### राजगढ़ में शादी के समारोह में 7 साल की बच्ची की दर्दनाक मौत
राजगढ़ (मध्य प्रदेश) में एक शादी समारोह के दौरान, एक 7 साल की बच्ची एक खुले बर्तन में गिर गई, जिसमें तरल नाइट्रोजन भरा हुआ था। बच्ची को गंभीर जलन के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। उसके शरीर का 80% हिस्सा -196 डिग्री सेल्सियस की ठंडक से जल गया था। परिवार ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए उसकी आंखें दान करने का निर्णय लिया।
#### मुख्य बातें
– शादी समारोह में मंच पर तरल नाइट्रोजन से भरा एक खुला बर्तन रखा गया था।
– समारोह के दौरान बच्ची उस बर्तन में गिर गई और जल गई।
– बच्ची का 80% शरीर नाइट्रोजन की ठंडक से जल गया था।
राजगढ़ में शादी समारोह के दौरान तरल नाइट्रोजन का उपयोग एक खतरनाक स्थिति पैदा कर सकता है। 6 मई को, राजेश गुप्ता अपने परिवार के साथ एक शादी में शामिल हुए थे, जिसमें उनकी 7 साल की बेटी वाहिनी भी थी। समारोह के दौरान, दूल्हा-दुल्हन के प्रवेश के समय मंच के पास एक खुला बर्तन रखा गया था, जिससे बादलों जैसा दृश्य बनाने की कोशिश की गई थी।
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इस हादसे में बच्ची बर्तन में गिर गई और उसे गंभीर जलन हुई। उसे इंदौर के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
#### परिजन ने दान कीं आंखें
बच्ची की मौत के बाद, उसके परिवार ने उसकी आंखें दान करने का फैसला किया, ताकि कोई और उसके द्वारा देखे जाने वाले इस संसार को देख सके।
#### तरल नाइट्रोजन क्या है?
– नाइट्रोजन गैस की तरल अवस्था है, जिसे -196 डिग्री सेल्सियस पर ठंडा और संकुचित किया जाता है। यह ज्वलनशील नहीं है, लेकिन इसकी अत्यधिक ठंडक खतरनाक हो सकती है।
– इसे शादी समारोहों में बादलों का प्रभाव बनाने, खाद्य पदार्थों को प्रदर्शित करने और धुएं के प्रभाव के लिए उपयोग किया जाता है। इसके उपयोग से पहले जिला प्रशासन से अनुमति लेना आवश्यक है, लेकिन यह नियम आमतौर पर नजरअंदाज किया जा रहा है।