समीक्षा



राजस्थान: जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा राजस्थान के जिला कलेक्ट्रेट सभागार में हाल ही में जिला स्वास्थ्य समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।…

Meeting: कोटपूतली-बहरोड़ में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक, कलेक्टर प्रियंका गोस्वामी ने स्वास्थ्य सेवाओं, योजनाओं और अभियानों की की समीक्षा

राजस्थान: जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा

राजस्थान के जिला कलेक्ट्रेट सभागार में हाल ही में जिला स्वास्थ्य समिति की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला कलेक्टर प्रियंका गोस्वामी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आम जनता को बेहतर चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के लिए संवेदनशीलता और समन्वय के साथ कार्य करें। इस बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं के विभिन्न पहलुओं की गहन समीक्षा की गई, जिससे यह स्पष्ट हो सके कि किस प्रकार से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाया जा सकता है।

कलेक्टर ने ‘स्वस्थ नारी सशक्त परिवार’ अभियान के तहत वंचित लाभार्थियों को योजना का लाभ देने पर भी जोर दिया। उन्होंने ग्रामीण सेवा शिविरों के विभागीय सूचकांकों में सुधार लाने की आवश्यकता पर बल दिया। इस पहल का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि वे लोग जो स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित रह जाते हैं, उन्हें भी सही समय पर चिकित्सा उपलब्ध कराई जाए।

टोबैको फ्री यूथ कैंपेन 3.0 का महत्व

कलेक्टर ने 9 अक्टूबर से शुरू हुए ‘टोबैको फ्री यूथ कैंपेन 3.0’ के तहत अधिक चालान करने और क्षेत्र में संस्थानों एवं ग्राम पंचायतों को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए जागरूकता बढ़ाने के निर्देश दिए। यह अभियान युवाओं को तंबाकू से दूर रखने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो आने वाली पीढ़ियों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में मदद करेगा। कलेक्टर ने कहा कि इस कैंपेन के माध्यम से लोगों को तंबाकू के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए।

बैठक में जिला अस्पताल में पर्याप्त व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने और आमजन को जागरूक करने पर भी बल दिया गया। कलेक्टर ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि ओपीडी (आउट पेशेंट डिपार्टमेंट) के समय चिकित्सक अपने कक्ष में उपलब्ध रहें, ताकि मरीजों को अनावश्यक रूप से इंतजार न करना पड़े। यह कदम मरीजों की सुविधा के लिए अत्यंत आवश्यक है और इससे स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की उम्मीद है।

महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य पर ध्यान

जननी शिशु सुरक्षा योजना (JSY) और राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना (RSY) की समीक्षा करते हुए कलेक्टर ने गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने गर्भवती महिलाओं के लाभार्थियों के खाते नंबर और अन्य दस्तावेजों को संकलित करने की बात कही, ताकि सभी को योजनाओं का लाभ मिल सके। मुख्यमंत्री निशुल्क जांच और दवा योजना के तहत मरीजों को जांच या दवा के अभाव में परेशानी न हो, यह सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया गया।

कलेक्टर ने संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देने के लिए स्टाफ को नियमित रूप से केंद्र पर उपस्थित रहने के सख्त निर्देश दिए। यह कदम सुनिश्चित करेगा कि सभी गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित और समय पर चिकित्सा सेवाएं प्राप्त हों। बैठक में परिवार कल्याण कार्यक्रम, मौसमी बीमारियों, मां वाउचर योजना, पीसीटीएस ओडीके एप, गुड सेमेरिटियन, टीकाकरण, एनीमिया, पीसीपीएनडीटी और आरबीएसके सहित अनेक स्वास्थ्य सेवाओं पर चर्चा की गई।

स्वास्थ्य सेवाओं में मानक और एकरूपता

कलेक्टर ने चिकित्सा विभाग द्वारा निर्धारित सभी मानकों पर एकरूपता के साथ ध्यान रखकर कार्य करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि सभी स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावी ढंग से संचालित हों और लोगों तक सही समय पर पहुंचें। इस प्रकार की बैठकें स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हैं।

अंत में, यह स्पष्ट है कि जिला स्वास्थ्य समिति की यह बैठक स्वास्थ्य सेवाओं के संचालन और उनकी गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है। सभी अधिकारियों को स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए समर्पित रहना होगा, ताकि आम जनता को उनका पूरा लाभ मिल सके।

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