Silver की कीमतों में भारी उछाल, कालाबाजारी भी तेज: रायपुर में सराफा व्यापारियों ने कहा- डिमांड ज्यादा, सप्लाई कम, इसलिए बढ़ी कीमतें



दिवाली के पहले सोने-चांदी की कीमतों में उछाल दिवाली का त्योहार नजदीक आ रहा है और बाजारों में रौनक देखने को मिल रही है, लेकिन इस बार सोने और चांदी…

Silver की कीमतों में भारी उछाल, कालाबाजारी भी तेज: रायपुर में सराफा व्यापारियों ने कहा- डिमांड ज्यादा, सप्लाई कम, इसलिए बढ़ी कीमतें

दिवाली के पहले सोने-चांदी की कीमतों में उछाल

दिवाली का त्योहार नजदीक आ रहा है और बाजारों में रौनक देखने को मिल रही है, लेकिन इस बार सोने और चांदी की कीमतें आम लोगों की उम्मीदों से कहीं अधिक बढ़ गई हैं। अमेरिका की नई टैरिफ नीति और वैश्विक बाजार में उठापटक के कारण रायपुर के सराफा बाजार पर इसका सीधा असर देखने को मिल रहा है। त्योहार के मौसम में जब लोग सोने-चांदी की खरीदारी की योजना बना रहे हैं, तो कीमतों में तेजी ने उनकी खरीदारी की इच्छाओं पर पानी फेर दिया है।

चांदी की कीमतें ऐतिहासिक स्तर पर

इस समय चांदी की कीमतें 1.64 लाख रुपए प्रति किलो के पार पहुंच गई हैं, जो कि अब तक का सर्वाधिक स्तर है। वहीं, सोने के दाम भी 1.21 लाख रुपए प्रति 10 ग्राम पर स्थिर बने हुए हैं। इस महंगाई के बीच, त्योहारों के सीजन में लोग सोने और चांदी की खरीदारी से पीछे हट रहे हैं। सराफा व्यापारियों का कहना है कि डिमांड अधिक है, लेकिन सप्लाई कम होने के कारण कीमतें बढ़ रही हैं।

आने वाले हफ्ते में कीमतों में कमी की संभावना

पूर्व सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू के अनुसार, अमेरिका में टैरिफ बढ़ने के बाद वैश्विक निवेशकों ने सोने और चांदी में निवेश करना शुरू कर दिया है। भारत में दिवाली और शादी का सीजन चल रहा है, लेकिन मेटल की सप्लाई सीमित है। यही वजह है कि कीमतें इस समय चढ़ी हुई हैं। हालांकि, उन्होंने बताया कि अगले हफ्ते तक कीमतों में कुछ राहत मिल सकती है।

बढ़ती डिमांड और घटती सप्लाई

एक्सिस म्यूचुअल फंड की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, 2025 की पहली छमाही में वैश्विक स्तर पर चांदी के ETF में रिकॉर्ड निवेश हुआ है। इस कारण भारत में चांदी भारी प्रीमियम पर बिक रही है। इसका प्रभाव रायपुर के थोक और खुदरा बाजारों पर भी पड़ा है। कई दुकानदारों ने चुपचाप एमसीएक्स दर से ऊपर दाम वसूलने शुरू कर दिए हैं, जिससे ग्राहकों में असंतोष बढ़ रहा है।

प्रशासन की सक्रियता और निगरानी

कालाबाजारी की बढ़ती शिकायतों को लेकर प्रशासन ने निगरानी बढ़ा दी है। स्थानीय व्यापार संगठनों से भी सहयोग मांगा गया है ताकि ग्राहकों को ठगी से बचाया जा सके। इस बार रायपुर में चांदी की चमक आम लोगों के लिए फीकी पड़ती नजर आ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि दिवाली के बाद कीमतें कुछ सामान्य हो सकती हैं, लेकिन तब तक ग्राहकों को खरीदारी में सतर्कता बरतनी होगी।

दिवाली के मौके पर खरीदारी की योजना

दिवाली जैसे बड़े त्योहार पर सोने और चांदी की खरीदारी भारतीय संस्कृति का एक अहम हिस्सा है। ऐसे में जब कीमतें आसमान छू रही हैं, लोगों को अपने बजट के अनुसार खरीदारी करनी होगी। विशेषज्ञों का सुझाव है कि ग्राहक अधिक जानकारी के साथ खरीदारी करें और बाजार में हो रही गतिविधियों पर ध्यान दें।

निष्कर्ष

इस बार की दिवाली में बाजारों की रौनक तो है, लेकिन सोने और चांदी की कीमतों ने लोगों की खरीदारी की योजना को प्रभावित किया है। उम्मीद है कि प्रशासन की सक्रियता और बाजार की स्थिरता से आने वाले दिनों में कीमतों में कुछ कमी आएगी। तब तक, ग्राहकों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है और अपने बजट के अनुसार खरीदारी करनी चाहिए।

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