करौली में विशेष योग्यजन दिवस पर दिव्यांग बच्चों को श्रवण यंत्र वितरित
करौली, राजस्थान: समाज कल्याण विभाग द्वारा आयोजित समाज कल्याण सप्ताह का समापन विशेष योग्यजन दिवस के रूप में निशब्द स्कूल परिसर, एकट बोधग्राम में हुआ। इस अवसर पर कई विशेष योग्य बच्चों को श्रवण यंत्र (हियरिंग एड) प्रदान किए गए, जो उनके लिए एक महत्वपूर्ण सहायक उपकरण साबित होंगे। यह कार्यक्रम दिव्यांग बच्चों के लिए उनकी जरूरतों को पूरा करने और उन्हें समाज में आत्मनिर्भर बनाने के लिए आयोजित किया गया था।
कार्यक्रम प्रभारी मनोज शर्मा ने बताया कि इस सप्ताह भर चले आयोजन का मुख्य उद्देश्य जरूरतमंद विशेष योग्य बच्चों को आवश्यक सहायक उपकरण प्रदान करना था। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का एक प्रयास हैं, जिससे विशेष योग्यजन भी समाज के मुख्यधारा में शामिल हो सकें।
समाज कल्याण सप्ताह की गतिविधियाँ
समाज कल्याण विभाग के हिम्मत मीणा ने बताया कि इस सप्ताह के दौरान कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। उन्होंने जानकारी दी कि 1 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान किया गया। इसके बाद 2 अक्टूबर को गांधी जयंती और अनुसूचित जाति कल्याण दिवस मनाया गया।
इसके अतिरिक्त, 3 अक्टूबर को अपराधी सुधार दिवस के तहत जेल में फल वितरण किया गया, जहां कैदियों को विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई। 4 अक्टूबर को बालगृहों में बाल दिवस मनाया गया, जबकि 5 अक्टूबर को महिला एवं बालिका दिवस के रूप में मनाया गया। 6 अक्टूबर को जनचेतना दिवस और 7 अक्टूबर को विशेष योग्यजन दिवस का आयोजन किया गया।
जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी
समाज कल्याण विभाग के परसराम नाहरवाल ने इस दौरान विभाग की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि ये योजनाएं विशेष योग्य जनों के विकास और कल्याण के लिए बनी हैं, ताकि उन्हें समाज में समानता और अवसर मिल सके।
कार्यक्रम में समाज कल्याण विभाग के कई अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों ने भी भाग लिया, जिनमें सोमेंद्र जोशी, सत्यप्रकाश, कपिल रावत, और संस्था के प्रशासन प्रभारी अमन चतुर्वेदी, अमरेश सिंह, पुष्पेंद्र सिंह, विनोद कुमार, प्रेमपाल और स्नेहलता शामिल थे। विद्यालय के बालक-बालिकाएं भी इस आयोजन में उपस्थित रहे, जिससे कार्यक्रम को और भी अधिक उत्साह मिला।
कार्यक्रम का संचालन और विशेष योगदान
कार्यक्रम का मंच संचालन अनुज प्रताप ने किया, जिन्होंने सभी उपस्थित लोगों को कार्यक्रम के उद्देश्य और महत्व के बारे में बताया। इसके अलावा, सांकेतिक भाषा में अनुवाद का कार्य वेद प्रकाश तिवारी द्वारा संभाला गया, जिससे दिव्यांग बच्चों को भी कार्यक्रम का पूरा लाभ मिल सके।
इस प्रकार का आयोजन न केवल दिव्यांग बच्चों के लिए सहायक उपकरण उपलब्ध कराता है, बल्कि यह समाज में जागरूकता फैलाने का भी कार्य करता है। इस प्रकार के सामूहिक प्रयासों से हम एक समावेशी समाज की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं, जहां हर व्यक्ति को समान अवसर मिल सके।
समाज कल्याण विभाग का यह प्रयास निश्चित रूप से दिव्यांग बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक सिद्ध होगा। इस कार्यक्रम के माध्यम से यह संदेश भी गया कि समाज में सभी वर्गों के लिए समानता और सम्मान का भाव होना चाहिए।