बिहार में विजिलेंस की कार्रवाई: मेहसी नगर पंचायत के दो अधिकारी रंगेहाथ गिरफ्तार
मोतिहारी जिले के मेहसी नगर पंचायत में विजिलेंस टीम ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए कार्यपालक पदाधिकारी उदय कृष्ण यादव और टैक्स दरोगा गुलशन कुमार को घूस लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई मंगलवार को की गई, जब विजिलेंस की टीम ने ठेकेदार की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई की।
घूस मांगने की शिकायत का मामला
जानकारी के अनुसार, मेहसी नगर पंचायत के ठेकेदार मनोज कुमार ने निगरानी विभाग में शिकायत दर्ज कराई थी। ठेकेदार ने बताया कि सड़क निर्माण कार्य का भुगतान होने के बावजूद कार्यपालक पदाधिकारी उदय कृष्ण यादव उनसे घूस की मांग कर रहे थे। ठेकेदार ने यह भी कहा कि घूस न देने पर भविष्य में टेंडर नहीं मिलने की धमकी भी दी गई थी। इस तरह की शिकायतों के बढ़ते मामलों के बीच, यह कार्रवाई एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई है।
विजिलेंस की टीम की योजना और कार्रवाई
शिकायत की पुष्टि के बाद विजिलेंस डीएसपी सदानंद कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। मंगलवार को टीम ने ठेकेदार के साथ मिलकर एक योजना बनाई और मेहसी पहुंची। योजना के अनुसार, ठेकेदार ने तय की गई घूस की रकम टैक्स दरोगा गुलशन कुमार को दी। गुलशन कुमार ने यह पैसा कार्यपालक पदाधिकारी उदय कृष्ण यादव के लिए लिया।
विजिलेंस टीम ने इस पूरे मामले की निगरानी की और टैक्स दरोगा का पीछा करते हुए चकिया स्थित कार्यपालक पदाधिकारी के आवास पर पहुंची। वहां, जैसे ही टैक्स दरोगा ने रकम का आदान-प्रदान किया, विजिलेंस टीम ने छापेमारी कर दोनों अधिकारियों को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।
भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज
विजिलेंस डीएसपी सदानंद कुमार ने बताया कि कार्यपालक पदाधिकारी और टैक्स दरोगा दोनों को घूस लेते हुए पकड़ा गया है। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इस कार्रवाई से नगर पंचायत कार्यालयों में हड़कंप मच गया है। यह घटना स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करती है और यह दर्शाती है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
स्थानीय लोगों ने विजिलेंस टीम की तत्परता की सराहना की है और इसे एक सकारात्मक कदम बताया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से प्रशासनिक भ्रष्टाचार में कमी आएगी और इससे विकास कार्यों में पारदर्शिता बढ़ेगी। लोगों का मानना है कि जब तक ऐसे अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होगी, तब तक भ्रष्टाचार का अंत संभव नहीं है।
इस घटना ने नगर पंचायत कार्यालयों में कार्यरत अन्य अधिकारियों के लिए भी एक चेतावनी का काम किया है। माना जा रहा है कि इस तरह की कार्रवाई से अन्य अधिकारी सचेत होंगे और रिश्वतखोरी से दूर रहेंगे।
भविष्य की दिशा
यह कार्रवाई उन सभी लोगों के लिए एक संकेत है जो भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। बिहार सरकार और विजिलेंस विभाग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करेंगे। भविष्य में ऐसी और भी कार्रवाई की संभावना है, जिससे यह उम्मीद की जा रही है कि प्रशासन में सुधार होगा और विकास कार्यों में तेजी आएगी।
इस प्रकार, मेहसी नगर पंचायत के अधिकारियों की गिरफ्तारी ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं, और इससे स्थानीय प्रशासन की छवि में सुधार होगा।