Bihar News: Canal बांध टूटा, गोपालगंज में भारी बारिश से खेतों में फैला पानी, ग्रामीण मरम्मत में जुटे



गोपालगंज में बारिश का कहर: नहर का बांध टूटा, किसानों की फसलें बर्बाद गोपालगंज जिले के ऊंचकागांव प्रखंड के मकसूदपुर गांव के निकट हाल ही में हुई भारी बारिश ने…

Bihar News: Canal बांध टूटा, गोपालगंज में भारी बारिश से खेतों में फैला पानी, ग्रामीण मरम्मत में जुटे

गोपालगंज में बारिश का कहर: नहर का बांध टूटा, किसानों की फसलें बर्बाद

गोपालगंज जिले के ऊंचकागांव प्रखंड के मकसूदपुर गांव के निकट हाल ही में हुई भारी बारिश ने एक गंभीर स्थिति उत्पन्न कर दी है। लगातार मूसलधार बारिश के चलते पास की एक नहर का बांध टूट गया, जिससे नहर का पानी तेजी से आस-पास के खेतों में फैलने लगा है। इस घटना से किसानों में चिंता का माहौल है, क्योंकि तेज बहाव के कारण उनकी फसलें बर्बाद होने की कगार पर पहुँच गई हैं।

नहर का पानी खेतों में तेजी से फैल रहा है, जिससे सैकड़ों बीघा कृषि भूमि प्रभावित हो रही है। पानी की इस तेज गति के कारण आशंका जताई जा रही है कि यह जल्द ही रिहायशी इलाकों की ओर बढ़ सकता है। ऐसे में स्थानीय किसानों का जीवन और livelihood संकट में पड़ गया है।

ग्रामीणों की सक्रियता: बांध की मरम्मती में जुटे

बड़ी समस्या से बचने के लिए, स्थानीय ग्रामीणों ने एकजुट होकर बांध की मरम्मती का कार्य तुरंत शुरू कर दिया है। ग्रामीण अपने सीमित संसाधनों और श्रम का उपयोग कर टूटे हुए हिस्से को पाटने में लगे हुए हैं, जिससे पानी के फैलाव को रोका जा सके। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने प्रशासन को इस स्थिति की सूचना दे दी है, लेकिन सरकारी सहायता मिलने से पहले ही वे अपनी तरफ से स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं।

इस प्रयास में स्थानीय मुखिया भी शामिल हुए हैं, जिन्होंने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों की मदद से मिट्टी की बोरियों का उपयोग कर बांध की मरम्मत का कार्य आरंभ कराया। इसके साथ ही, गांव में पानी को घुसने से रोकने के लिए अस्थायी व्यवस्थाएं भी की गई हैं। ग्रामीणों का मानना है कि अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो हालात और भी गंभीर हो सकते हैं।

फसलें संकट में: किसानों की चिंताएँ बढ़ी

अत्यधिक बारिश के कारण किसानों की स्थिति गंभीर होती जा रही है। खेतों में लगी धान और अन्य फसलें पानी में डूबकर बर्बादी की कगार पर पहुँच गई हैं। सूचना पाकर स्थानीय मुखिया और अन्य ग्रामीण मौके पर पहुंचे और मिलकर स्थिति को संभालने के प्रयास में जुट गए। हालात को देखकर यह स्पष्ट है कि स्थानीय प्रशासन को इस दिशा में त्वरित कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि किसानों का नुकसान कम किया जा सके।

भविष्य के लिए चेतावनी: मौसम विभाग की रिपोर्ट

मौसम विभाग ने आगामी 6 अक्टूबर तक जिले में लगातार बारिश की चेतावनी दी है और जिले को यलो जोन घोषित कर दिया है। भारी बारिश के कारण जिले के कई इलाकों में पानी भर गया है, जिससे फसलें बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। धान की फसल जहां पूरी तरह से बर्बाद होने की कगार पर है, वहीं सब्जियों और अन्य फसलों पर भी बुरा असर पड़ा है।

गांव में पानी प्रवेश करने की आशंका: प्रशासन से मदद की अपील

ग्रामीणों का कहना है कि यदि बांध की मरम्मती जल्द नहीं की गई, तो पानी गांव में प्रवेश करने की संभावना है, जिससे कई अन्य गांव प्रभावित हो सकते हैं। किसानों और स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि नहर के टूटे हिस्से को मजबूत किया जाए और एक स्थायी समाधान निकाला जाए ताकि भविष्य में इस तरह की समस्याएं उत्पन्न न हों।

इस संकट के समय में, स्थानीय समुदाय की एकजुटता और प्रशासनिक सहयोग आवश्यक है। किसानों की मेहनत और उनकी फसलें बचाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करना होगा, ताकि इस प्राकृतिक आपदा के प्रभाव को कम किया जा सके।

Bihar News in Hindi

लेखक –

Recent Posts