Murder: सहरसा में किसान की सिर कटी लाश मिली, 24 घंटे बाद भी नहीं हुआ बरामद, तलाश में जुटी पुलिस



सहरसा में किसान की हत्या: सिर कटा धड़ बरामद बिहार के सहरसा जिले के कनरिया थाना क्षेत्र में एक 65 वर्षीय किसान का सिर कटा धड़ बरामद हुआ है। यह…

Murder: सहरसा में किसान की सिर कटी लाश मिली, 24 घंटे बाद भी नहीं हुआ बरामद, तलाश में जुटी पुलिस

सहरसा में किसान की हत्या: सिर कटा धड़ बरामद

बिहार के सहरसा जिले के कनरिया थाना क्षेत्र में एक 65 वर्षीय किसान का सिर कटा धड़ बरामद हुआ है। यह घटना रविवार दोपहर की है, जब किसान नारायण यादव मवेशियों के लिए चारा लेने गए थे। इस घातक घटना के 24 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी मृतक का सिर बरामद नहीं हो सका है, जिससे परिजनों में चिंता और आक्रोश व्याप्त है।

घटनाक्रम का विवरण

पुलिस घटना की गहनता से जांच कर रही है। नारायण यादव सुखासन गांव के वार्ड नंबर 9 के निवासी थे। रविवार दोपहर लगभग 2 बजे वे अपने घर से बहियार में घास लेने निकले थे। घास लेकर लौटते समय, घर से महज 500 मीटर की दूरी पर अज्ञात अपराधियों ने उन पर तेज धारदार हथियार से हमला कर दिया। इस हमले में उनकी निर्मम हत्या कर दी गई।

सिर लेकर फरार हुए अपराधी

हमलावरों ने नारायण यादव की हत्या कर उनके धड़ को वहीं छोड़ दिया और सिर लेकर फरार हो गए। रविवार शाम को सूचना मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। सोमवार सुबह बिना सिर के धड़ का पोस्टमॉर्टम कर परिजनों को सौंप दिया गया, जिससे परिवार में शोक की लहर दौड़ गई।

FSL टीम की जांच

सिमरी बख्तियारपुर के एसडीपीओ मुकेश कुमार ठाकुर ने बताया कि कटे सिर की तलाश में डॉग स्क्वायड की टीम इलाके में लगातार तलाशी अभियान चला रही है, लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली है। इसके अलावा, एफएसएल टीम भी घटना की बारीकी से जांच कर रही है, ताकि हत्या के कारणों का पता लगाया जा सके।

परिवार की स्थिति

नारायण यादव अपने छह भाइयों में सबसे बड़े थे। उनके पास छह बच्चे हैं, जिनमें तीन बेटियां और तीन बेटे शामिल हैं। तीनों बेटे बाहर रहकर मजदूरी करते हैं, जबकि नारायण अपने गाँव में खेती-किसानी का काम करते थे। उनके छोटे भाई अशोक यादव ने बताया कि नारायण की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, और परिवार को इस घटना से गहरा सदमा लगा है।

परिजनों की मांग

अशोक यादव ने यह भी बताया कि जब नारायण का शव मिला, तो उनके शरीर पर कोई वस्त्र नहीं था। इस घटना को लेकर परिजनों ने पुलिस प्रशासन से जल्द से जल्द सिर बरामद करने की मांग की है। उनका कहना है कि जब तक सिर नहीं मिलता, तब तक न्याय की उम्मीद नहीं की जा सकती। इस घटना ने क्षेत्र में भय और असुरक्षा का माहौल बना दिया है।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

स्थानीय निवासियों ने इस निर्मम हत्या की निंदा की है और आरोपी को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है। घटना के बाद से गाँव में डर का माहौल है और लोग अपने घरों से बाहर निकलने में हिचकिचा रहे हैं। कई लोग इस घटना को लेकर पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं और जल्द ही अपराधियों को पकड़ने की उम्मीद कर रहे हैं।

इस घटना ने न केवल नारायण यादव के परिवार को प्रभावित किया है, बल्कि पूरे गाँव को हिलाकर रख दिया है। लोग अब सुरक्षा के प्रति जागरूक हो गए हैं और अपने बच्चों को घर के बाहर जाने से मना कर रहे हैं। इस प्रकार की घटनाएं समाज में असुरक्षा की भावना को बढ़ावा देती हैं और इसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।

निष्कर्ष

बिहार के सहरसा जिले में हुई इस दुखद घटना ने फिर से यह साबित कर दिया है कि समाज में अपराधियों का मनोबल कितना बढ़ गया है। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि वे ऐसे अपराधियों को पकड़ने के लिए तत्पर रहें और समाज में सुरक्षा का वातावरण सुनिश्चित करें। इस घटना के बाद, यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि न्याय की प्रक्रिया कितनी तेजी से आगे बढ़ती है और पीड़ित परिवार को कब तक न्याय मिलता है।

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