Chhath Puja 2025: काशी में कहां बनेगी वेदी, कैसे देंगे अर्घ्य; 84 घाटों पर मुसीबत का मलबा



चतुर्थी पूजा 2025: काशी में अर्घ्य देने की तैयारी चतुर्थी पूजा, जिसे आमतौर पर छठ पूजा के नाम से जाना जाता है, भारत के विभिन्न हिस्सों में धूमधाम से मनाई…

Chhath Puja 2025: काशी में कहां बनेगी वेदी, कैसे देंगे अर्घ्य; 84 घाटों पर मुसीबत का मलबा

चतुर्थी पूजा 2025: काशी में अर्घ्य देने की तैयारी

चतुर्थी पूजा, जिसे आमतौर पर छठ पूजा के नाम से जाना जाता है, भारत के विभिन्न हिस्सों में धूमधाम से मनाई जाती है। 2025 में यह पूजा काशी में विशेष रूप से महत्वपूर्ण होने वाली है। काशी के 84 घाटों पर इस बार अर्घ्य देने के लिए तैयारियों का काम तेजी से चल रहा है। लेकिन इस बार चुनौतियाँ भी कम नहीं हैं, क्योंकि यहाँ के घाटों पर कई समस्याएँ देखने को मिल रही हैं।

काशी में वेदी निर्माण की प्रक्रिया

काशी में छठ पूजा के दौरान वेदी का निर्माण एक महत्वपूर्ण कार्य होता है। इस वर्ष, प्रशासन ने घाटों पर **स्वच्छता** और **सुविधाओं** के लिए विशेष ध्यान देने का निर्णय लिया है। काशी के घाटों पर जगह-जगह बनाई गई वेदियों पर श्रद्धालु अपने-अपने परिवार के साथ पूजा करेंगे। इस बार घाटों पर बुनियादी ढाँचे को सुधारने के लिए कई पहल की गई हैं, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।

84 घाटों पर अर्घ्य देने की चुनौतियाँ

काशी के 84 घाटों पर छठ पूजा के दौरान अर्घ्य देने की प्रक्रिया में कई प्रकार की चुनौतियाँ सामने आ रही हैं। हाल ही में आई बाढ़ के कारण घाटों पर मलबा जमा हो गया है, जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन ने मलबा हटाने के लिए विशेष टीमें गठित की हैं, लेकिन समय की कमी के कारण कार्य धीमा चल रहा है।

  • स्वच्छता अभियान: घाटों की सफाई के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
  • सुविधाएँ: श्रद्धालुओं के लिए पानी, भोजन और अन्य आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी।
  • सुरक्षा: पूजा स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा।

श्रद्धालुओं की तैयारियाँ और उत्साह

छठ पूजा के लिए श्रद्धालुओं में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। महिलाएँ विशेष रूप से इस पूजा को बड़े श्रद्धा भाव से करती हैं। वे अपने घरों में विशेष पकवान बनाकर घाटों पर जाती हैं। इस पूजा में सूर्य देव को अर्घ्य देने का विशेष महत्व होता है। इसके लिए श्रद्धालु सुबह और शाम के समय घाटों पर एकत्र होते हैं। इस बार भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ की उम्मीद है।

निष्कर्ष

चतुर्थी पूजा 2025 काशी में एक विशेष धार्मिक आयोजन के रूप में देखा जा रहा है। प्रशासन और स्थानीय लोगों को मिलकर इस पूजा को सफल बनाने के लिए अपने प्रयासों को तेज करना होगा। घाटों पर अर्घ्य देने के लिए सभी तैयारियाँ पूरी की जा रही हैं, लेकिन मलबे की समस्या को हल करना सबसे बड़ी चुनौती है। ऐसे में सभी को मिलकर इस पवित्र अवसर को सफल बनाना होगा, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। काशी की पवित्रता और श्रद्धा को बनाए रखने के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय है।

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