दिनांक और तिथि की जानकारी
दिनांक: शनिवार, 18 अक्टूबर 2025
तिथि: त्रयोदशी (समाप्ति: 06:13 PM)
नक्षत्र: हस्त (समाप्ति: 08:16 PM)
योग: प्रीति (समाप्ति: TBD)
करण: बालव, कौलव
चंद्र राशि: कन्या (Virgo)
सूर्य राशि: तुला (Libra)
पंचांग का महत्व और विवरण
शनिवार, 18 अक्टूबर 2025 को पंचांग के अनुसार यह दिन आश्विन महीने की काले चंद्रमा की 14वीं रात है, जिसे कृष्ण पक्ष कहा जाता है। इस दिन की तिथि त्रयोदशी है, जो कि शाम 6:13 बजे समाप्त होगी। इस दिन का करण बालव और कौलव है, जो विशेष रूप से किसी भी कार्य की शुरुआत के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
इस दिन चंद्र राशि कन्या है, जबकि सूर्य राशि तुला है। नक्षत्र हस्त है, जो कि 08:16 बजे समाप्त होगा। यह जानकारी न केवल धार्मिक कार्यों के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि ज्योतिषियों और भक्तों के लिए भी महत्वपूर्ण होती है। साथ ही, इस दिन का योग ‘प्रीति’ है, जो संबंधों में प्रेम और सामंजस्य का प्रतीक है।
सूर्य का उदय और अस्त
इस दिन सूर्योदय सुबह 6:00 बजे होगा और सूर्यास्त शाम 6:00 बजे होगा। यह समय भक्तों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि कई धार्मिक अनुष्ठान और पूजा-पाठ सूर्योदय और सूर्यास्त के समय किए जाते हैं। यह समय सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करने का माना जाता है।
गुजराती संवत 2082 और शाक संवत 1947 के अनुसार, यह दिन कई सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व रखता है। भारतीय पंचांग के अनुसार, यह दिन विशेष रूप से शुभ माना जाता है, जिससे लोग नए कार्यों की शुरुआत करने के लिए इसे उपयुक्त मानते हैं।
शनिवार का महत्व
शनिवार का दिन सप्ताह का सातवां दिन होता है और इसे विशेष रूप से शनिदेव के लिए समर्पित माना जाता है। इस दिन को लोग उपवास रखकर, शनिदेव की पूजा-अर्चना करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन शनिदेव की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आते हैं और समस्याओं का समाधान होता है।
इसके अलावा, रविवार को एक नई ऊर्जा और प्रेरणा के साथ शुरू करने के लिए भी यह दिन उपयुक्त माना जाता है। इस दिन किए गए कार्यों में सफलता और भाग्य का साथ मिलता है।
समापन
इस प्रकार, 18 अक्टूबर 2025 का दिन धार्मिक, ज्योतिषीय और सामाजिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। पंचांग की जानकारी हमें न केवल समय के अनुसार अपने कार्यों को निर्धारित करने में मदद करती है, बल्कि यह हमारे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और शुभता लाने का कार्य भी करती है। इस दिन की विशेषताएँ इसे एक विशेष महत्व प्रदान करती हैं, जिसे हर व्यक्ति को ध्यान में रखना चाहिए।