दिल्ली पुलिस ने हल्द्वानी में की साइबर ठगी के आरोपियों की गिरफ्तारी
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। दिल्ली में हुए एक बड़े साइबर ठगी के मामले में दिल्ली पुलिस ने शनिवार को हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में दबिश दी। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने तीन युवकों को हिरासत में लेकर तीन घंटे तक पूछताछ की। बाद में, इन तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर दिल्ली ले जाया गया। जानकारी के अनुसार, इन युवकों के बैंक खातों से लाखों रुपये का लेनदेन किया गया है, जो कि ठगी के इस मामले से जुड़ा हुआ है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, दिल्ली पुलिस की एक टीम ने बनभूलपुरा में पहुंचकर स्थानीय पुलिस के सहयोग से इन युवकों का पता लगाया। गिरफ्तार किए गए युवकों की पहचान मोहम्मद शादाब अंसारी, अनस अंसारी और मोहम्मद दानिश के रूप में हुई है। इन तीनों को हिरासत में लेकर थाने लाया गया, जहां उनसे गहन पूछताछ की गई। इस दौरान उनके बैंक खाते और दस्तावेजों की भी विस्तृत जांच की गई। पुलिस का कहना है कि ये तीनों आरोपित इस साल दिल्ली में हुई साइबर ठगी के मामले में शामिल हैं।
पूछताछ में पाए गए संतोषजनक उत्तरों की कमी
पूछताछ के दौरान, आरोपित संतोषजनक जवाब देने में असमर्थ रहे। पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि ठगी के मामले में इन तीनों के खातों से लाखों रुपये के ट्रांजेक्शन किए गए हैं। इसके अलावा, यह भी संदेह जताया जा रहा है कि ठगी के पैसे को इन युवकों के खातों में खपाया गया है। बताया जा रहा है कि साइबर ठगी का मुख्य आरोपी किसी बाहरी राज्य का है, जबकि इन तीनों युवकों ने कमिशन के लालच में आकर अपने खातों से ट्रांजेक्शन करवाए हैं।
पुलिस की कार्रवाई पर एसपी सिटी का बयान
साइबर ठगी के एक मामले में दिल्ली पुलिस हल्द्वानी पहुंची थी। शक के आधार पर तीनों आरोपितों को गिरफ्तार करके अपने साथ ले गई है। हल्द्वानी में भी युवकों से पूछताछ की गई। प्रकरण दिल्ली का है इसलिए पुलिस टीम अब उनसे वहीं पर पूछताछ करेगी। – मनोज कत्याल, एसपी सिटी।
साइबर ठगी के खिलाफ पुलिस की सतर्कता
साइबर ठगी के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, जिसके चलते पुलिस की टीम सक्रियता से कार्य कर रही है। हाल ही में, दिल्ली पुलिस ने कई ठगी के मामलों में आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस प्रकार की ठगी में तकनीकी रूप से कुशल अपराधी शामिल होते हैं, जो लोगों को फर्जी तरीके से लक्षित करते हैं। ऐसे मामलों में आम जनता को जागरूक करना भी महत्वपूर्ण है, ताकि वे ठगी का शिकार न बनें।
निष्कर्ष
दिल्ली पुलिस की इस कार्रवाई ने यह साबित कर दिया है कि साइबर ठगी के खिलाफ कानून प्रवर्तन एजेंसियां तत्पर हैं। हालांकि, यह भी जरूरी है कि लोग अपने व्यक्तिगत जानकारी को सुरक्षित रखें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करने में संकोच न करें। पुलिस का यह कदम अन्य ठगों को भी चेतावनी देता है कि वे किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी करने से पहले हजार बार सोचें। इस प्रकार के मामलों में जनता की जागरूकता और पुलिस की सक्रियता, दोनों ही महत्वपूर्ण हैं।























