राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का नैनीताल दौरा: नयना देवी मंदिर और कैंची धाम की यात्रा
जागरण संवाददाता, नैनीताल। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मंगलवार को अपने नैनीताल दौरे की शुरुआत मां नयना देवी मंदिर के दर्शन से की। इस विशेष अवसर पर, उनके सुरक्षा के लिए पुलिस ने सुबह से ही चाक-चौबंद व्यवस्था कर रखी थी। मंदिर के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया था ताकि श्रद्धालुओं और दर्शकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। पुलिस ने पैदल आने-जाने वालों पर भी नजर रखी और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए तैयार थी।
राष्ट्रपति मुर्मु के इस दौरे के दौरान, उनके नयना देवी मंदिर के दर्शन कार्यक्रम को लेकर स्थानीय प्रशासन ने सभी आवश्यक तैयारियां की थीं। नयना देवी मंदिर उत्तराखंड का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है, जहां हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं। राष्ट्रपति का इस मंदिर में आना न केवल उनके प्रति श्रद्धा का प्रतीक है, बल्कि इससे स्थानीय संस्कृति और परंपराओं को भी प्रोत्साहन मिलता है।
नयना देवी मंदिर से कार्यक्रम का आगाज
राष्ट्रपति मुर्मु के नैनीताल दौरे के दूसरे दिन की गतिविधियों की शुरुआत मां नयना देवी मंदिर के दर्शन से हुई। वह सुबह 8:50 बजे मंदिर पहुंची। इसके बाद, उन्होंने राजभवन, नैनीताल के मुख्य द्वार का शिलान्यास समारोह में भाग लिया। इस कार्यक्रम के बाद वह नीम करोरी बाबा आश्रम, कैंची धाम के लिए प्रस्थान करेंगी।
- सुबह 10:05 से 10:35 तक नीब करौरी बाबा आश्रम के दर्शन के बाद, राष्ट्रपति नैनीताल वापस आएंगी।
- पूर्वाह्न 11:15 बजे कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल पहुंचेंगी।
- वह पूर्वाह्न 11:25 से 12:15 बजे तक विवि के दीक्षांत समारोह में भाग लेंगी।
- दोपहर 12:15 बजे कुमाऊं विश्वविद्यालय से प्रस्थान कर 12:25 बजे राजभवन, नैनीताल पहुंचेंगी।
- अपराह्न 2:30 बजे राजभवन से प्रस्थान करेंगी।
कुमाऊं विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह: मेधावियों का सम्मान
कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल के 20वें दीक्षा समारोह में राष्ट्रपति मुर्मु के शामिल होने से कार्यक्रम की महत्ता और बढ़ गई है। इस समारोह में कुल 89 में से 18 मेधावी छात्रों को मेडल प्रदान किए जाएंगे। इसके अलावा, 16 हजार से अधिक छात्रों को डिग्री और 233 छात्रों को पीएचडी की उपाधि दी जाएगी। यह अवसर विश्वविद्यालय के इतिहास में पहला है जब राष्ट्रपति दीक्षा समारोह में भाग ले रही हैं, जिससे छात्रों, प्राध्यापकों और कर्मचारियों में विशेष उत्साह है।
कुलपति प्रो. दीवान एस रावत ने बताया कि राष्ट्रपति के समारोह से प्रस्थान के बाद, उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत भी मेधावियों को मेडल प्रदान करेंगे। इस समारोह में विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति और अन्य विशिष्ट जनों की भी उपस्थिति रहेगी। यह कार्यक्रम न केवल शैक्षणिक उपलब्धियों का जश्न मनाने का अवसर है, बल्कि यह युवा पीढ़ी को प्रेरित करने का भी कार्य करेगा।
नैनीताल की संस्कृति और धरोहर को बढ़ावा
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का नैनीताल दौरा इस क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। नयना देवी मंदिर और कैंची धाम जैसे धार्मिक स्थल स्थानीय संस्कृति में गहराई से जुड़े हुए हैं। राष्ट्रपति के इस दौरे से न केवल धार्मिक आस्था को बल मिलेगा, बल्कि इससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
स्थानीय लोगों का मानना है कि राष्ट्रपति का यह दौरा नैनीताल के लिए एक सकारात्मक संदेश लेकर आएगा। इससे स्थानीय व्यापारियों और उद्योगों को भी लाभ होगा, क्योंकि ऐसे अवसरों पर पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होती है। राष्ट्रपति के दौरे से न केवल नैनीताल की पहचान बढ़ेगी, बल्कि यह क्षेत्रीय विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इस प्रकार, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का नैनीताल दौरा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह क्षेत्र की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को भी सुधारने में सहायता करेगा। स्थानीय प्रशासन ने इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियाँ की हैं, जिससे कि श्रद्धालुओं और दर्शकों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।


























