बीजापुर में सड़कें जर्जर, स्थानीय लोगों की बढ़ती नाराजगी
बीजापुर में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY) के तहत निर्मित सड़कें अब जर्जर हालत में पहुंच गई हैं, जिससे स्थानीय निवासियों में भारी नाराजगी देखने को मिल रही है। हाल ही में, न्यू बस स्टैंड से गंगालूर पुलिस लाइन तक सड़क की मरम्मत की मांग को लेकर पार्षदों और ग्रामीणों ने संबंधित विभाग को ज्ञापन सौंपा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क की स्थिति अत्यंत खराब है, जिससे उन्हें प्रतिदिन कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
गड्ढों से भरी सड़क की हालत
न्यू बस स्टैंड से हिरोली तक करोड़ों रुपये की लागत से बनी यह सड़क बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो गई है। भारी वाहनों की आवाजाही के कारण सड़क की स्थिति और बिगड़ गई है। राहगीरों को इससे भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई स्थानीय निवासियों का आरोप है कि पिछले कुछ वर्षों में सड़क की खराब स्थिति के कारण 4 से 5 लोगों की जान भी जा चुकी है, जो इस समस्या की गंभीरता को दर्शाता है।
सड़क योजना के अधिकारियों से बातचीत
सोमवार को नगर पालिका बीजापुर के पार्षदों और ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अधिकारी नवीन कुमार टोंडे से मुलाकात की। इस बैठक में उन्होंने न्यू बस स्टैंड से गंगालूर पुलिस लाइन तक सड़क की तत्काल मरम्मत की मांग करते हुए एक ज्ञापन भी सौंपा। इस ज्ञापन में सड़क की स्थिति को लेकर स्थानीय निवासियों की चिंताओं को प्रमुखता से रखा गया।
अधिकारियों का आश्वासन
विभाग के अधिकारी नवीन कुमार टोंडे ने बताया कि बीजापुर न्यू बस स्टैंड से हिरोली तक बनी सड़क का रखरखाव कार्य पहले पूरा किया जा चुका है, लेकिन कुछ हिस्सों में अभी भी दिक्कतें बनी हुई हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि अक्टूबर माह के अंत तक जब भी कार्य प्रारंभ होगा, इस सड़क का मरम्मत कार्य भी कराया जाएगा। हालांकि, स्थानीय लोगों ने इस आश्वासन पर संदेह जताया है और जल्द कार्रवाई की मांग की है।
स्थानीय निवासियों की चिंताएं और मांगें
स्थानीय निवासियों का कहना है कि सड़क की अव्यवस्था के कारण न केवल उनकी यात्रा में कठिनाई हो रही है, बल्कि यह उनके जीवन के लिए भी खतरा बन चुकी है। कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, जिससे उनकी चिंताएं और बढ़ गई हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि प्रशासन इस समस्या का शीघ्र समाधान निकाले ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
- सड़क की जर्जर हालत ने राहगीरों को किया परेशान
- 4 से 5 लोगों की जान जा चुकी है
- अधिकारियों ने अक्टूबर तक मरम्मत का आश्वासन दिया
बीजापुर की यह स्थिति न केवल स्थानीय लोगों के लिए कठिनाई का कारण बन रही है, बल्कि यह प्रशासन के लिए भी एक चुनौती है। यदि समय रहते इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं। स्थानीय निवासियों ने अब प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की अपेक्षा जताई है ताकि उनकी सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित की जा सके।