“Ban” कफ-सिरप बेचेने वाले 4 आरोपियों को 10 साल कैद: 1-1 लाख जुर्माना, ड्रग बेचने पर एक आरोपी को 6 साल की सजा



नशीली दवाओं के कारोबार में शामिल चार आरोपियों को 10-10 साल की सजा छत्तीसगढ़ में नशीली टैबलेट और प्रतिबंधित कफ सिरप बेचने के आरोप में चार आरोपियों को अदालत द्वारा…

“Ban” कफ-सिरप बेचेने वाले 4 आरोपियों को 10 साल कैद: 1-1 लाख जुर्माना, ड्रग बेचने पर एक आरोपी को 6 साल की सजा

नशीली दवाओं के कारोबार में शामिल चार आरोपियों को 10-10 साल की सजा

छत्तीसगढ़ में नशीली टैबलेट और प्रतिबंधित कफ सिरप बेचने के आरोप में चार आरोपियों को अदालत द्वारा 10-10 साल की सजा सुनाई गई है। इसके साथ ही, सभी पर 1-1 लाख रुपए का अर्थदंड भी लगाया गया है। यदि आरोपियों ने अर्थदंड की राशि का भुगतान नहीं किया, तो उन्हें 2-2 साल की अतिरिक्त कैद भुगतनी होगी। यह निर्णय अदालत ने हाल ही में सुनाया है, जिससे नशीली दवाओं के कारोबार पर लगाम लगाने की दिशा में एक कदम और बढ़ा है।

इसके अलावा, हेरोइन बेचने के आरोप में एक अन्य आरोपी को 6 साल की कैद और 60 हजार रुपए का जुर्माना भी सुनाया गया है। जुर्माना न भरने पर उसे 6 महीने की अतिरिक्त सजा का सामना करना पड़ेगा। विशेष लोक अभियोजक केके चंद्राकर ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि यह घटनाएं वर्ष 2022 और 2023 में घटित हुई थीं।

सावन और देवनारायण से मिली 336 नशीली टैबलेट

घटनाओं की शुरुआत 10 सितंबर 2022 को हुई जब राजेन्द्र नगर पुलिस ने सावन पुली (20) और देवनारायण साहू (20) को महावीर नगर के पास संदिग्ध हालत में पकड़ा। जांच के दौरान उनके पास से 336 नग नशीली टैबलेट बरामद की गई, जिन्हें वे बेचने की योजना बना रहे थे। यह गिरफ्तारी नशीली दवाओं के कारोबार में बढ़ती गंभीरता को दर्शाती है और पुलिस की सक्रियता को भी उजागर करती है।

कफ सिरप बेचते मिले दो आरोपी

इसी तरह, 3 दिसंबर 2022 को मठपुरैना निवासी मोहम्मद असीम (30) और अनिरुद्ध कामड़े (25) को संतोषी नगर के पास पुलिस ने पकड़ा था। इनकी तलाशी में 144 नग प्रतिबंधित कफ सिरप बरामद किया गया था। ये दोनों आरोपी भी अवैध रूप से इन कफ सिरप को बेचने के प्रयास में थे, जिससे यह स्पष्ट होता है कि नशीले पदार्थों का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है।

हेरोइन के साथ पकड़ा गया निशांत सिंह

हाल ही में, 24 सितंबर 2023 को कबीर नगर पुलिस ने सोनडोंगरी निवासी निशांत सिंह संधू (24) को यदुवंशी चौक के पास गिरफ्तार किया। उसकी तलाशी में 15.10 ग्राम हेरोइन बरामद की गई। आरोपी हेरोइन बेचने की योजना बना रहा था, और पुलिस की विशेष गश्त दल ने उसे समय पर पकड़ लिया। यह गिरफ्तारी भी नशीली दवाओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान का एक हिस्सा है।

नशीली दवाओं के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई

इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि नशीली दवाओं का कारोबार समाज के लिए एक गंभीर खतरा है। पुलिस विभाग ने इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान दिया है और लगातार नशीली दवाओं के कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। विशेष लोक अभियोजक केके चंद्राकर ने बताया कि इससे पहले भी कई बार पुलिस ने नशीली दवाओं के कारोबारियों को गिरफ्तार किया है, और उनके खिलाफ ठोस सबूत जुटाए गए हैं।

समाज में जागरूकता की आवश्यकता

इस प्रकार की घटनाएं समाज में नशीली दवाओं के प्रति जागरूकता फैलाने की आवश्यकता को दर्शाती हैं। परिवारों को चाहिए कि वे अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखें और उन्हें नशीली दवाओं के खतरों के बारे में बताएं। इसके साथ ही, समाज के सभी वर्गों को एकजुट होकर इस समस्या के समाधान के लिए प्रयास करना होगा।

नशीली दवाओं के कारोबार पर काबू पाने के लिए नागरिकों को भी अपनी जिम्मेदारियों का एहसास करना होगा। यह केवल पुलिस का काम नहीं है, बल्कि समाज के हर सदस्य को इससे लड़ने का प्रयास करना चाहिए।

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