Ravana Dahan: मोहनिया के दुर्गा पड़ाव में रावण दहन संपन्न, कैमूर में लाखों श्रद्धालु रहे मौजूद, फायर ब्रिगेड रही मुस्तैद



कैमूर में रावण दहन का आयोजन: सुरक्षा के कड़े इंतजाम कैमूर के दुर्गा पड़ाव मोहनिया में रावण दहन का कार्यक्रम इस वर्ष भी धूमधाम से मनाया गया। इस आयोजन में…

Ravana Dahan: मोहनिया के दुर्गा पड़ाव में रावण दहन संपन्न, कैमूर में लाखों श्रद्धालु रहे मौजूद, फायर ब्रिगेड रही मुस्तैद

कैमूर में रावण दहन का आयोजन: सुरक्षा के कड़े इंतजाम

कैमूर के दुर्गा पड़ाव मोहनिया में रावण दहन का कार्यक्रम इस वर्ष भी धूमधाम से मनाया गया। इस आयोजन में लाखों श्रद्धालु शामिल हुए, जिन्होंने इस पर्व का आनंद लिया। रावण दहन के इस समारोह को सफलतापूर्वक संपन्न करने के लिए सुरक्षा व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा गया था। मोहनिया डीएसपी प्रदीप कुमार और एसडीएम अनिरुद्ध पांडे के नेतृत्व में पुलिस और मजिस्ट्रेट की टीमें तैनात थीं, जिन्होंने कार्यक्रम की हर गतिविधि पर नजर रखी।

सुरक्षा और तैयारी: फायर ब्रिगेड की भूमिका

फायर ब्रिगेड विभाग की टीम भी इस आयोजन में पूरी तरह से मुस्तैद रही। रावण दहन से पहले सभी पटाखों का निरीक्षण किया गया, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। फायर ब्रिगेड अधिकारी संतोष कुमार ने बताया कि सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे और भीड़ को रावण से सुरक्षित दूरी पर रखा गया था। इन व्यवस्थाओं के चलते यह आयोजन पूरी तरह से शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ।

सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व

इस कार्यक्रम के सफलतापूर्वक संपन्न होने की पुष्टि प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी राकेश कुमार ने की। उन्होंने बताया कि एसडीएम और डीएसपी के नेतृत्व में इस आयोजन को सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना गया। इस परंपरा का पालन करना न केवल धार्मिक दृष्टि से आवश्यक है, बल्कि यह समाज में नैतिकता और सत्य के महत्व को भी दर्शाता है।

रावण दहन: सत्य और असत्य की लड़ाई का प्रतीक

मंदिर प्रबंधन के अनिल कुमार सिंह ने रावण दहन को असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह परंपरा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह समाज के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश भी है। रावण दहन की इस परंपरा को हर वर्ष मनाए जाने से सत्य और नैतिकता के महत्व को रेखांकित किया जाता है, जो समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में सहायक हो सकता है।

श्रद्धालुओं की भागीदारी: उत्सव का आनंद

रावण दहन के इस आयोजन में शामिल होने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आए। इस अवसर पर स्थानीय लोगों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया। श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे के साथ मिलकर उत्सव का आनंद लिया और रावण दहन के इस पावन अवसर पर अपने परिवार एवं मित्रों के साथ समय बिताया। इस कार्यक्रम ने न केवल धार्मिक भावना को प्रोत्साहित किया, बल्कि सामाजिक बंधनों को भी मजबूत किया।

आगामी कार्यक्रमों की योजना

आगामी दिनों में भी इस तरह के आयोजनों की योजना बनाई जा रही है, जिससे स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा मिल सके। स्थानीय प्रशासन और मंदिर प्रबंधन इस दिशा में सक्रियता से काम कर रहे हैं, ताकि भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किए जा सकें। इसके साथ ही, आयोजकों ने यह भी सुनिश्चित किया है कि आने वाले सभी कार्यक्रमों में सुरक्षा व्यवस्था को सर्वोपरि रखा जाएगा, ताकि श्रद्धालु बिना किसी चिंता के अपने धार्मिक कर्तव्यों का पालन कर सकें।

इस प्रकार, कैमूर के दुर्गा पड़ाव मोहनिया में रावण दहन का यह कार्यक्रम न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान के रूप में महत्वपूर्ण रहा, बल्कि इसने सामाजिक एकता और सांस्कृतिक धरोहर को भी सहेजने का कार्य किया।

Bihar News in Hindi

लेखक –

Recent Posts

copyrights @ 2025 khabar24live

Exit mobile version