गया नगर निगम में प्रकाश व्यवस्था की समीक्षा बैठक
गया नगर निगम में *प्रकाश व्यवस्था* को लेकर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता नगर आयुक्त *कुमार अनुराग* ने की, जिसमें दीपावली और छठ महापर्व से पहले शहर में स्ट्रीट लाइट और न्यू रोप लाइट के रखरखाव में लापरवाही बरतने वाले ठेकेदार पर कुल 65,550 रुपए का जुर्माना लगाया गया। यह कदम शहर की सुरक्षा और नागरिकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
बैठक में, नगर आयुक्त ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में प्रकाश व्यवस्था की स्थिति की गहन समीक्षा की। उनकी जांच में यह सामने आया कि कई इलाकों में स्ट्रीट लाइट और न्यू रोप लाइट पिछले 10 दिनों से बंद पड़ी हैं, जबकि इनकी शिकायतें भी दर्ज कराई गई थीं। ऐसे में, नगर आयुक्त ने ठेकेदारों की लापरवाही को गंभीरता से लिया और सख्त कार्रवाई करने का निर्णय किया।
स्वच्छ गया ऐप के माध्यम से शिकायतें दर्ज करने की सुविधा
कुमार अनुराग ने बताया कि नागरिक अब ‘स्वच्छ गया ऐप’ के जरिए लाइट संबंधी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं। इस ऐप में जियो टैगged फोटो अपलोड करने की सुविधा भी उपलब्ध है, जिससे शिकायतों का निवारण सरल और तेज हो जाता है। एजेंसी को इन शिकायतों का निवारण 24 से 48 घंटे के भीतर करना होता है, ताकि शहर में प्रकाश व्यवस्था सुचारू रूप से बनी रहे।
समीक्षा बैठक के दौरान नगर निगम के आयुक्त।
सितंबर और अक्टूबर की शिकायतों की समीक्षा
बैठक के दौरान, सितंबर और अक्टूबर माह की शिकायतों की गहन समीक्षा की गई। इस समीक्षा में पता चला कि शहर में कुल 141 स्ट्रीट लाइट की शिकायतें पिछले 10 दिनों से लंबित थीं। इस लापरवाही के लिए संबंधित ठेकेदार पर 42,300 रुपए का जुर्माना लगाया गया। इसके अलावा, 93 न्यू रोप लाइट से संबंधित शिकायतें भी लंबित पाई गईं, जिनके रखरखाव के अभाव में जुर्माना 23,250 रुपए लगाया गया। इस प्रकार, कुल मिलाकर 65,550 रुपए की पेनल्टी लगाई गई है।
नगर आयुक्त ने स्पष्ट किया कि भविष्य में ऐसी लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने ठेकेदार को निर्देश दिया कि शहर में प्रकाश व्यवस्था के रखरखाव की सभी लंबित शिकायतों का निवारण दो दिन के अंदर किया जाए।
दिवाली और छठ महापर्व के लिए तैयारी
नगर आयुक्त ने बैठक में यह भी सुनिश्चित किया कि दीपावली और छठ महापर्व के मद्देनजर शहर के विभिन्न हिस्सों में पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था हो, ताकि आम नागरिकों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। उन्होंने ठेकेदारों को सख्त निर्देश दिए कि वे नागरिकों की शिकायतों का समय पर निवारण करें और लाइटों की मेंटेनेंस में किसी प्रकार की लापरवाही न बरतें।
इस बैठक में सहायक अभियंता *गौरव सिन्हा*, कनीय अभियंता और अन्य संबंधित संवेदक भी उपस्थित थे। सभी ने मिलकर यह सुनिश्चित किया कि शहर में उचित प्रकाश व्यवस्था बने रहे, खासकर त्योहारों के दौरान। इस तरह के प्रयासों से नगर निगम ने शहरवासियों की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता दी है।