मध्य प्रदेश के अशोकनगर में ट्रैक्टर विवाद के चलते हुई मारपीट
मध्य प्रदेश के अशोकनगर जिले के चंदेरी थाना क्षेत्र के सूरेल गांव में मंगलवार रात एक ट्रैक्टर हटाने को लेकर दो पक्षों के बीच बड़ा विवाद हो गया। यह विवाद पहले तो मुंहवाद के रूप में शुरू हुआ, लेकिन बाद में यह लाठी-डंडों की मारपीट में तब्दील हो गया। इस घटना में कुल पांच लोग घायल हुए हैं, जिनमें से एक की हालत गंभीर है और उसे तुरंत भोपाल रेफर किया गया है।
घटना का विवरण: ट्रैक्टर पार्किंग विवाद
यह घटना मंगलवार रात करीब 10:30 बजे की है। घायल राजू पुत्र गोपाल सिंह साहू (35 वर्ष), जो सूरेल गांव का निवासी है, ने बताया कि वह अपने ट्रैक्टर को सड़क किनारे खड़ा करके दुकान से सामान खरीदने गया था। इसी बीच विजय नामक व्यक्ति वहां आया और ट्रैक्टर हटाने को लेकर उससे विवाद करने लगा। शुरू में मामला सुलझ गया, लेकिन कुछ समय बाद दोनों पक्षों के बीच फिर से तनाव बढ़ गया।
लाठी-डंडों और कुल्हाड़ी से हमला
राजू साहू ने बताया कि रात करीब 10:30 बजे दूसरे पक्ष के मुसाब सिंह, माखन सिंह, विजय, अनुज यादव तथा तीन अन्य लोगों ने उन पर लाठी-डंडों और कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। इस हमले में राजू साहू (35 वर्ष), उमेश पुत्र गोपाल साहू (37 वर्ष) और सचिन पुत्र उमेश साहू (17 वर्ष) घायल हुए।
विवाद की दूसरी ओर की कहानी
वहीं, दूसरे पक्ष के मुसाब सिंह यादव (50 वर्ष) ने कहा कि उनका भाई विजय ट्रैक्टर लेकर जा रहा था, लेकिन राजू ने रास्ते में अपना ट्रैक्टर खड़ा कर रखा था। जब विजय ने राजू से ट्रैक्टर हटाने को कहा, तो राजू ने विवाद करने का फैसला किया। मुसाब के मुताबिक, कुछ समय बाद राजू के पक्ष के सभी लोग इकट्ठा होकर आए और उन पर हमला कर दिया।
घायलों की स्थिति और पुलिस की कार्रवाई
इस मारपीट के दौरान मुसाब सिंह यादव और अनुज भी घायल हुए हैं। अनुज की हालत गंभीर होने के कारण डॉक्टरों ने उसे भोपाल रेफर कर दिया है। अन्य सभी घायलों का उपचार जिला चिकित्सालय में जारी है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
स्थानीय समुदाय में तनाव का माहौल
इस तरह की घटनाएँ स्थानीय समुदाय में तनाव पैदा करती हैं और सामाजिक समरसता को प्रभावित करती हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी विवाद को सुलझाने के लिए बातचीत का सहारा लें और हिंसा से दूर रहें। समाज में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सामुदायिक प्रयासों की आवश्यकता है, ताकि किसी भी प्रकार की शांति भंग न हो।
आगे की कार्रवाई और सुरक्षा के उपाय
पुलिस ने इस मामले में आगे की कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। वे स्थानीय मुखियाओं और सामुदायिक नेताओं के साथ मिलकर सुरक्षा के उपायों पर विचार कर रहे हैं ताकि भविष्य में इस तरह के विवाद न हों। इसके अलावा, पुलिस ने लोगों से आग्रह किया है कि वे किसी भी प्रकार की हिंसा की सूचना तुरंत दें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।
इस घटना से यह स्पष्ट हो गया है कि स्थानीय स्तर पर कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी की भागीदारी आवश्यक है। पुलिस और प्रशासन को चाहिए कि वे ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चलाएं और लोगों को समझाएं कि विवादों को सुलझाने का सबसे सही तरीका संवाद है।