चकरभठ्ठा के इंजीनियर मयंक पांडे की पत्नी ने दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया है। समझौते के प्रयास में पत्नी ने ईसाई धर्म अपनाने की शर्त रखी, जिसे मयंक ने ठुकरा दिया और पुलिस से शिकायत की। मामला दर्ज होने के बाद इसे जांच के लिए मध्य प्रदेश भेजा गया है।
बिलासपुर से नई दुनिया के संवाददाता के अनुसार, चकरभठ्ठा क्षेत्र के बोदरी में रहने वाले इंजीनियर मयंक पांडे की पत्नी के साथ कुछ अनबन चल रही थी। पत्नी की शिकायत पर मध्य प्रदेश पुलिस ने उसके खिलाफ मामला दर्ज किया है। मयंक ने समझौता करने की कोशिश की ताकि वह मामले से बच सकें।
पत्नी ने पहले ईसाई धर्म अपनाने की शर्त रखी, जिसे सुनकर मयंक हैरान रह गए। उन्होंने चकरभठ्ठा पुलिस थाने में इस मामले की शिकायत की। पुलिस ने इस पर मामला दर्ज किया है और इसे जांच के लिए मध्य प्रदेश भेजा जाएगा।
36 वर्षीय मयंक पांडे, जो गोल्डन पार्क कॉलोनी में रहते हैं, की शादी 2019 में मध्य प्रदेश के अनुपपुर जिले की निवासी रंजना पांडे से हुई थी। विवाद के कारण उनकी पत्नी अपने मायके चली गई और फिर दहेज उत्पीड़न की शिकायत महिलाओं के पुलिस थाने में दर्ज कराई। इस पर पुलिस ने मयंक और उनके परिवार के खिलाफ मामला दर्ज कर अदालत में पेश किया।
मयंक ने कहा कि उन्हें 10 मार्च को अदालत में पेश किया गया था। पेशी के दौरान उन्होंने पत्नी के साथ मिलकर समझौता करने की बात की। पत्नी ने बताया कि गौरेला-पेंद्रा-मेरवही जिले के मुख्यमंत्री DAV कॉलेज के प्राचार्य ने उसे धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया है। उसने मयंक से ईसाई धर्म अपनाने के लिए समझौता करने को कहा, जिसे सुनकर वह हैरान रह गए।
मयंक ने कहा कि उनकी पत्नी ने धर्म परिवर्तन के लिए 50 हजार रुपये का लालच दिया और कहा कि इसके बाद अच्छी नौकरी मिलेगी। इसके अलावा, उसने अन्य लोगों के धर्म परिवर्तन के लिए 20 हजार रुपये की मांग की। उन्होंने धर्म परिवर्तन के लिए कुंभार में प्राचार्य से मिलने का भी कहा। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।