“Bihar News: Mahishmati महल की तर्ज पर दरभंगा में 35 लाख की लागत से 600 कारीगरों ने 2 महीने में तैयार किया पंडाल”



दरभंगा में दुर्गा पूजा: भव्य पंडालों की सजावट और भक्ति का माहौल दरभंगा शहर इस बार दुर्गा पूजा के दौरान भव्य और आकर्षक पूजा पंडालों की सजावट के लिए जाना…

“Bihar News: Mahishmati महल की तर्ज पर दरभंगा में 35 लाख की लागत से 600 कारीगरों ने 2 महीने में तैयार किया पंडाल”

दरभंगा में दुर्गा पूजा: भव्य पंडालों की सजावट और भक्ति का माहौल

दरभंगा शहर इस बार दुर्गा पूजा के दौरान भव्य और आकर्षक पूजा पंडालों की सजावट के लिए जाना जा रहा है। इस अवसर पर लाखों रुपए खर्च किए गए हैं, जिससे एक से बढ़कर एक थीम पर पंडाल बनाए गए हैं। श्रद्धालु इन पंडालों में माता रानी के दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में उमड़ रहे हैं, जिससे पूरा माहौल भक्तिमय बना हुआ है।

हसन चौक स्थित नवरंग दुर्गा पूजा समिति ने इस वर्ष बाहुबली फिल्म के महिष्मती महल की अद्भुत झांकी तैयार की है। इस पंडाल पर लगभग 35 लाख रुपए खर्च किए गए हैं और इसे तैयार करने में करीब 600 कारीगरों ने दो महीने की मेहनत की है। कारीगर मुंबई, कोलकाता, मुजफ्फरपुर और दरभंगा के थे। पूजा पंडाल में शानदार लाइटिंग की व्यवस्था की गई है, जिससे श्रद्धालुओं का मन मोह लिया है।

विशेष लाइटिंग और भक्ति गीतों का आनंद

पूजा पंडाल में भक्ति गीतों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें युवा श्रद्धालु पूरी रात भक्ति रस में झूमते नजर आ रहे हैं। पंडाल के अंदर बाहुबली फिल्म से जुड़े बड़े-बड़े पोस्टर भी लगाए गए हैं, जो दर्शकों को आकर्षित कर रहे हैं। इसके साथ ही यहां पर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था भी की गई है, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

दरभंगा टावर पर नव चेतना दुर्गा पूजा समिति द्वारा 15 लाख रुपए की लागत से भगत सिंह चौक पर पंडाल बनाया गया है, जिसमें मराठा साम्राज्य के छत्रपति शिवाजी महाराज के महल का स्वरूप दिया गया है। इस पंडाल की भव्य लाइटिंग दूर-दूर से श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रही है।

दुर्गा पूजा का व्यापक आयोजन

इसके अलावा, दरभंगा शहर के कई क्षेत्रों में जैसे बाजार समिति, बेला, कादिराबाद, हसनचक, कटहलवारी, लक्ष्मीसागर, दरभंगा रेलवे स्टेशन, दोनार, मौलागंज और अन्य स्थानों पर भी दुर्गा पूजा का भव्य आयोजन किया जा रहा है। माता रानी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भरी भीड़ उमड़ रही है।

हसन चौक की पूजा पूरे मिथिलांचल में प्रसिद्ध है और इस वर्ष 48 वर्ष से निरंतर इस आयोजन की परंपरा जारी है। समिति के महासचिव राकेश कुमार ने बताया कि इस पूजा में हर साल कुछ नया और अनोखा स्वरूप पंडाल और प्रतिमा को दिया जाता है, जिससे श्रद्धालुओं को हर बार विशेष अनुभव प्राप्त हो सके।

अनूठे प्रयोग और कलात्मकता

समिति के महासचिव राकेश कुमार ने यह भी बताया कि अब तक समिति ने कई अनोखे प्रयोग किए हैं। उन्होंने बताया कि शंख के स्वरूप से भगवती की प्रतिमा बनाने से लेकर बिना मिट्टी और केवल पुआल से मूर्ति बनाने तक के प्रयोग किए गए हैं। इस वर्ष बाहुबली फिल्म से प्रेरित महिष्मती महल का रूप दिया गया है।

पंडाल की निर्माण व्यवस्था में करीब 700 कारीगरों ने काम किया है, जिसमें 90% कारीगर कोलकाता से आए हैं। प्रतिमा का निर्माण मुंगेर के प्रसिद्ध कलाकार सुजीत कुमार ने किया है। सभी कारीगरों ने इस अद्भुत पंडाल को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम

समिति ने श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए कई विशेष इंतजाम किए हैं, जैसे:

  • महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग कतार
  • बुजुर्गों और छोटे बच्चों के लिए विशेष व्यवस्था
  • शुद्ध पेयजल और चलंत स्वच्छ शौचालय की व्यवस्था
  • 50 सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से लगातार निगरानी
  • वालंटियर्स को ड्रेस कोड के साथ तैनात किया गया है

इसके अतिरिक्त, सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए बैरिकेडिंग और जगह-जगह बेंच की सुविधा का भी ध्यान रखा गया है। हसन चौक पहुंचते ही श्रद्धालु भक्ति गीतों पर झूमते नजर आते हैं और सैकड़ों युवा रातभर मां की भक्ति में नृत्य करते हैं।

महासचिव की अपील और श्रद्धालुओं का अनुभव

राकेश कुमार ने कहा, “हमारी प्राथमिकता श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा है। हर वर्ष कुछ नया और यूनीक प्रस्तुत करने का प्रयास करते हैं ताकि यहां आने वाले भक्तों को अद्भुत अनुभव मिल सके। हम मिथिलांचल और नेपाल से आए श्रद्धालुओं का स्वागत करते हैं और अपील करते हैं कि शांति और अनुशासन के साथ पूजा का आनंद लें।”

इस तरह, दरभंगा का यह पंडाल न सिर्फ धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि इसकी भव्यता और कला का संगम भी देखने को मिल रहा है। यह पूजा का आयोजन पूरे शहर का आकर्षण बना हुआ है, जहां श्रद्धालुओं के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।

इस बार दरभंगा टावर पर भी दुर्गा पूजा का आयोजन धूमधाम से किया जा रहा है। नव चेतना सार्वजनिक दुर्गा पूजा समिति ने छत्रपति शिवाजी महाराज के महल का स्वरूप पंडाल को दिया है, जो पिछले 22 वर्षों से लगातार आयोजित किया जा रहा है।

इस वर्ष भी समिति ने विशेष आयोजन के तहत चार दिनों तक गंगा आरती का आयोजन किया है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हो रहे हैं। समिति की परंपरा है कि यहां आने वाले किसी भी श्रद्धालु को प्रसाद दिए बिना वापस नहीं भेजा जाता।

इस प्रकार, दरभंगा टावर पर आयोजित पूजा न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि इसकी भव्यता और लाइटिंग इसे पूरे शहर का आकर्षण बना रही है।

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