“Bihar News: Fight – गिद्धौर मेले में लाठी-बेल्ट से 2 पक्षों में मारपीट, नाव वाले झूले पर चढ़ने को लेकर विवाद, 6 युवक घायल”



जमुई के गिद्धौर में ऐतिहासिक दुर्गा मेले में झूला झूलने को लेकर मारपीट जमुई के गिद्धौर स्थित ऐतिहासिक दुर्गा मेले में शुक्रवार रात झूला झूलने को लेकर दो पक्षों के…

“Bihar News: Fight – गिद्धौर मेले में लाठी-बेल्ट से 2 पक्षों में मारपीट, नाव वाले झूले पर चढ़ने को लेकर विवाद, 6 युवक घायल”

जमुई के गिद्धौर में ऐतिहासिक दुर्गा मेले में झूला झूलने को लेकर मारपीट

जमुई के गिद्धौर स्थित ऐतिहासिक दुर्गा मेले में शुक्रवार रात झूला झूलने को लेकर दो पक्षों के बीच जमकर मारपीट की घटना सामने आई है। इस घटना में आधा दर्जन से अधिक युवक घायल हुए हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह विवाद झूले पर पहले चढ़ने को लेकर शुरू हुआ, जिसके बाद स्थिति तेजी से बिगड़ गई।

गिद्धौर क्षेत्र में आयोजित इस मेले में हर साल बड़ी संख्या में लोग शामिल होते हैं। इस वर्ष भी मेले में भीड़ उमड़ी थी, लेकिन झूले पर चढ़ने को लेकर हुई आपसी विवाद ने माहौल को तनावपूर्ण बना दिया। बताया गया है कि दो समूहों के बीच झूले पर पहले चढ़ने की होड़ ने एक गंभीर झगड़ा पैदा कर दिया। देखते ही देखते यह विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों पक्षों के युवक लाठी-डंडे, बेल्ट और रॉड लेकर एक-दूसरे पर हमला करने लगे।

घटनास्थल पर लाठियों और बेल्ट से हमला

इस मारपीट की घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें युवक एक-दूसरे पर लाठियों और बेल्ट से हमला करते हुए स्पष्ट रूप से देखे जा सकते हैं। इस झगड़े में दोनों पक्षों के आधा दर्जन से अधिक युवकों को गंभीर चोटें आई हैं, जिससे क्षेत्र में हलचल मच गई है। स्थानीय लोगों और मेला समिति के सदस्यों ने बीच-बचाव करके स्थिति को नियंत्रित किया।

गिद्धौर थाना अध्यक्ष दीनानाथ सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि मेले में झूला झूलने को लेकर युवकों के बीच विवाद हुआ है। हालांकि, अभी तक किसी भी पक्ष द्वारा पुलिस में कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। पुलिस वायरल वीडियो के आधार पर मामले की जांच कर रही है।

सेल्फी लेने के दौरान हुई दुर्घटनाएं

स्थानीय निवासियों का कहना है कि हर साल दुर्गा मेले में भारी भीड़ उमड़ती है और प्रशासन सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करती है, फिर भी कुछ खामियां देखने को मिल जाती हैं। पिछले वर्ष भी झूले पर चढ़ने और सेल्फी लेने के दौरान कई युवक गिरकर घायल हुए थे। इस बार भी प्रशासन को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

स्थानीय लोगों ने यह भी सुझाव दिया है कि मेले के आयोजकों को सुरक्षा के लिए और अधिक सख्त कदम उठाने चाहिए, ताकि ऐसी अप्रिय घटनाएं दोबारा न हों। झूले पर चढ़ने से पहले उचित सुरक्षा प्रबंधों की आवश्यकता है, जिससे कि युवा सुरक्षित रह सकें और मेले का आनंद ले सकें।

समुदाय और प्रशासन की जिम्मेदारी

इस प्रकार की घटनाओं के चलते समुदाय और प्रशासन दोनों को अपनी जिम्मेदारियों का एहसास करना होगा। मेले में होने वाली गतिविधियों की निगरानी और युवाओं के बीच संवाद स्थापित करने की आवश्यकता है। मेले का उद्देश्य धार्मिक आस्था और सामाजिक एकता को बढ़ावा देना है, न कि हिंसा और तनाव को।

गिद्धौर के इस दुर्गा मेले में हर साल बड़ी संख्या में भक्त आते हैं, जो देवी की आराधना करते हैं। लेकिन ऐसे विवादों से मेले का माहौल खराब होता है और भक्तों की आस्था को ठेस पहुंचती है। प्रशासन को चाहिए कि वह इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए सख्त कदम उठाए और मेले की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करे।

अंत में, यह कहा जा सकता है कि मेले जैसे धार्मिक आयोजनों में सभी को मिलजुलकर रहना चाहिए और एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए। इस तरह की घटनाएं केवल समाज को नुकसान पहुंचाती हैं और हमें एकजुट होकर आगे बढ़ना चाहिए।

बिहार समाचार हिंदी में

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