गया में जमीन विवाद के चलते हिंसक झड़प, चार लोग गंभीर रूप से घायल
बिहार के गया शहर के विष्णुपद थाना क्षेत्र स्थित ऊपर डीह मोहल्ला में सोमवार को एक गंभीर जमीन विवाद के चलते मारपीट की घटना सामने आई। इस झड़प में जुगल किशोर पाठक के परिवार के चार सदस्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें तत्काल मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया है। घटना ने इलाके में भय और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है।
पड़ोसियों पर जमीन हड़पने का आरोप
जुगल किशोर पाठक ने बताया कि उनके पड़ोसी कृष्णा राउत प्रसाद उर्फ बउया, कृष्ण मोहन राउत उर्फ बउया और उनके बेटे राकेश कुमार, बृजेश कुमार, राजेश और राजू लगातार उनकी जमीन पर कब्जा करने का प्रयास कर रहे हैं। पाठक के अनुसार, इन पड़ोसियों ने पहले भी कई बार उनके परिवार पर हमला किया है, जिससे वे भयभीत हैं।
सोमवार को, जब जुगल किशोर पाठक ने अपने पड़ोसियों के इस दबंगई के खिलाफ आवाज उठाई, तो उन्होंने लगभग 10 असामाजिक तत्वों को बुलाकर उनके परिवार पर बर्बर हमला किया। हमलावरों ने धारदार हथियारों और लाठी-डंडों का इस्तेमाल करते हुए पाठक परिवार पर हमला किया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं।
घायल का चल रहा इलाज।
पुलिस कार्रवाई और एफआईआर की प्रक्रिया
घटना के बाद जुगल किशोर पाठक ने आरोप लगाया कि उनके पड़ोसी दबंग प्रवृत्ति के लोग हैं, जो बाहरी असामाजिक तत्वों को बुलाकर उनके परिवार को डराते-धमकाते हैं। उन्होंने कहा कि उनकी जमीन पर अभी धारा 144 लागू है, फिर भी पड़ोसी जबरन कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं।
पीड़ित परिवार ने जिला प्रशासन से दोषियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने और उनकी गिरफ्तारी की मांग की है। उन्होंने यह भी अपील की है कि उनकी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया जाए ताकि वे अपने परिवार के साथ सुरक्षित जीवन जी सकें।
इस मामले में विष्णुपद थाना के थानाध्यक्ष धर्मेंद्र यादव ने कहा कि पीड़ित की ओर से एक लिखित आवेदन दिया गया है, जिसमें पांच लोगों के नाम शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इस आवेदन के आधार पर नामजद एफआईआर दर्ज की जा रही है और जो भी उचित कार्रवाई होगी, वह की जाएगी।
समाज में बढ़ती असुरक्षा की भावना
यह घटना स्थानीय निवासियों के लिए चिंता का विषय बन गई है। लोग इस बात से चिंतित हैं कि कैसे कुछ दबंग तत्व अपनी मनमानी कर रहे हैं और समाज में असुरक्षा की भावना पैदा कर रहे हैं। ऐसी घटनाओं के बढ़ने से न केवल पीड़ित परिवार को नुकसान होता है, बल्कि पूरे क्षेत्र के लोगों में भय का माहौल बनता है।
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि वे इस प्रकार की घटनाओं पर कड़ी निगरानी रखें और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। सामूहिक रूप से, सभी निवासियों ने यह सुनिश्चित करने का संकल्प लिया है कि वे अपनी सुरक्षा के लिए एकजुट रहें और किसी भी प्रकार की दबंगई का सामना करने के लिए तैयार रहें।
इस घटना ने एक बार फिर से यह स्पष्ट कर दिया है कि समाज में कानून व्यवस्था बनाए रखना कितना आवश्यक है। प्रशासन को चाहिए कि वे ऐसे मामलों में त्वरित प्रतिक्रिया दें ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
इस तरह की घटनाएं न केवल व्यक्तिगत स्तर पर बल्कि सामुदायिक स्तर पर भी गंभीर परिणाम ला सकती हैं, इसलिए सभी को मिलकर इसके खिलाफ खड़ा होना होगा।