Kartik Purnima: शारदा में डूबा पीलीभीत का श्रद्धालु, पूर्णागिरि गया था दर्शन करने

kapil6294
Nov 05, 2025, 7:42 PM IST

सारांश

उत्तराखंड समाचार: शारदा नदी में श्रद्धालु का बहना, खोज में जुटी एसडीआरएफ टनकपुर से एक दुःखद समाचार सामने आया है, जहां शारदा नदी में स्नान करते समय एक श्रद्धालु बह गया। यह घटना उस समय हुई जब युवक अपने भाई और अन्य साथियों के साथ नदी में स्नान कर रहा था। घटना की सूचना मिलने […]

उत्तराखंड समाचार: शारदा नदी में श्रद्धालु का बहना, खोज में जुटी एसडीआरएफ

टनकपुर से एक दुःखद समाचार सामने आया है, जहां शारदा नदी में स्नान करते समय एक श्रद्धालु बह गया। यह घटना उस समय हुई जब युवक अपने भाई और अन्य साथियों के साथ नदी में स्नान कर रहा था। घटना की सूचना मिलने पर एसडीआरएफ और जल पुलिस ने युवक की खोजबीन शुरू कर दी, लेकिन अभी तक उसका कोई पता नहीं चल पाया है।

पीलीभीत जिले के भूड़ा विक्रमपुर निवासी राहुल (23) पुत्र हरिशंकर अपने दोस्तों के साथ वूम के कांकर घाट के नजदीक शारदा नदी में स्नान कर रहा था। बताया जा रहा है कि स्नान करते समय अचानक उसका संतुलन बिगड़ गया और वह नदी में बहने लगा। राहुल का कार्यक्रम अपने साथियों के साथ मां पूर्णागिरि धाम के दर्शन करने का था, लेकिन इस घटना ने उनकी योजना को दुर्भाग्यपूर्ण बना दिया।

तलाशी अभियान: एसडीआरएफ और जल पुलिस की सक्रियता

घटनास्थल पर वूम चौकी पुलिस के साथ-साथ एसडीआरएफ और जल पुलिस की टीम भी सक्रिय रूप से पहुंची। उन्होंने तुरंत एक तलाशी अभियान शुरू किया। एसआई सुरेंद्र सिंह खड़ायत ने बताया कि “हम लगातार युवक की तलाश कर रहे हैं। हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द उसे सुरक्षित निकाला जा सके।” शाम तक युवक का कोई सुराग नहीं लग पाया था, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई है।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया और सुरक्षा उपाय

स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं अक्सर होती हैं, खासकर गर्मियों के मौसम में जब लोग नदी में स्नान करने आते हैं। यही नहीं, नदी की तेज धार और गहराई के कारण यह और भी खतरनाक हो जाता है। ऐसे में सुरक्षा उपायों को लेकर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।

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  • नदी किनारे चेतावनी बोर्ड: स्थानीय प्रशासन को चाहिए कि वह नदी के किनारे चेतावनी बोर्ड लगाए ताकि लोग सतर्क रहें।
  • स्नान के लिए सुरक्षित स्थान: प्रशासन को ऐसे स्थानों की पहचान करनी चाहिए, जहां स्नान करना सुरक्षित हो।
  • समुदाय जागरूकता कार्यक्रम: स्थानीय समुदाय को नदी के खतरों के बारे में जागरूक करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए।

इस घटना ने एक बार फिर से उन चुनौतियों को उजागर किया है जिनका सामना स्थानीय प्रशासन को करना पड़ता है। शारदा नदी के किनारे स्नान करने वालों की सुरक्षा को सुनिश्चित करना, और उन्हें चेतावनी देना अत्यंत आवश्यक है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।

आपातकालीन सेवाओं की सक्रियता और स्थानीय लोगों की सजगता इस प्रकार की घटनाओं को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। सभी को चाहिए कि वे नदी में स्नान करते समय पूरी सावधानी बरतें और किसी भी खतरे की स्थिति में तुरंत सहायता मांगें।

निष्कर्ष: सुरक्षा पहले

इस घटनाक्रम ने हमें एक महत्वपूर्ण सबक दिया है कि हमें हमेशा सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए। शारदा नदी जैसी जल धाराओं में स्नान करते समय सतर्क रहना आवश्यक है। हमें स्थानीय प्रशासन और सुरक्षा बलों के प्रयासों का समर्थन करना चाहिए ताकि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों।

हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा कि नदियों में स्नान करते समय सावधानी बरतें और अपने तथा दूसरों के जीवन की सुरक्षा का ध्यान रखें।

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कपिल शर्मा 'जागरण न्यू मीडिया' (Jagran New Media) और अमर उजाला में बतौर पत्रकार के पद पर कार्यरत कर चुके है अब ये खबर २४ लाइव के साथ पारी शुरू करने से पहले रिपब्लिक भारत... Read More

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