छत्तीसगढ़ राज्य के 25 वर्ष: गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में मनाया गया रजत जयंती महोत्सव
छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में रजत जयंती वर्ष का समारोह धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा पेंड्रा स्थित असेंबली हॉल मल्टीपर्पस स्कूल में छत्तीसगढ़ रजत जयंती महोत्सव का आयोजन किया गया। यह महोत्सव राज्य के विकास और उसकी सांस्कृतिक समृद्धि के प्रतीक के रूप में देखा जा रहा है।
महोत्सव का शुभारंभ माँ सरस्वती, भगवान विश्वकर्मा और छत्तीसगढ़ महतारी के चित्रों पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। यह आयोजन जिला कौशल विकास प्राधिकरण द्वारा आयोजित किया गया, जिसमें विभिन्न कार्यक्रमों का समावेश किया गया था। इनमें एल्यूमिनी मीट, कौशल प्रशिक्षित युवाओं को ऋण संबंधी जानकारी और कौशल प्रशिक्षण से संबंधित विभागीय संगोष्ठी शामिल थी। इस अवसर पर 20 कौशल प्रशिक्षित युवाओं को प्रमाण पत्र भी दिए गए, जो उनके कौशल विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है।
कौशल विकास योजना से युवा हो रहे आत्मनिर्भर
यह रजत जयंती महोत्सव औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था गौरेला, पेंड्रा और मरवाही के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मरवाही विधायक प्रणव कुमार मरपची ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त कर लोग अपने व्यवसाय की शुरुआत कर सकते हैं। उन्होंने युवाओं को स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।
गौरेला नगरपालिका परिषद के अध्यक्ष मुकेश दुबे ने भी इस योजना की सराहना की। उन्होंने कहा कि “देश का भविष्य युवाओं के कंधों पर है” और यह योजना उन्हें स्वयं का रोजगार स्थापित करने में सक्षम बनाती है। उनके अनुसार, कौशल विकास योजना केवल रोजगार की संभावनाओं को बढ़ाने में नहीं, बल्कि युवाओं के आत्मविश्वास को भी बढ़ाने में सहायक है।
समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति और छात्र-छात्राएं
इस अवसर पर जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजा उपेंद्र बहादुर सिंह, जिला पंचायत सीईओ मुकेश रावटे, नगरपालिका परिषद पेंड्रा के अध्यक्ष राकेश जालान, जनपद पंचायत मरवाही की अध्यक्ष जानकी कुसरो, जनपद सदस्य सविता भानु, डिप्टी कलेक्टर आकांक्षा पाण्डेय और महिला एवं बाल विकास अधिकारी अमित सिन्हा सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं और शिक्षकगण उपस्थित थे।
इस महोत्सव में न केवल युवाओं के कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया, बल्कि यह छत्तीसगढ़ राज्य की संस्कृति और परंपराओं को भी प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर था। कार्यक्रम में विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और विविध गतिविधियां भी आयोजित की गईं, जो युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच प्रदान करती हैं।
कौशल विकास योजना का महत्व
कौशल विकास योजना ने युवाओं को न केवल रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए भी प्रेरित किया है। इस योजना के तहत विभिन्न कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है, जिससे युवाओं को उनके इच्छित क्षेत्रों में विशेषज्ञता हासिल होती है। इसके फलस्वरूप, वे अपने व्यवसाय को प्रारंभ कर सकते हैं या विभिन्न उद्योगों में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
छत्तीसगढ़ राज्य की रजत जयंती महोत्सव ने यह साबित कर दिया है कि जब युवा अपने कौशल में निपुण होते हैं, तो वे समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। इस तरह के आयोजनों से न केवल युवाओं को प्रेरणा मिलती है, बल्कि यह उन्हें अपने लक्ष्यों की ओर अग्रसरित करने में भी मदद करता है।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में आयोजित यह महोत्सव छत्तीसगढ़ राज्य की प्रगति और विकास के प्रति एक मजबूत संकेत है। यह कार्यक्रम सभी के लिए एक प्रेरणा स्रोत है, और यह दर्शाता है कि यदि सही मार्गदर्शन और संसाधन उपलब्ध कराए जाएं, तो युवा पीढ़ी अपने भविष्य को स्वर्णिम बना सकती है।