मध्य प्रदेश स्थापना दिवस पर हरदा में शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन
हरदा जिले में मध्यप्रदेश स्थापना दिवस के अवसर पर रविवार को जिला खेल और युवा कल्याण विभाग द्वारा एक जिला स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह महत्वपूर्ण प्रतियोगिता शास उत्कृष्ट विद्यालय हरदा में आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न आयु वर्ग के खिलाड़ियों ने भाग लिया।
प्रतियोगिता का उद्घाटन शास उत्कृष्ट विद्यालय के प्राचार्य संतोष यादव, ब्लॉक समन्वयक सलमा खान, व्यायाम शिक्षक राजेश बिलिया और क्रीड़ा अधिकारी रामनिवास जाट ने किया। इस अवसर पर 15 वर्ष से कम आयु वर्ग में 38 और ओपन वर्ग में 28 खिलाड़ियों सहित कुल 66 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
प्रतियोगिता के प्रारूप और राउंड
प्रतियोगिता में खिलाड़ियों ने रैपिड फायर राउंड में अपनी बुद्धिमत्ता का प्रदर्शन किया। सभी खिलाड़ियों ने 4 राउंड में अपने-अपने मैच खेले, जिससे प्रतियोगिता का स्तर काफी उच्च रहा। इस प्रकार का प्रारूप खिलाड़ियों को तेजी से निर्णय लेने और अपनी रणनीतियों को लागू करने का अवसर प्रदान करता है।
प्रतियोगिता के समापन पर उप अधीक्षक अरुणा सिंह और रक्षित निरीक्षक रजनी सिंह गुर्जर ने विजेता और उपविजेता प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र प्रदान किए। इस अवसर पर रक्षित निरीक्षक ने खिलाड़ियों को नशे से दूर रहने और खेलों के प्रति अपनी रुचि बनाए रखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने हार्टफुलनेस के माध्यम से बच्चों को एकाग्रता बढ़ाने और खेल में सुधार के उपाय भी बताए।
विजेताओं की सूची
प्रतियोगिता के परिणामों के अनुसार, 15 वर्ष आयु वर्ग में राजित चौहान ने पहला स्थान प्राप्त किया, जबकि तन्मय रंघुवंशी ने दूसरा, ध्रुव मीना ने तीसरा, शिवांश गौर ने चौथा और विपुल सेजकर ने पांचवां स्थान पाया।
ओपन वर्ग में, यश पचौरी ने पहला स्थान हासिल किया, जबकि काजी सद्दाम पठान ने दूसरा, नरेंद्र विले ने तीसरा, मनमोहन कुशवाहा ने चौथा और योगेंद्र राजगुरे ने पांचवां स्थान प्राप्त किया।
प्रतियोगिता का सफल संचालन
इस प्रतियोगिता का सफल आयोजन ऑर्बिटर रामगोपाल रघुवंशी, विनोद उपाध्याय, मनमोहन कुशवाहा, अनुराग गौर, मनीष प्रजापति और गणेश पटेल द्वारा किया गया। इन सभी ने अपने अनुभव और प्रयासों से प्रतियोगिता को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
इस प्रकार, हरदा में आयोजित यह शतरंज प्रतियोगिता न केवल खिलाड़ियों के लिए एक मंच प्रदान करती है, बल्कि यह खेलों के प्रति उनकी रुचि को भी बढ़ाती है। इस तरह की प्रतियोगिताएं युवाओं को न केवल मानसिक चुनौतियों का सामना करने का अवसर देती हैं, बल्कि उन्हें एक स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली अपनाने के लिए भी प्रेरित करती हैं।
अंत में, इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि खेलों का महत्व केवल प्रतिस्पर्धा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हमारी सोचने की क्षमता, एकाग्रता और सामूहिकता को भी विकसित करता है।






















