हरिद्वार में शराब पीने वालों पर पुलिस की कार्रवाई
जागरण संवाददाता, हरिद्वार। हाल ही में ज्वालापुर में पुलिस ने सड़क किनारे खुलेआम शराब पीने वालों के खिलाफ एक निर्णायक अभियान चलाया। इस कार्रवाई के तहत पुलिस ने होटल और ढाबों में छापेमारी करते हुए **19 शराबियों** को रंगे हाथ गिरफ्तार किया। गिरफ्तार व्यक्तियों के खिलाफ पुलिस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई, जिसमें कुल **4750 रुपये** का जुर्माना वसूला गया। यह कदम शराब पीने की बढ़ती समस्या को रोकने के लिए उठाया गया है।
होटल-ढाबों में बैठकर शराब पी रहे युवक गिरफ्तार
ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी कुंदन सिंह राणा के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम ने शहर के विभिन्न सार्वजनिक स्थानों, शराब की दुकानों और ढाबों के आस-पास एक विशेष अभियान चलाया। अभियान के दौरान जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो कई युवक नशे की हालत में हुड़दंग करते हुए पाए गए। इन युवकों की नशे में धुत अवस्था ने पुलिस को त्वरित कार्रवाई के लिए प्रेरित किया, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें तुरंत हिरासत में लिया गया और थाने ले जाकर कानूनी कार्रवाई की गई।
ज्वालापुर में पुलिस की निष्कर्षात्मक कार्रवाई
इस अभियान के दौरान पुलिस ने न केवल शराबियों को पकड़ा, बल्कि इसने शराब पीने के स्थानों पर भी हड़कंप मचा दिया। पुलिस टीम में शामिल विभिन्न अधिकारियों ने इस अभियान को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसमें एसएसआई खेमेंद्र गंगवार, रेल चौकी प्रभारी समीप पाण्डेय, उपनिरीक्षक रविन्द्र जोशी, कांस्टेबल अमित गौड़, राजेश बिष्ट, रवि, सतवीर सिंह, प्रमोद पुरोहित, सुरेंद्र और अंकित कवि शामिल थे।
शराब पीने की समस्या पर पुलिस की कड़ी नजर
इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि पुलिस प्रशासन शराब पीने की समस्या को गंभीरता से ले रहा है और ऐसे स्थानों पर कड़ी नजर रख रहा है जहां युवा वर्ग नशे की लत का शिकार हो रहे हैं। इस अभियान से युवाओं में डर और जागरूकता दोनों का संचार होना संभावित है। पुलिस का मानना है कि इस तरह की कार्रवाई से समाज में शराब के सेवन के प्रति नकारात्मकता बढ़ेगी और लोग इस आदत को छोड़ने के लिए प्रेरित होंगे।
सामाजिक जागरूकता की आवश्यकता
हालांकि पुलिस की कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन इसके साथ ही समाज में शराब पीने की समस्या के प्रति जागरूकता फैलाने की भी आवश्यकता है। परिवारों और समुदायों को मिलकर इस विषय पर चर्चा करनी चाहिए ताकि युवा वर्ग इस नशे की आदत से दूर रह सके। शराब की लत न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालती है, बल्कि यह सामाजिक समस्याओं का भी कारण बनती है।
पुलिस की भविष्य की योजनाएँ
पुलिस प्रशासन ने यह भी संकेत दिया है कि वे भविष्य में ऐसे अभियानों को और अधिक नियमित रूप से चलाएंगे ताकि शराब के सेवन को नियंत्रित किया जा सके। इसके अलावा, पुलिस विभिन्न संगठनों के साथ मिलकर जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित करने की योजना बना रही है, जिससे युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी जा सके।
समाज का सहयोग आवश्यक
इस समस्या के समाधान के लिए केवल पुलिस की कार्रवाई ही पर्याप्त नहीं है। इसके लिए समाज के सभी वर्गों को मिलकर काम करना होगा। परिवारों को अपने बच्चों के साथ संवाद करना चाहिए और उन्हें नशे के दुष्परिणामों के बारे में बताना चाहिए। इसके साथ ही, स्थानीय संगठनों को भी इस दिशा में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
इस प्रकार, ज्वालापुर में पुलिस की इस कार्रवाई ने न केवल शराबियों में हड़कंप मचाया, बल्कि यह भी दर्शाया कि समाज में नशे की आदतों को खत्म करने के लिए एक ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।

























