बिहार में रंगदारी मांगने की वारदात: नौ नामजद और कई अज्ञात आरोपी
मधुबनी जिले के राजनगर थाना क्षेत्र में एक गंभीर घटना सामने आई है, जहां बाउंड्री वॉल निर्माण के दौरान कुछ अज्ञात व्यक्तियों द्वारा रंगदारी मांगने और मजदूरों से मारपीट की गई। यह घटना शुक्रवार को रामपट्टी मौजा में घटित हुई, जिसके बाद पुलिस ने नौ नामजद आरोपियों और पांच से सात अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
मामले की जानकारी और अभियुक्तों की पहचान
राजनगर थाना के एसएचओ चंद्रकिशोर टुड्डू ने बताया कि यह मामला परसा निवासी प्रशांत कुमार और पंडौल थाना क्षेत्र के भगवतीपुर निवासी रमण कुमार शर्मा की शिकायत पर दर्ज किया गया है। अभियुक्तों ने हथियारों के बल पर निर्माण स्थल पर पहुंचकर मजदूरों से मारपीट की और उनसे पांच लाख रुपए की रंगदारी मांगी। यह घटना स्थानीय लोगों में भय का माहौल पैदा करने वाली है।
पुलिस ने जिन नामजद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, उनमें शामिल हैं:
- मनोज पासवान (विषहारा टोल, रामपट्टी)
- मो. सोनू (गौसनगर)
- गणेश झा (श्रीगंज, रामपट्टी)
- अनिल सिंह (चकदह)
- रोहित यादव (मोहनपुर)
- अजीत यादव (मोहनपुर, पंडौल थाना क्षेत्र)
- बादल यादव (मोहनपुर, पंडौल थाना क्षेत्र)
- मो. असद (छर्रापट्टी)
- विकास यादव (भौआड़ा, टाउन थाना क्षेत्र)
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारी
थानाध्यक्ष चंद्रकिशोर टुड्डू ने बताया कि पुलिस ने नामजद आरोपी मो. सोनू को गिरफ्तार कर लिया है और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इसके अलावा, पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है। इस मामले को लेकर पुलिस ने आस-पास के इलाकों में भी जांच शुरू कर दी है।
यह घटना उस समय हुई है जब बिहार में अपराध की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। रंगदारी मांगने की इस वारदात ने लोगों के बीच चिंता बढ़ा दी है। स्थानीय निवासियों ने पुलिस से अपील की है कि वे आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करें ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
रामपट्टी और आसपास के क्षेत्रों में लोगों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। स्थानीय निवासी और व्यवसायी इस बात से चिंतित हैं कि ऐसी घटनाएं उनके जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं। कुछ लोगों ने कहा कि अगर इस तरह की घटनाएं जारी रहीं, तो वे अपने व्यवसाय को लेकर असुरक्षित महसूस करेंगे।
स्थानीय नेताओं ने भी इस मुद्दे पर चिंता जताई है और पुलिस से मांग की है कि वे जल्द से जल्द सभी आरोपियों को गिरफ्तार करें। उन्होंने यह भी कहा कि स्थायी समाधान के लिए पुलिस को अधिक सतर्क रहना चाहिए और लोगों को सुरक्षा का विश्वास दिलाना चाहिए।
निष्कर्ष
बिहार में इस प्रकार की घटनाएं समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय हैं। पुलिस प्रशासन को चाहिए कि वे इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जल्द से जल्द सभी आरोपियों को पकड़े और स्थानीय लोगों में सुरक्षा का एहसास कराएं। इसके साथ ही, समाज के सभी वर्गों को मिलकर इस तरह की घटनाओं के खिलाफ आवाज उठानी होगी ताकि एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण वातावरण का निर्माण हो सके।
आशा है कि पुलिस इस मामले में जल्द ही कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को न्याय के कटघरे में लाएगी और स्थानीय लोगों को सुरक्षा का विश्वास दिलाएगी।