उत्त्तराखंड समाचार: श्यामपुर में ढोंगियों की गिरफ्तारी
संवाद सूत्र, जागरण श्यामपुर। श्यामपुर थाना पुलिस ने शनिवार को एक सफल अभियान चलाते हुए चंडीघाट क्षेत्र से साधु वेशधारी दो ढोंगियों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों व्यक्ति श्रद्धालुओं को भ्रमित कर ठगी का प्रयास कर रहे थे, जो कि धार्मिक आस्था का गलत फायदा उठाने का एक प्रयास था। पुलिस की यह कार्रवाई ऑपरेशन कालनेमि के तहत की गई, जो कि ऐसे अपराधियों के खिलाफ चलाया जा रहा है।
थानाध्यक्ष मनोज शर्मा ने हेड कांस्टेबल बृजमोहन, कांस्टेबल सुनील कुमार और अनिल रावत के साथ मिलकर चंडीघाट क्षेत्र में विशेष अभियान चलाया। इस दौरान साधु की वेशभूषा में दो लोग चंडी मंदिर जाने वाले श्रद्धालुओं को जादू-टोने के माध्यम से उनकी समस्याओं का समाधान बताने का झांसा देकर ठगी करने का प्रयास कर रहे थे। इस तरह की गतिविधियों ने श्रद्धालुओं के बीच में भय और संदेह उत्पन्न कर दिया था।
ठगी का प्रयास: समझाने के बावजूद नहीं माने ढोंगी
थानाध्यक्ष मनोज शर्मा ने बताया कि जब पुलिस ने इन दोनों को समझाने का प्रयास किया, तो उन्होंने फिर भी लोगों को भ्रमित करने का काम जारी रखा। इस पर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर थाने ले जाने का निर्णय लिया। गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने अपने नाम सनातन गिरी, निवासी चंडीघाट माजरा और उत्तम पासवान, निवासी चंडीघाट बताए हैं। पुलिस ने कहा कि इन दोनों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
यह पहली बार नहीं है जब इस प्रकार के ढोंगियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। पुलिस विभाग का कहना है कि ऐसे धोखेबाजों के खिलाफ अभियान निरंतर जारी रहेगा। थानाध्यक्ष ने यह भी बताया कि समाज में इस तरह के अपराधियों को पहचानने और उनके खिलाफ जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है, ताकि आम नागरिकों को इनकी ठगी का शिकार न होना पड़े।
धार्मिक आस्था का फायदा उठाने वाले ढोंगियों से सावधान रहें
धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि के साथ, ऐसे धोखेबाजों का सक्रिय होना भी बढ़ गया है। अंधविश्वास और जादू-टोने के बहाने लोगों को लूटने वाले ये ढोंगी, न केवल आर्थिक नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी प्रभावित करते हैं। इसलिए, सभी श्रद्धालुओं से अपील की जाती है कि वे ऐसे व्यक्तियों से सावधान रहें और किसी भी प्रकार की ठगी का सामना करने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें।
- धोखाधड़ी के मामलों में वृद्धि: धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि के साथ, ऐसे ढोंगियों की संख्या भी बढ़ी है।
- पुलिस की सतर्कता: पुलिस द्वारा इस प्रकार के मामलों में सक्रियता से कार्रवाई की जा रही है।
- सामाजिक जागरूकता: समाज को इस तरह के धोखेबाजों के खिलाफ जागरूक करने की आवश्यकता है।
इस घटना के माध्यम से यह स्पष्ट है कि पुलिस प्रशासन ऐसे ढोंगियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। ऐसे अभियानों के माध्यम से न केवल श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है, बल्कि समाज में अंधविश्वास को खत्म करने की दिशा में भी कदम उठाए जा रहे हैं।
इस तरह की कार्रवाई से न केवल स्थानीय लोगों को आश्वासन मिलता है, बल्कि यह एक संदेश भी है कि समाज में ऐसे ढोंगियों के लिए कोई जगह नहीं है। पुलिस का यह प्रयास निश्चित रूप से समाज में विश्वास और सुरक्षा को बढ़ाने में सहायक होगा।























