उत्तराखंड में राष्ट्रपति के दौरे से पहले सुरक्षा व्यवस्था का अलर्ट
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। अगले महीने राष्ट्रपति के प्रस्तावित दौरे को लेकर उत्तराखंड की पुलिस पूरी तरह से हाई अलर्ट मोड में है। सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न स्थानों पर दिन में तीन-तीन बार चेकिंग का कार्य किया जा रहा है। नैनीताल के सीमावर्ती क्षेत्र से लेकर बैरियर, रेलवे स्टेशन और बस स्टेशन तक, डाग स्क्वायड की मदद से सघन चेकिंग की जा रही है। इसके अलावा, ड्रोन उड़ाने वालों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सके। साथ ही, आवारा पशुओं को सड़कों से हटाने का कार्य भी शीघ्र ही शुरू किया जाएगा, जिससे यातायात सुचारू रूप से चल सके।
शनिवार को जिले के सभी थाना प्रभारियों ने अपने-अपने थाना क्षेत्रों में बैरियर पर चेकिंग अभियान चलाया। इस अभियान के तहत होटल और ढाबों की जांच की गई, साथ ही बाहरी व्यक्तियों का सत्यापन भी किया गया। एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने बीडीएस, स्वान दल और अभिसूचना इकाई की टीमों को सतर्क रहने और अलर्ट मोड में कार्य करने के निर्देश दिए हैं। इस अभियान के दौरान कुल **273 होटल-ढाबों** की जांच की गई, जिसमें **234 बाहरी लोगों** का सत्यापन किया गया। अनियमितता पाए जाने पर **120 लोगों** के विरुद्ध पुलिस अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई। इसके अलावा, **165 वाहनों** की चेकिंग के दौरान मोटर वाहन अधिनियम के तहत **82,500 रुपये** का जुर्माना भी लगाया गया।
ड्रोन उड़ाने वालों पर कड़ी निगरानी
राष्ट्रपति के दौरे के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कड़ी चौकसी बरती जा रही है। ड्रोन उड़ाने वालों पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। यदि कोई व्यक्ति ड्रोन उड़ाता है, तो उसे तुरंत ट्रेस कर उस पर कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, उस व्यक्ति का चालान पुलिस एक्ट के तहत किया जाएगा।
– डॉ. मंजूनाथ टीसी, एसएसपी
सुरक्षा व्यवस्था में विशेष पहल
राष्ट्रपति के दौरे को लेकर सुरक्षा व्यवस्था को और भी कड़ा करने के लिए विभिन्न उपाय किए जा रहे हैं। पुलिस ने ना केवल चेकिंग अभियान बढ़ाया है, बल्कि संदिग्ध गतिविधियों पर भी नजर रखने के लिए विशेष टीमें गठित की हैं। इस दौरान, होटल और ढाबों में ठहरे लोगों के बारे में जानकारी इकट्ठा की जा रही है ताकि किसी भी प्रकार की सुरक्षा चूक से बचा जा सके।
इसके अलावा, पुलिस ने स्थानीय निवासियों से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। इसके तहत, स्थानीय लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं। इस पहल का उद्देश्य सुरक्षा को और भी सुदृढ़ बनाना है, ताकि राष्ट्रपति का दौरा शांतिपूर्ण और सफल हो सके।
सुरक्षा के प्रति जागरूकता
पुलिस प्रशासन ने स्थानीय नागरिकों से अपील की है कि वे अपनी जिम्मेदारियों को समझें और किसी भी प्रकार की संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें। सुरक्षा व्यवस्था में स्थानीय लोगों की भूमिका महत्वपूर्ण होती है, और उनकी जागरूकता से ही किसी भी प्रकार के खतरे को कम किया जा सकता है।
हाल ही में किए गए चेकिंग अभियान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि प्रशासन राष्ट्रपति के दौरे के दौरान सुरक्षा को लेकर बिल्कुल भी लापरवाही नहीं बरतेगा। सभी सुरक्षा एजेंसियां एक साथ मिलकर काम कर रही हैं ताकि हर स्थिति पर नजर रखी जा सके और आवश्यक कदम उठाए जा सकें।
इस प्रकार, राष्ट्रपति के दौरे की तैयारियों को लेकर उत्तराखंड की पुलिस ने अपनी कमर कस ली है। सुरक्षा व्यवस्था में कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही है और हर संभव प्रयास किया जा रहा है ताकि यह दौरा सफल और सुरक्षित हो सके।























