ज्योति सिंह और पवन सिंह के तलाक विवाद में नया मोड़
बिहार में लोकसभा चुनाव के समय पवन सिंह और ज्योति सिंह के बीच चल रहे विवाद ने एक नया मोड़ ले लिया है। ज्योति सिंह ने आरोप लगाया है कि पवन सिंह ने उन्हें झूठे आश्वासन देकर अपने साथ चुनाव प्रचार में शामिल किया। उनके वकील विष्णुधर पांडेय ने बताया कि पवन सिंह ने चुनाव प्रचार के दौरान ज्योति की मांग में सिंदूर भी डाला था, जिससे यह स्पष्ट होता है कि पवन सिंह तलाक के मामले को खत्म करना चाहते थे।
वर्तमान में, आरा सिविल कोर्ट में चल रहे इस तलाक मामले में ज्योति सिंह की गवाही 20 नवंबर को होने वाली है। इस मामले में ज्योति के पिता राम बाबू सिंह और उनके भाई अंचल की गवाही भी हो चुकी है। विष्णुधर पांडेय ने कहा कि ज्योति के परिवार का एक ही उद्देश्य है कि दोनों फिर से एक साथ आ जाएं।
ज्योति सिंह का बयान और वकील का आरोप
ज्योति सिंह के वकील विष्णुधर पांडेय ने कहा कि चुनाव के दौरान पवन सिंह ने ज्योति को झूठा आश्वासन दिया था। उन्होंने बताया कि ज्योति सिंह का परिवार लगातार इस मामले में न्याय की मांग कर रहा है। पवन सिंह के द्वारा दिए गए आश्वासनों के कारण ज्योति ने चुनाव प्रचार में भाग लिया, लेकिन अब उन्हें अपने वादों का पालन नहीं करने के लिए पवन सिंह को जवाब देना पड़ रहा है।
ज्योति ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि वह पवन सिंह के साथ चुनाव प्रचार में शामिल हुईं, लेकिन अब उन्हें पछतावा हो रहा है। उन्होंने कहा, “आपके लिए सिंदूर एक मजाक हो सकता है, लेकिन मेरे लिए यह मेरी ताकत है।” इस बयान ने मामले को और भी जटिल बना दिया है।
ज्योति सिंह के पिता का भावुक अपील
ज्योति सिंह के पिता राम बाबू सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें वह योगी सरकार से अपनी बेटी को न्याय दिलाने की अपील कर रहे हैं। वीडियो में वह भावुक होकर कह रहे हैं कि उनकी बेटी बहुत दुख भरे दिन झेल रही है और उन्हें न्याय की आवश्यकता है। यह वीडियो ज्योति के परिवार की पीड़ा को दर्शाता है और उन्होंने सरकार से मदद मांगने की गुहार लगाई है।
ज्योति सिंह के गंभीर आरोप
बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ज्योति सिंह ने पवन सिंह पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “पवन सिंह मुझे गर्भपात की दवा खिलाते थे।” उन्होंने यह भी बताया कि पवन सिंह ने उन्हें कई बार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया है। ज्योति ने कहा, “अगर उन्हें बच्चे की चाह थी, तो उन्होंने मुझे दवा क्यों दी?”
ज्योति ने कहा कि वह पवन से अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किए जाने की मांग कर रही हैं। उन्होंने कहा, “अगर आप मुझे पत्नी के तौर पर स्वीकार करते हैं, तो मैं चुनाव नहीं लड़ूंगी।” यह बयान उनकी स्थिति को और भी स्पष्ट करता है।
पवन सिंह का बचाव और प्रतिक्रियाएं
पवन सिंह ने इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “फैमिली की बातें कैमरे पर नहीं, बल्कि कमरे में होती हैं।” उन्होंने कहा कि ज्योति चुनाव के समय उनके पास क्यों आई थीं, यदि उन्हें इस रिश्ते में कोई रुचि नहीं थी। पवन सिंह के इस बयान ने स्थिति को और भी पेचीदा बना दिया है।
पवन सिंह को हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा Y+ सुरक्षा दी गई है। यह सुरक्षा उन्हें मिलने वाली धमकियों के कारण दी गई है। पवन सिंह ने कहा कि वह चुनावी राजनीति में सक्रिय रहेंगे और अपनी पार्टी के लिए काम करेंगे।
आगे का रास्ता क्या होगा?
ज्योति सिंह और पवन सिंह के बीच जारी यह विवाद अब एक महत्वपूर्ण राजनीतिक मुद्दा बन चुका है। दोनों के बयान और आरोपों ने न केवल उनके व्यक्तिगत संबंधों को बल्कि राजनीतिक माहौल को भी प्रभावित किया है। अब देखना यह होगा कि 20 नवंबर को होने वाली ज्योति की गवाही इस मामले में क्या मोड़ लाएगी।
जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, यह विवाद और भी जटिल होता जा रहा है। राजनीतिक पृष्ठभूमि में इस तरह के विवादों का उठना आम बात है, लेकिन जब यह व्यक्तिगत जीवन से जुड़ता है, तो इसका असर दोनों पक्षों के लिए भारी पड़ सकता है।