झाबुआ जिले में नवरात्रि महोत्सव की धूमधाम
झाबुआ जिले के बरवेट में सात दिवसीय नवरात्रि महोत्सव का आयोजन बड़े धूमधाम से किया जा रहा है। इस महोत्सव में महिलाएं और युवतियां रंग-बिरंगे पारंपरिक परिधानों में गरबा करते हुए नजर आ रही हैं। यह आयोजन न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह ग्रामीण और शहरी संस्कृति का एक अद्भुत संगम भी है। पंडाल में भक्ति और उमंग का माहौल बना हुआ है, जहां गांव और आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता रानी के दर्शन और गरबों में भाग लेने पहुंच रहे हैं।
महोत्सव के दौरान प्रतिदिन मां दुर्गा की आकर्षक झांकियां सजाई गई हैं। रंग-बिरंगे कपड़ों में महिलाएं और युवतियां गरबा खेल रही हैं, जबकि पुरुषों और युवाओं में भी इस उत्सव को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है। इस आयोजन ने स्थानीय समुदाय में एकता और भाईचारे का संदेश फैलाने का काम किया है।
जयकारों से गूंज उठा पंडाल
इस महोत्सव का मुख्य आकर्षण मां की महाआरती रही, जिसमें पंडाल माता के जयकारों से गूंज उठा। श्रद्धालुओं ने पूरे मन से आरती की और मां के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की। रायपुरिया पुलिस प्रशासन ने इस आयोजन की शांति और सुरक्षा बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे पूरा कार्यक्रम सुव्यवस्थित और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।
इस भव्य आयोजन की सफलता का श्रेय नव दुर्गा उत्सव समिति, बरवेट को दिया गया है। समिति के सदस्यों ने अपनी निष्ठा और प्रबंधन क्षमता से श्रद्धालुओं को सात दिनों तक गरबे का आनंद लेने और भक्ति का अनुभव कराने में मदद की। इस आयोजन ने न केवल धार्मिक आस्था को मजबूत किया, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक धरोहर को भी बढ़ावा दिया।
समापन समारोह की धूम
समापन की अंतिम रात, बुधवार को माता रानी की विशेष आरती और विभिन्न आकर्षक कार्यक्रमों के साथ महोत्सव का भव्य समापन हुआ। इस दौरान ग्रामीणों में खासा उत्साह देखा गया और बड़ी संख्या में लोग इस विशेष रात का हिस्सा बने। आयोजकों ने इस दिन को यादगार बनाने के लिए कई कार्यक्रम प्रस्तुत किए, जिनमें पारंपरिक नृत्य और संगीत का विशेष ध्यान रखा गया।
इस प्रकार, झाबुआ जिले के बरवेट में नवरात्रि महोत्सव ने न केवल धार्मिक भावना को जागृत किया बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक धरोहर को भी मजबूती प्रदान की। श्रद्धालुओं ने इस मौके पर अपनी आस्था और भक्ति का प्रदर्शन किया, जिससे इस महोत्सव की यादें हमेशा के लिए लोगों के दिलों में बस गईं।
इस महोत्सव का आयोजन हर साल की तरह इस बार भी सफल रहा, और समुदाय के सभी वर्गों ने इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। आने वाले वर्ष में भी इसी तरह के आयोजन की उम्मीद की जा रही है, जो स्थानीय संस्कृति और धार्मिकता को और अधिक मजबूत बनाएगा।