जमुई में महाष्टमी का उत्सव, श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
जमुई में महाष्टमी के पावन अवसर पर जैसे ही मां दुर्गा के पट खुले, पूजा पंडालों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। मंगलवार की सुबह से ही भक्त विभिन्न पंडालों में दर्शन के लिए पहुंचने लगे। दशहरा पर्व को लेकर शहर में उत्साह और उमंग का माहौल देखने को मिल रहा है।
विशेष झांकी के साथ श्रद्धालुओं का जनसैलाब
शहर के श्रीकृष्ण सिंह स्टेडियम में वीर कुंवर सिंह सेवा समिति द्वारा स्थापित पंडाल में विशेष रूप से पाकिस्तान पर किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की झांकी प्रदर्शित की गई है। इस झांकी को देखने के लिए भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। पूजा समिति के सदस्यों ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक व्यवस्थाएं की हैं, जिससे भक्तों को दर्शन के दौरान कोई कठिनाई न हो।
सुरक्षा व्यवस्थाएं: प्रशासन की तत्परता
बड़ी दुर्गा पंच मंदिर और गांधी पुस्तकालय स्थित लाल बाबा दुर्गा पूजा समिति के पंडालों में भी भारी भीड़ देखी गई। इन स्थानों पर विशेष सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। कचहरी चौक से लेकर पंच मंदिर रोड, झाझा स्टैंड सहित शहर के अन्य प्रमुख चौराहों पर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं, जिससे भक्तों को सुरक्षित वातावरण मिल सके।
सुरक्षा को लेकर प्रशासन के विशेष कदम
गांधी पुस्तकालय भवन के आने-जाने वाले रास्तों पर बैरिकेडिंग की गई है और बड़े वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। पुलिस अधीक्षक (SP) विश्वजीत दयाल ने बताया कि दशहरा पर्व को देखते हुए शहर के चौक-चौराहों पर पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। इसके साथ ही मजिस्ट्रेट की भी नियुक्ति की गई है, ताकि किसी भी स्थिति पर तत्काल कार्रवाई की जा सके।
CCTV कैमरों की मदद से निगरानी
पूजा पंडालों के आसपास CCTV कैमरे भी लगाए गए हैं, ताकि वहां की गतिविधियों पर निगरानी रखी जा सके। इससे न केवल सुरक्षा व्यवस्था को मजबूती मिलेगी, बल्कि श्रद्धालुओं को भी अधिक सुरक्षा का एहसास होगा। इस साल प्रशासन ने सुरक्षा को लेकर जो कदम उठाए हैं, उससे श्रद्धालुओं में विश्वास पैदा हुआ है और वे निश्चिंत होकर मां दुर्गा के दर्शन का लाभ उठा रहे हैं।
समाजिक एकता का प्रतीक
महाष्टमी का पर्व केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह समाज में एकता और भाईचारे का भी संदेश देता है। इस पर्व के दौरान विभिन्न समाजों के लोग एक साथ मिलकर मां दुर्गा की पूजा करते हैं, जो कि एकता और सहयोग की भावना को बढ़ावा देता है। इस बार के समारोह में भी यही देखने को मिला, जहां विभिन्न पंडालों में लोग एक साथ आकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
उत्सव का उल्लास
जमुई में महाष्टमी के पर्व का उल्लास हर ओर देखने को मिल रहा है। लोग रंग-बिरंगे परिधानों में सजे-धजे नजर आ रहे हैं। माता की भक्ति में लीन भक्तगण जय माता दी के नारों के साथ उत्सव का आनंद ले रहे हैं। पूजा पंडालों में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने भी इस उत्सव में चार चांद लगाए हैं, जिससे वातावरण और भी खुशनुमा हो गया है।
निष्कर्ष
इस बार का महाष्टमी का पर्व जमुई के लिए एक विशेष महत्व रखता है। प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्थाएं, भक्तों का उत्साह और समाज में एकता का संदेश इस पर्व को और भी खास बना रहा है। मां दुर्गा की कृपा से सभी भक्तों का जीवन सुखमय हो और यह पर्व हर साल ऐसे ही धूमधाम से मनाया जाए, यही कामना है।