“Trade: पीयूष गोयल ने भारत-ईएफटीए व्यापार समझौते के कार्यान्वयन को बताया ‘सचमुच ऐतिहासिक दिन’, नए व्यापार, निवेश और रोजगार के अवसरों का किया आह्वान”



भारत-ईएफटीए व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौते की शुरुआत भारत-ईएफटीए व्यापार समझौते का ऐतिहासिक दिन नई दिल्ली: केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को भारत-ईएफटीए व्यापार और आर्थिक…

“Trade: पीयूष गोयल ने भारत-ईएफटीए व्यापार समझौते के कार्यान्वयन को बताया ‘सचमुच ऐतिहासिक दिन’, नए व्यापार, निवेश और रोजगार के अवसरों का किया आह्वान”



भारत-ईएफटीए व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौते की शुरुआत

भारत-ईएफटीए व्यापार समझौते का ऐतिहासिक दिन

नई दिल्ली: केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को भारत-ईएफटीए व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौते (टीईपीए) के कार्यान्वयन को “वास्तव में ऐतिहासिक दिन” कहा। यह भारत की व्यापार कूटनीति में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

पीयूष गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि इस समझौते के लागू होने से व्यापार, निवेश और रोजगार सृजन के लिए नए अवसरों का खुलासा होगा, जो भारतीय व्यवसायों और नागरिकों दोनों को लाभान्वित करेगा। उन्होंने लिखा, “वास्तव में ऐतिहासिक दिन है जब भारत-ईएफटीए व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौता लागू हो रहा है। यह हमारे लोगों और व्यवसायों के लिए नए अवसरों को खोल देगा।”

ईएफटीए देशों के साथ आर्थिक संबंधों की गहराई

गोयल ने स्विट्जरलैंड और व्यापक ईएफटीए समूह के साथ आर्थिक संबंधों को और भी मजबूत बनाने की आशा व्यक्त की। यह समझौता स्विट्जरलैंड, आइसलैंड, लिकटेंस्टीन और नॉर्वे जैसे देशों को भारत के साथ व्यापारिक संबंध बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। नई दिल्ली में आयोजित एक उच्च स्तरीय कार्यक्रम में इस समझौते का औपचारिक उद्घाटन किया गया।

स्विट्जरलैंड की ओर से आर्थिक मामलों की राज्य सचिव हेलेन बुडलिगर आर्टिएडा ने कहा, “यह समझौता संतुलित होना बहुत महत्वपूर्ण था। यह एक 1.4 अरब जनसंख्या का देश है, जो तेजी से विकसित हो रहा है।” उन्होंने यह भी बताया कि भारत एक युवा बाजार है, जो ईएफटीए के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

नॉर्वे के राजदूत की टिप्पणी

नॉर्वे की भारत में राजदूत मे-एलिन स्टेनर ने एएनआई से बातचीत करते हुए कहा कि भारत-ईएफटीए व्यापार संधि का कार्यान्वयन नॉर्वे की कंपनियों के लिए नए रास्ते खोलेगा। “यह नॉर्वे-भारत संबंधों के लिए एक बहुत अच्छा दिन है। यह समझौता हमारी कंपनियों के लिए नए दरवाजे खोलता है। पिछले 10 वर्षों में, नॉर्वे की कंपनियों की संख्या दोगुनी हो गई है,” स्टेनर ने कहा।

उन्होंने यह भी बताया कि नॉर्वे की कंपनियों ने भारत में निवेश करने के लिए उत्साहित हैं, खासकर ऊर्जा और समुद्री क्षेत्र में, जहाँ उनके पास अत्याधुनिक तकनीक है।

भारत के लिए यह समझौता क्यों महत्वपूर्ण है?

भारत का यह व्यापार समझौता ईएफटीए के साथ, जो मार्च 2024 में अंतिम रूप दिया गया था, आज से लागू हो गया है। यह समझौता भारत की हाल की व्यापार संधियों की सूची में एक और महत्वपूर्ण जोड़ है।

ईएफटीए देशों के साथ यह समझौता भारत को वैश्विक बाजार में एक नई पहचान दिलाने में सहायक होगा। यह समझौता न केवल व्यापार के अवसरों को बढ़ाएगा, बल्कि आर्थिक विकास को भी गति देगा।

समापन विचार

भारत-ईएफटीए व्यापार और आर्थिक भागीदारी समझौते का कार्यान्वयन न केवल आर्थिक विकास की दिशा में एक कदम है, बल्कि यह भारत के साथ ईएफटीए देशों के व्यापारिक संबंधों को भी मजबूत करेगा। यह समझौता भारतीय नागरिकों और व्यवसायों के लिए नई संभावनाओं का द्वार खोलेगा।

इस समझौते के माध्यम से भारत को वैश्विक व्यापार में एक नई पहचान मिलेगी, जिससे न केवल व्यापारिक संबंध मजबूत होंगे, बल्कि रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।


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